
ये सहेरे तमन्ना अमीरो की दुनियाये ख़ुदग़र्ज़ और बेज़मीरो की दुनियायहाँ सुख मुझे दो जहाँ का मिला हैंमेरा गाव जाने कहाँ खो गया है...
वो गाव के बच्चे वो बच्चो की टोली
वो भोली वो मासूम चाहत की बोली
वो गुल्ली वो डंडा वो लड़ना वो जगड़नामगर हाथ फिर दोस्ती से पकड़नावो मंज़र हर एक याद फिर आ रहा हैंमेरा गाव जाने कहाँ खो गया है I
वो चोपाल वो आल्हा रुदल के किससेवो गीतों की गंगा वो सावन के जुलेवो लूट ता हुआ प्यार वो ज़िंदगानीहैं मेरे लिए भूली बिसरी कहानीछलकती...