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जून 2022 ~ Lav Tiwari ( लव तिवारी )

Lav Tiwari On Mahuaa Chanel

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सोमवार, 27 जून 2022

ग़ाज़ीपुर से तनिके दूर माई के भवनवा मोहे ले मनवाँ श्री कामाख्या माई धमवा।- देवी पचरा मनोज तिवारी मृदुल

ग़ाज़ीपुर से तनिके दूर माई के भवनवा
मोहे ले मनवाँ श्री कामाख्या माई धमवा।
मोहे ला मनवा......

यूपी बिहार के कगार पर निवास बा
गंगा के तीर मन्दिर गहमर के पास-२
करहिया गदाईपुर के बीच स्थनवा
मोहे ला मनवा......२
ग़ाज़ीपुर से तनिके दूर  माई के भवनवा
मोहे ले मनवाँ श्री कामाख्या माई धमवा।


भोला के नगरिया के काशी के सिवान ह।
शिव शक्ति के चारी ओरी ये निशान ह-२
शक्ति पीठ माँ कामाख्या क ह भवनवा 
मोहे ला मनवा......२
ग़ाज़ीपुर से तनिके दूर  माई के भवनवा
मोहे ले मनवाँ श्री कामाख्या माई धमवा।

बगल में बहादुर गंज चंडी देवी धाम बा
एक ओरी मुंडेश्वरी जानत जहाँ न बा-२
माई के सुरतिया देखी मिटे ला थकनवा
मोहे ला मनवा......२
ग़ाज़ीपुर से तनिके दूर  माई के भवनवा
मोहे ले मनवाँ श्री कामाख्या माई धमवा।


माई के सुरतिया देखी मिटे ला थकनवा
सोहे संगमरमर जड़ माई के भवनवा
वीरेंदर मनोज संगे करे सुमिरनवा
माई के सुरतिया देखी मिटे ला थकनवा
मोहे ला मनवा......२
ग़ाज़ीपुर से तनिके दूर  माई के भवनवा
मोहे ले मनवाँ श्री कामाख्या माई धमवा।-४

ग़ाज़ीपुर से तनिके दूर माई के भवनवा
मोहे ले मनवाँ श्री कामाख्या माई धमवा।

रविवार, 26 जून 2022

देवी पचरा -ठाड़े लेके आरती अँगनवा नयना माई के निहारे- मनोज तिवारी मृदुल

ठाड़े लेके आरती अँगनवा नयना माई के निहारे
माई के निहारे हो माई के निहारे -२
ठाड़े लेके आरती अँगनवा नयना माई के निहारे

नीम के पतईया से निचवा उतर जा
पूजा स्वीकारय अचरवा तू भर जा-२
निबिये पर लागल झुलनवा
नयना माई के निहारे

हर नवरात्र में बरत उठाई
तन मन मे शक्ति तोहरे से पाइब-२
तोहरे में लगली लगनवा
नयना माई के निहारे

घरवा भरल बा अन धन खजनवा
तोहरे कृपा से खेले ल ललनवा-२
माई लइका के बुझेलूँ सपनवा
नयना माई के निहारे

नरियल चुनरी से हम का रिझाईब
पूजा से बानी अज्ञान का चढ़ाईब-२
रखिये मनोज के ध्यानवा
नयना माई के निहारे

माई के निहारे हो माई के निहारे
ठाड़े लेके आरती अँगनवा नयना माई के निहा




गुरुवार, 23 जून 2022

अहि ठइयां झुलनी हेरा गइले रामा कहा मो ढूँढू पारम्परिक चैता

अहि ठइयां झुलनी हेरा गइले रामा कहा मो ढूँढू
अहि ठइयां झुलनी हेरा गइले रामा कहा मो ढूँढू।

कोठवा मो ढूँढू अटरिया मो ढूँढू
ढूँढूत ढूँढूत बऊरा गइले रामा
कहवाँ मो ढूँढू
अहि ठइयां झुलनी हेरा......

सासु जी से पूछनी ननद जी से पूछनी
सांइया जी से पूछत लजा गईली रामा
कहवाँ मो ढूँढू
अहि ठइयां झुलनी हेरा......

