प्रभु ने जो धन दिया है उस पर न अभिमान करो।
हो सके तो कुछ रुपयों का गरीबों में दान करो।।
झूठे है रिश्ते नाते, बस झूठे है सब लोग यहाँ।
इनके चक्कर में न तुम जीवन को बर्बाद करो।।
मौत एक है निश्चित घटना, ऐसे हो या महामारी से
पुत्र मोह में पाप कमाई को न अपने नाम करो।।
क्या लेकर आये थे जग में क्या लेकर तुम जाओगे।
ऐसे बात को ध्यान में रखकर प्रभु भजन का काम करो।।
रचना- लव तिवारी
दिनांक - २३ मई २०२१