बहुत कठिन बा जीनिगिया के जियल
सुख दुख के सुई धागा ले के एके सियल
बहुत कठिन बा.........
केहू के भरोस नईखे, मन भयभीय बा
परला प केहू नाही हीत केहू मीत बा-२
रोज आँसुवन के-२ घोट एहिजा पीयल
बहुत कठिन बा............
केकरा के आपन कही, केकरा के गैर हो
आगे बढ़त देख खीचे सब पैर हो-२
सहे के बधाव एहिजा-२ अपने के दीहल
बहुत कठिन बा.............
साथ रही तबले तोहरा, जबले बा अरथ
छोड़ देही साथ तुरते, पुरते स्वारथ-२
चुकता करे के पड़ी-२ जउन बा लीहल
बहुत कठिन बा ..................
बहुत कठिन बा जीनिगिया के जियल
सुख दुख के सुई धागा ले के एके सियल
बहुत कठिन बा.........
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