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मई 2020 ~ Lav Tiwari ( लव तिवारी )

Lav Tiwari On Mahuaa Chanel

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शुक्रवार, 29 मई 2020

एक मजदूर से पूछो की भूख की तड़प कैसे सताती है- लव तिवारी

मुझे भूलने वाले तुम्हारी याद क्यों आती है। जिंदगी प्यार नही और भी कुछ बात समझाती है।। किसको पता था कि एक दौर ऐसा भी आयेगा। एक मजदूर से पूछो की भूख की तड़प कैसे सताती है।। महलों में जो बैठे है उन्हें क्या मालूम बदनसीबी सामने भूख से बच्चा रोये तो माँ कैसे रह पाती है।। आदमी के अनेकों रूप है इस कठिन दौर में भी। तभी तो इस महामारी में करोड़ो की शराब तक बिक जाती है।। रचना- लव तिवारी दिनांक- 29- मई- 2020 ...

गुरुवार, 28 मई 2020

जो कल थे वो अब नही है। जो है वो कल नही रहेंगे गांव की परंपरा की अब अनोखी दस्तान- लव तिवारी

ये जो तस्वीर है वो दो भाइयों के बीच बंटवारे के बाद बने घर की तस्वीर है। बाप-दादा के घर की देहलीज को जिस तरह बांटा गया है, वह समाज के हर गांव-घर की असलियत को भी दर्शाता है। दरअसल हम गांव के लोग अब जितने खुशहाल दिखते हैं उतने हैं नहीं।जमीनों के केस, पानी के केस, खेत-मेढ के केस, रास्ते के केस, मुआवजे के केस, शादी विवाह के झगड़े, दीवार के केस, आपसी मनमुटाव, चुनावी रंजिशों ने समाज को खोखला कर दिया है।अब गांव वो नहीं रहे कि जब, बस में गांव की लडकी को...

शनिवार, 23 मई 2020

क्या कारण है कि किसी स्त्री को व्यासपीठ पर बैठने का शास्त्रीय विधान नहीं है- लव तिवारी

किसी भी स्त्री को व्यासपीठ पर बैठने का शास्त्रीय विधान नहीं है क्योंकि स्त्री का यज्ञोपवीत संस्कार नहीं होता है एवं स्त्री में रजस्वला धर्म होना एक स्वाभाविक स्त्री शरीर की प्रक्रिया है जो सनातन धर्म में अशुद्ध माना गया है व्यासपीठ पर बैठकर श्रीमद्भागवत कहना रामायण का प्रवचन करना या अन्य किसी भी शास्त्र पर प्रवचन करते हुए स्त्री रजस्वला हो जाती है तो क्या वह व्यासपीठ पर बैठने की अधिकार आणि है नहीं है इसलिए हमारे सनातन धर्म में व्यास पीठ पर बैठकर...

शुक्रवार, 22 मई 2020

कुछ तो दे दो इनको सहारे मजदूरों का कौन है प्यारे- लव तिवारी

कैसे दिन है कैसी है राते ।आते जाते सड़क किनारे।।कुछ तो दे दो इनको सहारे।मजदूरों का कौन है प्यारे।।पैसा का अब क्या है भरोसा।मानवता को समझ लो सारे।।हिन्दू मुस्लिम की बात नही है।फिर भी राजनीति करते हत्यारे।।दुनिया में भी खौफ में इस वक़्त। ग़रीब अमीर सब है बेचारे।।रचना- लव तिवारीदिनांक- 21- मई-2...

मंगलवार, 19 मई 2020

प्यार हमारा अमर रहेगा नही दुनिया को खबर रहेगा- लव तिवारी

कुछ तो बोलो सहमे से क्यो हो । मुझे बताओ सदमे में क्यो हो।। एक बार आजमा कर देखो, इस दुनिया से डरे से क्यो हो।। प्यार हमारा अमर रहेगा।  दुनिया को नही खबर रहेगा।। जहाँ तुम हो जैसी रहना। और दुनिया से कुछ मत कहना।। अब तो राजी हो जाओ रानी। चलो लिखे मिलकर कहानी।। रचना- लव तिवारी दिनांक- 20- मई- 2020 ...

