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जुलाई 2023 ~ Lav Tiwari ( लव तिवारी )

Lav Tiwari On Mahuaa Chanel

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गुरुवार, 27 जुलाई 2023

सिंहासन समग्र योग सिद्धांत एवं होमियोपैथिक दृष्टिकोण से।डाॅ.एम डी सिंह

सिंहासनजब परिस्थितियां शौर्य शक्ति और पराक्रम दिखाने को वाध्प करें तो सिंहासन को याद करना चाहिए। युद्ध में जाते समय सैनिकों को यह आसन अवश्य करके निकलना चाहिए। जब हमारे भीतर अनचाहे विचारों का जंगल पनपने लगे और हमारी चेतना अनेक दोषपूर्ण वैचारिक चिंताओं रूपी जंंगली जानवरों के हमले से जूझ रही हो तो आप सिंहासन करके गगनवेधी गर्जना कीजिए। सच मानिए किसी भी औषधि से तेज असर इस आसन का आपके मन को शंकाओं से मुक्त कराने में दिखेगा।सिंह की शक्ति उसके जबड़ों में...

बुधवार, 26 जुलाई 2023

जब ठान ली मंजिल पाने को कदम रुके ना बढ़ने दो।रचना श्री मनोज सिंह युवराजपुर गाज़ीपुर

प्रारूप नाम : श्री मनोज सिंहजन्मतिथि :२९-सितंबर-१९६९माता का नाम : श्री मती केशवती देवीपिता का नाम : स्वर्गीय राम नारायण सिंहजन्म स्थान : ग्राम पोस्ट युवराजपुर थाना सुहवल जिला ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेशशैक्षिक योग्यता : स्नातकसंप्रति (पेशा) : प्राइवेट जॉब ( मेडिकल )विधाएं : कविता, भोजपुरी गीत साहित्यिक गतिविधियां : प्रकाशित कृतियां : कोई नहीपुरस्कार सम्मान : कोई नहीसंपर्क सूत्र : 9415809682विशेष परिचय : विशेष परिचय में मुख्य रूप से गायन के तमाम विधाओं...

शुक्रवार, 21 जुलाई 2023

संघर्षों के इस धरा पर नारी ही बलिदानी निकली वीरता शौर्य पराक्रम की अद्भुत एक कहानी निकली। लव तिवारी

संघर्षों के इस धरा पर नारी ही बलिदानी निकलीवीरता,शौर्य पराक्रम की अद्भुत एक कहानी निकली।मातृ शक्ति की स्नेह तुम्ही से,और सृजन का पालन हो तुम।फिर भी दरिंद बेईमानों की हवस की एक कहानी निकली।एक तरफ पूजा करते है और फिर अत्याचार तुम्हीं पर।सीता को कलंकित करके, भगवान राम की कहानी लिखी।इस देश को माता कहकर, नारी का सम्मान नही करते।पाप पुण्य के इस चक्कर तुम्हीं बस तुम्हारा नाम है जपते। हर कठिनाई सहन करके जीवन की तुमने हरियाली लिखीस्वाभिमान और अपमान की जीती...

गुरुवार, 20 जुलाई 2023

धनुरासन अपनी पुस्तक समग्र योग सिद्धांत एवं होमियोपैथिक दृष्टिकोण से डाॅ एम डी सिंह

धनुरासन एक महत्वपूर्ण आसन जिसकी प्रत्यंचा चढ़ा कर योगी बुढ़ापे को लक्ष्य करता है, और पा लेता है आगे को झुकी हुई कमर को सदैव युवकों की तरह सीधा रखने का वरदान। बिना लक्ष्य के किसी योग की कल्पना भी नहीं की जा सकती। किसी लक्ष्य को वेेधने की बात आती है तो सर्वप्रथम धनुष-वाण की याद आती है। तो क्या कोई प्रत्यंचा चढ़ी हुई धनुष बिना तीर के किसी लक्ष्य को वेध सकती है क्या? सीधा सा जवाब होगा नहीं।ध्यान करता हूं तो पाता हूं अत्यंत विस्मयकारी है यह आसन। पेट के...

