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2018 ~ Lav Tiwari ( लव तिवारी )

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बुधवार, 5 दिसंबर 2018

मैं जनम जनम से उसी का हूँ उसे आज तक ये पता नही- चंदन दास

सारे राह कुछ भी कहा नही, कभी उसके घर मैं गया नही मैं जनम जनम से उसी का हूँ उसे आज तक  ये पता नही सारे राह.…. ये खुदा की देन अजीब है, है इसी का नाम नसीब है जिसे तूने चाहा मिल गया जिसे मैंने चाहा मिला नही सारे राह..… उसे पाक नजरो से चूमना भी इबादतों में शुमार है कोई लाख फूल करीब हो कभी मैंने उनको छुआ नही सारे राह..… इस शहर में कई साल से मेरे कुछ करीबो अजीज है उन्हें मेरी कोई खबर नही मुझे उनके का कोई पता नही सारे..... मैं जनम... गायक-...

सोमवार, 26 नवंबर 2018

जान भी देते अगर उनका इशारा होता- चंदन दास

उनसे इंकार तो हरगिज़ न गवारा होता जान भी देते अगर उनका इशारा होता कौन कहता है कि दिन रात मेरे नाम करो एक लम्हा तो मेरे साथ  गुजारा होताजान भी ...... उनसे......... तू मसीहा है मसीहा मसीहा लेकिन बात तो जब भी थी दर्द का चारा होताजान भी .... उनसे...... एक हसरत है जो पलती है मेरे सीने में काश इस शहर में तो कोई तो हमारा होताजान भी.......… गैर के हाथ से सागर भी न लगा न मुराद तू अगर ज़हर भी देता तो गवारा होताजान भी...... Visit- https://youtu.be/Lco4Xy6FoLg गायक-...

रविवार, 25 नवंबर 2018

महफ़िल में रंग लाएगी बोतल शराब की- चंदन दास

जब से उल्फत तेरी नसीब हुई सारी दुनिया मेरी रक़ीब हुईऐसी जन्नत को क्या करूँ लेकर बाद मरने के जो नसीब हुई महफ़िल में रंग लाएगी बोतल शराब कीनाचेगी और नाचायेगी बोतल शराब की रुखसत हुए जो घर को तो साकी ने ये कहाले जा वो याद आएगी बोतल शराब की नाचेगी और...... दिल है मरीज़ इश्क का दिल की दवा शराबहर दर्द को मिटाएगी बोतल शराब कीनाचेगी और नाचायेगी....... घर मे अकेले बैठके पीने का क्या मजामहफ़िल में रंग लाएगी बोतल शराब कीनाचेगी और ......... दुनिया को...

शुक्रवार, 24 अगस्त 2018

देख मालिक एक सावन की कैसा कैसा रूप निराला- लव तिवारी

बचपन का शोर जवानी की उलझन और बुढ़ापे का शांत जमाना देख मालिक एक सावन की कैसा कैसा रूप निराला बचपन की एक नाव पुरानी उसपर हम सब खेले थे और झूलों की रुत सुहानी जिस पर हम सब झूले थे बाग बगीचे में अदभुत फल का क्या ठिकाना था  हर बरस सावन की चाह का एक ग़जब जमाना था यौवन में सावन की कजरी और प्रीतम का प्यार साजन की राह निहारत सजनी करे सृंगार सब बगिया बीच झूलो का यह ये अद्भुत त्यौहार हर बरस सावन की खुशियां मिले हमे हर बार  बूढ़ा सावन बचपन को ढूढे...

सोमवार, 14 मई 2018

ब्राम्हण और जनेऊ- लव तिवारी

#ब्राह्मण_और_जनेऊ ----------------------------------- पिछले दिनों मैं हनुमान जी के मंदिर में गया था जहाँ पर मैंने एक ब्राह्मण को देखा, जो एक जनेऊ हनुमान जी के लिए ले आये थे | संयोग से मैं उनके ठीक पीछे लाइन में खड़ा था, मेंने सुना वो पुजारी से कह रहे थे कि वह स्वयं का काता (बनाया) हुआ जनेऊ हनुमान जी को पहनाना चाहते हैं, पुजारी ने जनेऊ तो ले लिया पर पहनाया नहीं | जब ब्राह्मण ने पुन: आग्रह किया तो पुजारी बोले यह तो हनुमान जी का श्रृंगार है इसके...