वही पुराने दिन लौटा दो मेरे मालिक मेरे ख़ुदा। वही गांव की खुशहाली और शहर की रौनकता- लव तिवारी

वही पुराने दिन लौटा दो,मेरे ईश्वर मेरे ख़ुदा। वही गांव की खुशहाली और शहर की रौनकता।। कैसे दिन है दिखाए यहाँ पर क्या हो गया दुनिया को सबके पास है भय बना हुआ, आयी जीवन में विषमता। मजदूरों की मजबूरी को, नही समझता ज़मीदार यहां देश की पार्टिया राजनीती करती, रही नही कोई मानवता महामारी के इस चक्कर मे,  जो मरते भूखे और चलते नँगे। हमसब मिलकर मदद करें, और समझे इनकी विवशता।। रचना-लव तिवारी दिनांक- 20- मई-2020 ...

राजनीति के पक्ष और विपक्ष की भूमिका में मरते गरीब ही है - लव तिवारी

एक बार किसी गाँव के गरीब बस्ती में आग लग गई। सर ढकने की एक ही जगह थी और उसे भी आग के लपटों में जलता देख बस्ती वालों का कलेजा फटा जा रहा था। केवल झोपड़ी नहीं जली थी, उस झोपड़ी के साथ ही कपड़े, अनाज और वो नकदी भी जल के राख हो चुकी थी जो उन्होंने बेटी की शादी , बेटे की पढाई के लिए जोड़ रखे थे। प्रधान जी आये थे देखने, बोले की दरबार में आना, उचित मुआवजा दे देंगे। पर वहाँ जाने पर उन्हें अंदर ही नहीं जाने दिया गया। अगले दिन मदद भिजवाई थी प्रधान जी...

एक कहानी गुजरे दौर की - लव तिवारी

सन 2004-05 जब में इंटरमीडियट का स्टूडेंट था उस समय जीव विज्ञान और इंग्लिश की कोचिंग में अक्सर उससे मुलाकात होती थी एक अंजान व्यक्तितव की तरह हम दोनों को केवल पढ़ाई और लिखाई से तालुकात था वो कोचिंग की पढ़ाई कर अपने घर और मैं अपने घर लौट आता था। उसी समय ग़ाज़ीपुर में एक फंक्शन कन्याविद्या धन ऑर्गनाइज हुआ उस फंक्शन में हम दोनों भाइयों ने शिरकत की और बहुत शोहरत और नाम कमाया। उस फक्शन को उसका छोटा भाई देख रहा था इन मोहतरमा के घर पर इंग्लिश की कोचिंग चलती...

सोमवार, 18 मई 2020

कोविड-19 लॉक डाउन पिता बीमार हैं। घर में खाने को कुछ नहीं है- लव तिवारी

अपने हिस्से का कुछ दान करो कुछ धन से तो पुण्य काम करो ना धन संपदा रही किसी की मत कभी भी अभिमान करो धन का सही दिशा में खर्च कर गरीबों व भूखों का सम्मान करो इन बच्चों को रोता देखकर एक तो अदभुत काम करो क्या लाये हो क्या लेकर जाओगे। इनके दुखों का संघार करो।। तुम्हारा बाप कहाँ है जो तेज धूप में तुम लोगों को तरबूज बेचने भेज दिया ? अरे, तुम चुप क्यों हो गए? बोलो गुड़िया तुम बताओ तुम्हारे पिता जी कहाँ हैं जो तुम लोगों को तरबूज...

घर वाले भी केवल मरघट तक ही साथ निभाते है- लव तिवारी

लिखते है मिटाते है फिर पन्ने बिखर जाते है। इस दुनिया की रीत यही है देखो कैसे सम्भल पाते है।। मजदूरों से काम था जब मालिक में था अपनापन। दुःख इस दौर में देखो कैसे सब बदल जाते है।। गरीबों की आह लेकर धन दौलत किस काम है। इन लोगो को कौन समझाए सब यही रह जाते है।। दुनिया से रुखसत के समय कोई तुम्हारा साथ न देगा। घर वाले भी केवल मरघट तक ही साथ निभाते है।। रचना- लव तिवारी दिनांक- 18- मई- 2020 ...

रविवार, 17 मई 2020

चिट्ठी आई है आई है चिट्ठी आई है- पंकज उदास

चिट्ठी आई है आई है चिट्ठी आई है चिट्ठी आई है आई है चिट्ठी आई है चिट्ठी आई है वतन से चिट्ठी आयी है बड़े दिनों के बाद हम बेवतनों को याद बड़े दिनों के बाद हम बेवतनों को याद वतन की मिट्टी आई है चिट्ठी आई है आई है चिट्ठी आई है चिट्ठी आई है वतन से चिट्ठी आयी है ऊपर मेरा नाम लिखा हैं अंदर ये पैगाम लिखा हैं ओ परदेस को जाने वाले लौट के फिर ना आने वाले सात समुंदर पार गया तू हमको ज़िंदा मार गया तू खून के रिश्ते तोड़ गया तू आँख में आँसू छोड़...