बुधवार, 19 जुलाई 2023

गाजीपुर के युवा कवि राजेश कुमार पाल जी का संक्षिप्त परिचय एवं उनकी रचनाएं

प्रारूप नाम : राजेश कुमार पाल जन्मतिथि : 19 Nov 1986माता का नाम : स्वo बासमती पालपिता का नाम : श्री शिवमूरत पाल (वरिष्ठ अधिवक्ता) जन्म स्थान : मुहल्ला सकलेनाबाद, जिo गाजीपुरशैक्षिक योग्यता : एलएलबी, स्नातक (अंग्रेज़ी साहित्य एवं मध्यक़ालीन इतिहास) पी. जी. डिप्लोमा इन कंप्यूटर्ससंप्रति (पेशा) : HR Coordinators & Labour Law Consult (Prop. Enter HR Solutions) in Mumbaiविधाएं : कविता और शायरी साहित्यिक गतिविधियां : अभी तक नहीं प्रकाशित कृतियां :...

किसी के काम जो आए उसे इंसान कहते हैं पराया दर्द अपनाए उसे इंसान कहते हैं- सत्यप्रकाश पथिक

किसी के काम जो आए उसे इंसान कहते हैं।-२पराया दर्द अपनाए उसे इंसान कहते हैं।।-किसी के काम जो आए उसे इंसान कहते हैं।पराया दर्द अपनाए उसे इंसान कहते हैं।।कभी धनवान है कितना कभी इंसान निर्धन हैं-२कभी सुख है कभी दुःख इसी का नाम जीवन हैजो मुश्किल में न घबराये उसे इंसान कहते हैकिसी के काम जो......ये दुनिया एक उल्झन है, कही धोखा कही ठोकर।-२कोई हस हस के जीता कोई जीता है रो रो करजो गिर कर खुद संभल जाये उसे इंसान कहते हैकिसी के काम जो ............अगर गलती रुलाती...

मंगलवार, 18 जुलाई 2023

फिल्मफेयर और फेमिना द्वारा मनोज भावुक का हुआ सम्मान

लखनऊ के रमादा में 16 जुलाई को फिल्मफेयर एवं फेमिना द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ‘ भोजपुरी आइकॉन्स- रील एंड रीयल स्टार्स ‘ समारोह में भोजपुरी के जाने-माने लेखक, फिल्म समीक्षक और भोजपुरी सिनेमा के इतिहासकार मनोज भावुक को भोजपुरी साहित्य और सिनेमा के इतिहास पर किये गए उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया।  यह एक ऐतिहासिक कार्यक्रम हैं, जब दो प्रतिष्ठित ब्रांड फिल्मफेयर और फेमिना पहली बार भोजपुरी आइकॉन का सम्मान करने और जश्न मनाने...

सोमवार, 17 जुलाई 2023

ग़ाज़ीपुर यूपी 61 के संस्थापक युवा समाजसेवी कवि श्री शिवांश त्रिपाठी जी का संक्षिप्त परिचय एवं रचनायें

प्रारूप नाम : शिवांश त्रिपाठी जन्मतिथि : 12/07/1994माता का नाम : शीला तिवारीपिता का नाम : जय चंद तिवारीजन्म स्थान : गाजीपुरशैक्षिक योग्यता : स्नातकोत्तर ( अंग्रेजी )संप्रति (पेशा) : शिक्षक एवम् समाज सेवकविधाएं : कवितासाहित्यिक गतिविधियां : साहित्य अध्ययन में रुचि लेकिन फेसबुक और कुछ अन्य न्यूजपेपर्स के अलावा कुछ लिखा नहीं।।प्रकाशित कृतियां : कुछ अखबारों में प्रकाशित हुई हैं कविताएं लेकिन किसी प्रकाशन के माध्यम से नहीं।।पुरस्कार सम्मान : कोरोना योद्धा...