पूर्व धर्मार्थ मंत्री आदरणीय विजय मिश्रा जी के साथ 




गंगा तेरा पानी अमृत झर झर बहता जाए युग युग से इस देश की धरती तुझसे जीवन पाए

गंगा तेरा पानी अमृत झर झर बहता जाए

युग युग से इस देश की धरती तुझसे जीवन पाए

 

दूर हिमालय से तू आई गीत सुहाने गाती 

बस्ती बस्ती जंगल जंगल सुख संदेश सुनाती 

तेरी चाँदी जैसी धारा मीलों तक लहराए

गंगा तेरा पानी अमृत झर झर.................................. 


कितने सूरज उभरे डूबे गंगा तेरे द्वारे

युगों युगों की कथा सुनाएँ तेरे बहते धारे 

तुझको छोड़ के भारत का इतिहास लिखा ना जाए 

गंगा तेरा पानी अमृत झर झर..................................


इस धरती का दुःख सुख तूने अपने बीच समोया

जब जब देश ग़ुलाम हुआ है तेरा पानी रोया

जब जब हम आज़ाद हुए हैं तेरे तट मुस्काए

गंगा तेरा पानी अमृत झर झर...............................

 

खेतों खेतों तुझसे जागी धरती पर हरियाली

फसलें तेरा राग अलापें, झूमे बाली बाली

तेरा पानी पीकर मिट्टी सोने में ढल जाए

गंगा तेरा पानी अमृत झर झर..............................

 

तेरे दान की दौलत ऊँचे खलिहानों में ढलती 

खुशियों के मेले लगते, मेहनत की डाली फलती 

लहक लहक के धूम मचाते तेरी गोद के जाए 

गंगा तेरा पानी अमृत झर झर............................

 

गूँज रही है तेरे तट पर नवजीवन की सरगम 

तू नदियों का संगम करती, हम खेतों का संगम 

यही वो संगम है जो दिल का दिल से मेल कराए 

गंगा तेरा पानी अमृत झर झर..............................

  

हर हर गंगे कहके दुनिया तेरे आगे झुकती 

तुझी से हम सब जीवन पाएँ तुझी से पाएँ मुक्ति 

तेरी शरण मिले तो मैया जनम सफल हो जाए 

गंगा तेरा पानी अमृत झर झर..............................

 

गंगा तेरा पानी अमृत झर झर बहता जाए

युग युग से इस देश की धरती तुझसे जीवन पाए

गंगा तेरा पानी अमृत झर झर..............................4




बुधवार, 22 जून 2022

ओ मईया तैने का ठानी मन में, राम-सिया भेज दइरी वन में - रविन्द्र जैन

ओ मईया तैने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दइरी वन में -२
हाय री तैने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दइ री वन में -२

यधपि भरत तेरो ही जायो,
तेरी करनी देख लज्जायो,
अपनों पद तैने आप गँवायो
भरत की नजरन में,
राम-सिया भेज........
हठीली तैने .....

महल छोड़ वहाँ नहीं’ रे मड़ैया,
सिया सुकुमारी,संग दोउ भईया,
काहू वृक्ष तर भीजत होंगे, तीरो मेहन में,
राम-सिया भेज...........
दीवानी तैने का........
राम-सिया भेज ..........

कौशल्या की छिन गयी वाणी,
रोय ना सकी उर्मिला दीवानी,
कैकेयी तू बस एक ही रानी
रह गयी महलन में,
राम-सिया भेज.......
दीवानी तैने का.........
राम-सिया भेज......….

                                                           स्वर गीत व संगीत- रविन्द्र जैन
यह गीत भारत देश के सुप्रसिद्ध धारवाहिक रामायण से लिया गया है। जिसे रामानंद सागर जी ने बनाया था और इस धारवाहिक के लगभग सारे गीत को खुद रविन्द्र जैन ने लिखने के साथ गाया व संगीतबद्ध किया किया है।
जय प्रभु श्री राम।।



चराग़ आफ़ताब ग़ुम बड़ी हसीन रात थी शबाब की नक़ाब गुम बड़ी हसीन रात थी- ज़नाब सुदर्शन फ़ाकिर

