कहा चले जाते हो तुम, दिल मे तड़प जगा के
बरसो की प्यासी धरती पर, थोड़ी बूँद बरसा के
बरसो की प्यासी धरती पर, थोड़ी बूँद बरसा के
मुझको मिले नही तुम फुरसत के चंद लम्हो में
चाहत देखो ऐसी है बस मुझको तुम तड़पाते
चाहत देखो ऐसी है बस मुझको तुम तड़पाते
ख्वाब जो देखा तुमको लेकर और न पुरे हो सके सपने
बड़ी खुसनशीब होती जिंदगी, जीवन मे जो तुम आते
बड़ी खुसनशीब होती जिंदगी, जीवन मे जो तुम आते
इस जिंदगी में मुक्कमल, न हो सकी जो अपनी चाहत
मेरे ख़ुदा तुमने मुझको, क्यो ऐसे ख्वाब दिखाये
मेरे ख़ुदा तुमने मुझको, क्यो ऐसे ख्वाब दिखाये