इतना दो क़ाबलियत की गरीबों की मदद कर संकु- लव तिवारी

कुछ दो तरकीब की जिंदगी बसर कर सकूं। बहुत लंबी है सफ़र मै धीरे धीरे चल संकु।। इस बुरे वक़्त में अच्छे बुरे दोनो परेशान है। इतना दो क़ाबलियत की गरीबों की मदद कर संकु।। मुझमे भी है बुराइयां में इंसान हूँ भगवान नही । जो ख़ुदा बने बैठे है उनमे इंसानियत भर सकुं।। तुझपर जो भरम था वो टूट गया तेरी बेवफाई से। इतनी तो सोहरत मिली कि तुम्हें सोच के मर संकु।। रचना- लव तिवारी दिनांक- 17- मई- 2020 ...

शनिवार, 16 मई 2020

हो जाती तुम अपनी तो और सब कुछ था अपना। एक तुम्हारे बिन अब हम कैसे रह पायेंगे- लव तिवारी

नजर तुम्हारी ऐसी है कि हम तो मर जायेंगे होठ गुलाबी तेरे ऐसे फूल भी शर्मा जाएंगे। हो जाती तुम अपनी तो और सब कुछ था अपना। एक तुम्हारे बिन अब हम कैसे रह पायेंगे। कहते इसको ही मोहब्बत, देख ले अपना पागलपन। रातो को अब नींद नही और दिन में भी सपने आते है। चेहरा गुलाबी आँखे शराबी और मुस्काकर शर्माना आज जाती जब ये सूरत और हम बेचैन हो जाते है। रचना- लव तिवारी दिनांक- 17-मई-2020 ...

मैं चुप रह कर किसी से कुछ नही कहूंगा- लव तिवारी

तेरे बगैर तन्हा था, हूँ और रहूंगा। मैं चुप रह कर किसी से कुछ नही कहूंगा।। मुद्दते बीत गई तुम्हारे दीदार को। तुम्हें पता तो होगा न कि मैं तुमबिन कैसे जी सकूँगा।। पल भर का न चैन और रातो को अब नीद नही। तेरा बिना अब में कैसे एक पल जी सकूँगा।। मेरे हालात को जानो और बन जाओ मेरे हकीम। किसी ओर बैद्य में ताकत नही जो में उठ सकूँगा।। रचना- लव तिवारी दिनांक-16-मई-2020 ...

पूछ लेते जो तुम हाल मेरा, बेहतर हो जाता हालात मेरा- लव तिवारी।

पूछ लेते जो तुम हाल मेरा। बेहतर हो जाता हालात मेरा।। कोई हकीम नही करेगा मुझे बेहतर। तुम जो चाहो तो कर दो इलाज मेरा।। कितना बदनसीब हू मे तेरे बगैर। लोग पूछते है क्या समाधान है तेरा।। मुझको चाहो कि में मौजूद रहू धरा पर। बन जाओ फिर तुम हमराह मेरा।। रचना- लव तिवारी दिनांक- 16 मई 2020 ...

हम भी सदा शिव को नमन हर बार करते है देवो के भी देव की जय जयकार करते है।

हम भी सदा शिव को नमन हर बार करते है देवो के भी देव की जय जयकार करते है।हरि ओम हरि  हरि ओम हरि  हरि ओम नमः शिवाय।शीश पे चन्दा सजे और कर डमरू सोहेनृत्य तांडव करते शिव तृभुवन का मन मोहे-2गिरजा संग कैलाश में बिहार करते हैदेवो के भी देव की जय जयकार करते है।-2हरि ओम हरि  हरि ओम हरि  हरि ओम नमः शिवाय।-4भोले शंकर है दयालु दीन के दाताथोड़ी भक्ति जो करे बरदान वो पाता-2पापो से नित भक्तो का उद्धार करते हैदेवो के भी देव की जय जयकार करते...