शनिवार, 21 अप्रैल 2018

बेईमानों की फौज बन गयी सत्ता के गलियारे में- नृपजीत सिंह पप्पू

राजनीति भी भीग रही है झूठ के फव्वारे में, बेइमानों की फ़ौज बन गयी सत्ता के गलियारे में, कहाँ दिख रहा कोई युधिष्ठिर, दुर्योधन ही सारे हैं, शकुनि सर पर नाच रहा है,विदुर तो दूर किनारे है, भीष्म की थी जो भीष्म प्रतिज्ञा उसमे नेक इरादे थे,अब तो मंजिल सिंहासन और खोखले सब वादे हैं, क्या फिर से होगा महाभारत लोकतंत्र के चौबारे में,बेईमानों की फ़ौज बन गयी सत्ता के गलियारे में,,,,,,, जनमानस के सुख ख़ातिर वो कितना परित्याग किये, साधारण जन की शंका पर माँ...

आओ एक मानव श्रृंखला बनायें आओ - नृपजीत सिंह "निप्पी"

एक मानव श्रृंखला बनायें आओ.... प्रेम के धागे में पिरोकर,एक मानव श्रृंखला बनायें,मानवता का पंख लगाकर,इसको जन जन तक पहुँचायें एक मानव श्रृंखला बनायें;  आओ... न जाति-पाति हो,ना राग द्वेष हो,हों रंग-बिरंगे,पर एक भेष हो,हो सबका साथ सबका विकास,ना रह जाये भूखा, कोई आस-पास,राह अलग हो सकती मंज़िल एक है यही बताएं,,,,,एक मानव श्रृंखला बनायें,,,,आओ,,, नफरत की एक चिंगारी,ना बन जाए ज्वाला,  विषयुक्त जुबाँ मत खोलो,घोलो अमृत का प्याला, तकरार ना...

मंगलवार, 10 अप्रैल 2018

फिर से कोई हिंदू और मुसलमान न हो - लव तिवारी

मुल्क में अब से न कोई घमासान हो फिर से कोई हिन्दू और मुसलमान न हो आदते जो बिगड़ी है, वरसो की हमारी अब कोई मॉ बहन की सुनी मांग न हो अब भी वक़्त हैं सुधर कर कुछ करो अच्छा सा, धरती पर खौफ़ हैवानियत का अंजाम न हो मज़हबी बन कर कुछ न होगा हमें हासिल देश को चैन मिले , इंसानियत हैवान न हो एक जगह जहा मुकम्मल हो सबकी इबादत हो एक मसीहा, अल्ला औऱ भगवान न हो स्वरचित- लव तिवारी 11-04-2018 ...

सोमवार, 19 मार्च 2018

बदला न अपने आप को जो थे वही रहे

बदला न अपने आप को जो थे वही रहे मिलते रहे सभी से मगर अजनबी रहे दुनिया न जीत पाओ तो हारो न ख़ुद को तुम थोड़ी बहुत तो ज़हन में नाराज़गी रहे अपनी तरह सभी को किसी की तलाश थी हम जिसके भी क़रीब रहे दूर ही रहे गुज़रो जो बाग़ से तो दुआ माँगते चलो जिसमें खिले हैं फूल वो डाली हरी रहे ...

मंगलवार, 13 मार्च 2018

भारतीय किसान की दुर्दशा - लव तिवारी

कौन दर्द सुनेगा तेरा, अब नही घाव दिखाने को देश की इस धरती पर, बचा न कुछ और गवानें को  भारत की मर्यादा को संभाले देश का एक किसान ही है,  देश की धरती सोना उगले उसका एक अरमान भी है,  बिलख रहा है आज किसान, फूल बना अंगारे जो  अन्न ,जीवन नही होगा धरती पर, लोग मरेगे दाने को राजनीति में पिसता रहता ,देश का नेक किसान भला  देश का नेता दुखड़ा रोये, इससे फर्जी इंसान कहाँ  झेले सीने पर कहर प्रकृति का, फिर झेले राजनीति को  देश...

