
याद बहुतआते हैंगुड्डे-गुड़ियों बाले दिनदस पैसे मेंदो चूरन की पुड़ियोंवाले दिनओलम, इमला, पाटी, बुदकाखड़ियों वाले दिनबात-बात मेंफूट रहीफुलझड़ियों वाले दिनपनवाड़ी की चढ़ी उधारीपनवाड़ी की चढ़ी उधारीघूमें मस्त निठल्लेकोई मेला-हाट न छूटेटका नहीं है पल्लेकॉलर खड़े कियेहाथों मेंघड़ियो वाले दिनट्रांजिस्टर परहवामहल कीकड़ियों वाले दिनलिख-लिख, पढ़-पढ़ चूमें-फाड़ेंलिख-लिख, पढ़-पढ़चूमें-फाड़ेंबिना नाम की चिट्ठीसुबह दुपहरी शाम उसी कीबातें खट्टी-मिट्ठीरूमालों में...