गंगा किनारे मन्दिर तेरा भूतो का तू स्वामी है सारी दुनिया बोले तुझको बाबा औधड़ दानी है।-

गंगा किनारे मन्दिर तेरा भूतो का तू स्वामी हैसारी दुनिया बोले तुझको बाबा औधड़ दानी है।- 2मरघट के पास में डेरा है क्या अद्भुत तेरा बसेरा है-2पीछे में गंग की धारा है तेरा धाम ही प्यारा हैतेरा धाम ही प्यारा हैदेव तुम्हारी महिमा गावे माया किसने जानी है।सारी दुनिया......गंगा किनारे मन्दिर तेरा...........सारी दुनिया बोले तुझको.............माथे पर तेरे चन्दा है, और बहती जटा में गंगा है-2भूतो के साथ मे रहता है और काटे यम का फंदा हैऔर काटे यम का फंदा हैशामसानो...

शुक्रवार, 15 मई 2020

लॉक डाउन और कोरोना में गांव की गंदी राजनीति का शिकार हुआ मैं खुद लव तिवारी

मैं लव तिवारी घटना 10 मई की है। उस वक्त गांव एक बच्चे बिशाल यादव द्वारा मुझे खबर दी गई कि गांव में धोबी बस्ती के बेचू और उसके परिवार के कुछ लोग जो मुम्बई में रह रहे थे वो कोरोना की वजह से अपने गांव युवराजपुर में 11 मई को सुबह अपने निजी वाहन से घर आ रहे है। जब मैंने उस लड़के को बोला  कि आप खुद ही इस विषय को युवराजपुर ग्राम के ग्रुप में शेयर कर दो क्यों कि ये संदिग्ध मसला है जिससे युवराजपुर ग्राम वासी सचेत हो जाये तो उस बच्चे ने मुझसे ये कह कर...

बुधवार, 13 मई 2020

शहर से जो तुम भाग रहे हो, क्या सही है गांव के हालात- लव तिवारी

शहर से जो तुम भाग रहे हो, क्या सही है गांव के हालात। क्या कमाओगे और खाओगे कैसे होगी दिन की शुरुआत। पगडंडो से भरी दुपहरी में जब सब कुछ निपट चुका है। घरो में अन्न दाने आ गए है और सब कुछ सिमट चुका है।। नही रहा कोई रोज़गार नही कमाने के अवसर का ज्ञान। कैसे पेट भरेगा तुम्हरा क्या होगा तुम्हारे जन का हाल गांव की मिट्टी सुख देती है और मिलता अद्भुत संम्मान। अगर गांव में सब कुछ होता तो न बढ़ाता शहर का मान।। स्वरचित- लव तिवारी आज दिन भर...

रविवार, 10 मई 2020

गैर समझ जाते है अपनो को कैसे समझाया जाय- लव तिवारी

कौन अपना है कौन पराया है।इस बात का अंदाजा कैसे लगाया जाय।किसकी को समझाने के चाह में हम बुरे हो जाते,घर के इस बदलते हालात को कैसे अपनाया जाय।।जिससे उम्मीद करो वो खरा नही उतरता इस दौर में।गैर समझ जाते है अपनो को कैसे समझाया जाय।।बात निकल कर बहुत दूर तलक जा पहुँचती है।जिसको बताना चाहे उसे फिर कैसे बताया जाय।।आदमी में कई रूप है इस बहुरंगी दुनिया मेंचेहरे पर कई नक़ाब है इसे कैसे पहचाना जा...

शुक्रवार, 8 मई 2020

रखो भगवान पर भरोसा ये दिन भी बदलने वाला है- लव तिवारी

रात ठहर गई है मुझमे दिन भी रुक सा गया है।यह कैसा आलम है सब कुछ टूट सा गया है।लोग समझते नहीं इस भयानक त्रासदी कोअभी तू कुछ नही हुआ बहुत कुछ बिगड़ने वाला हैं।घर मे रहो और जहाँ हो वही रहो तुम चुप चापजिंदगी अगर रही तो सब कुछ ही मिलने वाला है।अपने निवाले के साथ कुछ करो चिंता गरीबों कीरखो भगवान पर भरोसा ये दिन भी बदलने वाला है।रचना- लव तिवारी09- मई-2...