मंगलवार, 6 मार्च 2018

वायु मुद्रा सूर्य मुद्रा ज्ञान मुद्रा ध्यान मुद्रा- युश महाराज

सूर्य का अर्थ होता है अग्नि,  सूर्य मुद्रा को करने से हमारे भीतर के अग्नि तत्व संचालित होते हैं। सूर्य की अँगुली अनामिका को रिंग फिंगर भी कहते हैं। इस अँगुली का सीधा संबंध सूर्य और यूरेनस ग्रह से होता है । सूर्य ऊर्जा स्वास्थ्य का प्रतिनिधित्व करती है और यूरेनस कामुकता, अंतर्ज्ञान और बदलाव का प्रतीक है। सूर्य को सेहत और उर्जा का प्रतीक माना जाता है। सूर्य मुद्रा को लोग अग्नि मुद्रा के नाम से भी जानते हैं। यह मुद्रा पृथ्वी मुद्रा के...

ब्रह्मचर्य और योग-साधना मूलबंध आसन युश महाराज

आयुर्वेद के अनुसार मनुष्य के शरीर में सात धातु होते हैं- जिनमें अन्तिम धातु वीर्य (शुक्र) है। वीर्य ही मानव शरीर का सारतत्व है। 40 बूंद रक्त से 1 बूंद वीर्य होता है। एक बार के वीर्य स्खलन से लगभग 15 ग्राम वीर्य का नाश होता है । जिस प्रकार पूरे गन्ने में शर्करा व्याप्त रहता है उसी प्रकार वीर्य पूरे शरीर में सूक्ष्म रूप से व्याप्त रहता है। सर्व अवस्थाओं में मन, वचन और कर्म तीनों से मैथुन का सदैव त्याग हो, उसे ब्रह्मचर्य कहते है ।। ब्रह्मचर्य...

मंगलवार, 30 जनवरी 2018

बाल संस्कार श्लोको को नित्य प्रयोग कर जीवन सफल बनायें

।। बाल संस्कार ।।अपने बच्चो को निम्नलिखित श्लोकों को नित्य दैनन्दिनी में शामिल करने हेतु संस्कार दे एवं खुद भी पढ़े। *प्रतिदिन स्मरण योग्य शुभ सुंदर मंत्र। संग्रह *प्रात: कर-दर्शनम्*कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती।करमूले तू गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्॥ *पृथ्वी क्षमा प्रार्थना*समुद्र वसने देवी पर्वत स्तन मंडिते।विष्णु पत्नी नमस्तुभ्यं पाद स्पर्शं क्षमश्वमेव॥ *त्रिदेवों के साथ नवग्रह स्मरण*ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानु: शशी भूमिसुतो बुधश्च।गुरुश्च...

मंगलवार, 16 जनवरी 2018

काल तक था मेरा जो अपना आज बेगाना क्यो है - लव तिवारी

कल तक था जो मेरा अपना आज बेगाना क्यो है मेरी हालत देखकर ये जमाना पागल क्यो हैं उनकी चाहत में अक्सर हालत कुछ ऐसी होती जाने सब बातों को दिल फिर भी दीवाना क्यो है वो रूठे तो उनके तस्वीरों से बात करे मेरी नजरें रात गुजर जाये चाहत में वो अफ़साना क्यो है एक दीवाना मैं जो अक्सर तड़पु न सोऊ रातो में मेरी मोहब्बत का मसीहा आज अंजाना क्यो है रचना- लव तिवारी १५- जनवरी- २०१८ ...

गुरुवार, 11 जनवरी 2018

देव पुरुष पूज्य श्री देवरहा बाबा देवरिया उत्तर प्रदेश

मित्रों के अनुरोध पर पुनः प्रस्तुति। एक ऐसे संत जिसके पैरो के नीचे अपना सिर रखने नेता व अंग्रेज तक आते थे!! देवरहा बाबा का जन्म अज्ञात है। यहाँ तक कि उनकी सही उम्र का आकलन भी नहीं है। वह यूपी के देवरिया जिले के रहने वाले थे। मंगलवार, 19 जून सन् 1990 को योगिनी एकादशी के दिन अपना प्राण त्यागने वाले इस बाबा के जन्म के बारे में संशय है। कहा जाता है कि वह करीब 900 साल तक जिन्दा थे। (बाबा के संपूर्ण जीवन के बारे में अलग-अलग मत है, कुछ लोग उनका जीवन...