रविवार, 16 जुलाई 2023

महिला विकास मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती वीना मानवी जी से स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त करते हुए- लव तिवारी

कल दिनांक १५ जूलाई २०२३ को महिला विकास मंच के कार्यकारिणी बैठक में श्रीमती Shaurya Anand जी पत्नी श्री Abhishek Singh जी (अध्यक्ष जिला क्रिकेट एसोसिएशन ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश) को महिला विकास मंच उत्तर प्रदेश का प्रदेश सचिव घोषित कर पद और गोपनीयता के शपथ का कार्यक्रम जस्ट इन् होटल ग़ाज़ीपुर में आयोजित किया गया। इस शुभ अवसर पर संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती Veena Manvi जी, राजनीतिज्ञ बड़े भैया श्री राम जी सिंह जी, जिला अध्यक्ष श्रीमती Madhuu Yadav...

उपवास मनोयोग अथवा ध्यान योग भी है। डॉ एम डी सिंह ग़ाज़ीपुर

उपवास और उपासना उपवास एक अद्वितीय योग है। उपवास मनोयोग अथवा ध्यान योग भी है। जहां तक पहुंचने के लिए प्रत्याहार तप और ईश्वर प्रणिधान स्वयं सिद्ध हो जाते हैं। उपासना भी इसका एक मार्ग मात्र है। साधक चित्त पर विजय प्राप्त कर स्व को लेकर चेतना के निर्द्वन्द्व, अति शांत, शीतल ,अभेद्य ऊपरी प्रकोष्ठ में वास करने चला जाता है। यही उपवास है। उपास्य ध्येय अथवा लक्ष्य है । उपासना धारणा अथवा कर्म है। उपवास ध्यान अथवा लक्ष्य को प्राप्त करने तक चेतना के ऊपर प्रवास...

डूब गए सब घर - रचना डाॅ एम डी सिंह ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश

डूब गए सब घरनदी न जाने किस नाव से घूमने आई शहरघाट गली चौराहे डूबेडूब गए सब घरसड़कें डूबीं मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे डूबेजो भी मिला सामने सारे डूबेपुल के नीचे पुल के ऊपरघूमती रही नदी इधर-उधरडूब गए सब घरझोपड़ी डूबीसब्जी वाले की टोकरी डूबीमछली वाले की पोखरी डूबी मंत्री जी का बंगला डूबाधनी डूबा कंगला डूबापहुंच कचहरी नदी ने पीछे मुड़करनाविक से पूछा संसद है किधरडूब गए सब घरचप्पू ठिठके नाव रुकीनाविक उतर गिरता पड़ता भागाखड़ी सामने रास्ता रोक कमर भर पानी मेंस्वरपकड़-यंत्र...

शुक्रवार, 14 जुलाई 2023

वर्षों बाद गाँव में लौटा देखा, बहुत हुआ बदलाव सहमा-सहमा कदम बढ़ाता बदला बदला है हर ठाँव- श्री कामेश्वर द्विवेदी ग़ाज़ीपुर

वर्षों बाद गाँव में लौटादेखा, बहुत हुआ बदलावसहमा-सहमा कदम बढ़ाताबदला बदला है हर ठाँवसूख गया सुमनों का उपवनगाँव, बगीचे बिन सूना हैनहीं सुनाई देता कलरवचिड़ियों का,अम्बर सूना हैनहीं दिखाई देते छप्परलिपे पुते घर भी गायब हैंबँधे नाद पर चारा खातेगाय दूधारू,बैल न अब हैंजिसकी छाया का सुख था वह नीम द्वार पर आज नहीं हैमाँ अर्चन पूजन करती थीतुलसी का वह गाछ नहीं हैमुख्य द्वार पर श्वान विराजेजिसको शैम्पू से नहलाकरसेवा करते, रोज सबेरेनियमित हैं लाते टहलाकरपर घर...