दोनो के दिल हैं मजबूर प्यार से - मजरूह सुल्तानपुरी

दोनो के दिल हैं मजबूर प्यार से हम क्या करें मेरी जाँ तुम क्या करो मेरी जाँ हम तो सनम तुमको चाहे उम्र भर देखें दिल की प्यास कहती है और एक नज़र देखें देखों हमारा भी हाल हरदम तुम्हारा ख़याल दिल में उठाता हैं तूफ़ान हम क्या करें लेकर तुम्हारा नाम ऐसे खोए रहते हैं आज हमको दीवाना हँसके लोग कहते हैं जिस दिल में होता हैं प्यार कैसे ना हो बेक़रार ये दिल अगर हैं परेशान हम क्या करें -मजरूह सुल्तानपुरी ...

गुरुवार, 7 मई 2020

मौत के डर से जिंदगी की बस कदर ही ना रही- लव तिवारी

मौत के डर से जिंदगी की बस कदर ही ना रही। कैसे संभले इस दौर से इसकी किसीको न फिक्र रही। आदमी में हैवानियत की प्यास इन कदर मौजूद है। पीने को शराब चाहिए, चाहे घर मे खाने को अन्न नही।। इस बात को जानकर जो घूमते है बेख़ौफ़ सड़को पर। कोई उनको भी समझाये जिनके पास रहने को घर नही।। इंसान बस केवल एक आदत से परेशान है आज कल। जो कल तक सैर पर थे उनको घूमने को जगह ना रही।। रचना- लव तिवारी दिनांक- 7-मई-2020 ...

कैसे हो अब मेरे बिन तुम कुछ तो बताओ मेरे सनम- लव तिवारी

कैसे हो अब मेरे बिन तुम कुछ तो बताओ मेरे सनम तुमसे बिछड़ कर जीता कैसे सोचूँ मरु या तड़पु तुम बिन मुझको तुम्हरा साथ चाहिए और हाथों में हाथ चाहिए।। और मिले न कुछ दुनिया से एक बार फिर से आ जाओ तुम।। कुछ तो बताओ........? कैसे हो अब मेरे.......? ...

सोमवार, 4 मई 2020

बेवजह घर से निकलने की जरूरत क्या है - गुलज़ार

बेवजह घर से निकलने की जरूरत क्या है | मौत से आँख मिलाने की जरूरत क्या है || सबको मालूम है बाहर की हवा है कातिल | फिर कातिल से उलझने की जरूरत क्या है || जिन्दगी हजार नियामत है, संभाल कर रखे | फिर कब्रगाहो को सजाने की जरूरत क्या है || दिल को बहलाने के लिये, घर में वजह काफी है | फिर गलियों में बेवजह भटकने की जरूरत क्या है देखिये आप के वेवजह घर से निकलने से कोरोना लाइव ( सोमवार, रात 11:59 बजे तक)* भारत...

जब मेरी हक़ीकत जा जाकर उनको जो सुनाई लोगो ने- चंदन दास

जब मेरी हक़ीकत जा जाकर उनको जो सुनाई लोगो ने कुछ सच भी कहाँ कुछ झूठ कहा कुछ बात बनाई लोगो ने जब मेरी ............ ढाई हैं हमेशा जुल्मो सितम दुनिया ने मोहब्बत वालो पर दो दिल को कभी मिलने ना दिया दीवार उठाई लोगो ने आँखों से ना आँसू पोछ सके होंठो पे खुशी देखी ना गयी आबाद देखा घर मेरा तो आग लगाई लोगो ने जब मेरी हक़ीकत जा जाकर उनको जो सुनाई लोगो ने कुछ सच भी कहाँ कुछ झूठ कहा कुछ बात बनाई लोगो ने जब मेरी ............ ...

शनिवार, 2 मई 2020

शुक्रवार, 1 मई 2020

पांच सितारा होटल और बड़े सोसायटी के स्विमिंग पूल से भी खूबसूरत है अपने गांव का गंगा स्नान- लव तिवारी

गंगा मैया के तट पर बसा एक प्यारा सा गांव एक न्यारा सा गांव युवराजपुर ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश जैसा कि आप नीचे तस्वीरों से अवगत हो रहे है इस गांव की मिट्टी में गजब की खुश्बू और अहसास है। गर्मी के दिनों में गांव के नव युवको द्वारा गंगा स्नान का आनंद इस प्रकार लिया जाता है। जिसके सुखद आनन्द की तुलना किसी पंच सितारा होटल या किसी बड़े सोसाइटी में स्थित स्विमिंग पूल में भी नही हो सकती । आनंद की पूर्ण प्राप्ति गांव के बच्चों द्वारा अरार से लम्बी छलांग...