बुधवार, 12 जुलाई 2023

पुण्यतिथि विशेष (डॉ पी एन सिंह) - श्री माधव कृष्ण ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश

(१)वह रंगरेज थालोग कहते हैं उसकी होद में केवल लाल रंग थायह रक्तवर्णी रोग था या शौकनहीं कह सकतापर गांधी की फुहारों से चटख लाल हल्का हो गया उसे इंद्रधनुष दिखाउसने महसूस किया पहली बाररंगीन दुनियाँ और भी खूबसूरत है.(२)वे एक जोड़ी आँखेंनिरीह थींअस्पष्ट थींचीखने लगी थीं आखिरी समयलोकतंत्र समाजवादउसने बाईं आँख से परिवर्तन देखाऔर दाहिनी आँख से परम्परावह बीच में आ चुका थालोग बैठते थेया तो उसके दायीं तरफया बाईं तरफवह सुनता थाकुछ कहता थाअस्पष्ट थाइसलिए सबने अपने...

काम कौनो अक़ील करत नईखे फूल आवे झरे फरत नईखे - मंजीत कुमार मनचला सेमरा ग़ाज़ीपुर

1 भोजपुरी ग़ज़लकाम कौनो अक़ील करत नईखेफूल आवे झरे फरत नईखे तीर बन्दूक जेकरा हाथे बादेवी देवतों ले उ डरत नईखेभाव के तेल का सूखा गईलनेह दियना तनिक बरत नईखेघाव हरियर होखे ला दिन पर दिनपीर कौनो ग़ज़ल हरत नईखेरउआ आइला मनचला सुन लीगोड़ भूईआ ले अब परत नईखेकाम कौनो अक़ील करत नईखेफूल आवे झरे फरत नईखे 2- हिंदी ग़ज़लमेरे दिल में रहो मेरी अलग पहचान बन जाओ-मैं तेरी जान बन जाऊं, तू मेरी जान बन जाओ।न तन्हाई न गम हो, न मायूसी के वो लम्हेंमैं तेरी सुबह बन जाऊ, तू मेरी शाम...

गाजीपुर की आदिवासी महिला देवधनिया की प्रेरणादायक कहानी- लेखक संजीव गुप्ता

इस तस्वीर में मेरे मित्र अरुण राय जी के पीछे आदिवासी महिला देवधनिया व उसकी बेटी खुशबू है।देवधनिया कि कहानी इतनी प्रेरक है कि यह पोस्ट लिखनी पड़ी।देवधनिया मूलतः रांची की रहने वाली है और कम उम्र में माता पिता विहीन हो जाने से वह बस्ती के लोगों के साथ 10, साल की उम्र में भट्ठा मजदूर बन कर गाज़ीपुर आयी।यहां मजदूरी करते करते बड़ी हुई और पास के गावँ के भट्ठा ट्रेक्टर ड्राइवर से शादी कर ली व मठिया गावँ में उसके घर रहने लगी।दुर्भाग्य से उसका पति मर गया और...

सोमवार, 10 जुलाई 2023

दादा साहेब फाल्के मेमोरियल फाउंडेशन मुम्बई और Gaarun Talkies के सौजन्य से कार्यक्रम ग़ाज़ीपुर के हुनज़रबाज़ का सफल आयोजन

दादा साहेब फाल्के मेमोरियल फाउंडेशन मुम्बई और Gaarun Talkies के सौजन्य से कार्यक्रम ग़ाज़ीपुर के हुनज़रबाज़ का सफल आयोजन के लिए पूरी टीम को बहुत धन्यवाद, ख़ास कर हमारे स्पान्सर, टीम के सदस्य और तमाम लोग जिन्होंने अपनी कोशिश और मेहनत से इस कार्यक्रम को सफल बनाया। इसके लिए दिल से सभी उपस्थित अतिथियों का बहुत धन्यवाद जिनके वजह से हम लोग ये कार्यक्रम कराने में सफल हो पाये। हमारे उन प्रतिभागियों का भी विशेष आभार जिन्होंने अपनी प्रतिभागिता से इस कार्यक्रम...