चराग़ आफ़ताब ग़ुम बड़ी हसीन रात थी,
शबाब की नक़ाब गुम बड़ी हसीन रात थी।

मुझे पिला रहे थे वो कि ख़ुद ही शमा बुझ गई,
गिलास गुम,शराब गुम, बड़ी हसीन रात थी।

लिखा था जिस किताब में कि इश्क़ तो हराम है
हुई वही किताब गुम बड़ी हसीन रात थी।

लबों से लब जो मिल गए,लबों से लब ही सिल गए
सवाल गुम, जवाब गुम, बड़ी हसींन रात थी।

चराग़- दीपक आफ़ताब = दिया, सूरज

रचना - ज़नाब सुदर्शन फ़ाकिर




सोमवार, 20 जून 2022

अच्छी-अच्छी चीजें जब खाने को है फिर बेजुबानों को मारे क्यों- लव तिवारी

जब भगवान ने हमें इतनी अच्छी-अच्छी चीजें खाने को दी हैं तो फिर बेजुबानों को मारकर क्यों खाएं ? शाकाहारी बनकर देखिए अच्छा लगेगा 

जब अच्छी-अच्छी चीजें हमको शाकाहारी के रूप में खाने को है तो हम मांसाहारी क्यों बने हम जीव हत्या क्यों करें हम इस घोर पाप से क्यों ना बचे हैं आइए हम बताते हैं कि मांसाहारी बनने की क्या नुकसान है आपको

1 सबसे पहले तुम मांसाहार जो मनुष्य और देवताओं का भोजन नहीं है यह राक्षसों का भोजन है राक्षसी प्रवृत्ति के लोग इसे धारण करते हैं और जैसे ही इस तरह के भोजन को आप ग्रहण करते हैं आपका मन दूषित हो जाता है तन दूषित हो जाता है आपने देखा होगा जिसने कई जितने मांसाहारी भोजन करने वाले जो लोग हैं उनको स्किन डिजीज का प्रॉब्लम होता है तो अच्छा संबंधी रहो पेट संबंधी गड़बड़ी और विभिन्न प्रकार के रोगों से ग्रसित होते हैं तो हमसे आप से गुजारिश है कि आप मांसाहार ना खाये

2- जीव हत्या आपको कैसा लगेगा मांसाहारी भोजन जो है वह हिंदू धर्म में निषेध माना गया है पहले के लोग जो मांसाहारी नहीं होते थे लंबी आयु होती थी आज के जमाने में हर घर में आपको मांसाहारी मिलेगी उम्र एवरेज उम्र 50 साल रोग विभिन्न प्रकार के लोग दुर्ग नहीं विभिन्न प्रकार के रहो तो पहले कुल्लू शुद्ध शाकाहारी हुआ करते थे अब हम यह नहीं बात करते जब पृथ्वी की खोज हुई थी उस समय के बाद में नहीं कर रहा हूं जिस समय पत्नी को केवल था बाद में पक्षी जो है धीरे-धीरे अपना खेती करने लगा उससे पहले की बात नहीं कर रहा हूं बात करने वाली बात नहीं है शुद्ध शाकाहारी भोजन से आपका शरीर पूर्ण रूप से स्वस्थ होता है
😊🙏


गुरुवार, 16 जून 2022

हम फौजी है प्यारा देश हमारा फिर क्यों ये गद्दारी है हम नेताओं के हाथों की कठपुतली जानती दुनिया सारी है- लव तिवारी

हम फौजी है प्यारा देश हमारा फिर क्यों ये गद्दारी है।
हम नेताओं के हाथों की कठपुतली जानती दुनिया सारी है।

हम अडिग है अपने पथ पर करते नया किर्तिमान यहाँ ।
देश विप्पति में जब होता, फिर होता हमारा काम वहाँ।।

आज के इस दौर से चिंतित हम सब भारतवासी है।
सबकुछ क्यो नेताओ के हाथ मे जो करते मनमानी है।।

करते हम संघर्ष दुश्मन से और सीमा पर पहरेदारी है।
तब जाकर देश है सोता, फिर भी नही हमसे वफादारी है।।

जाति धर्म ऊँच नीच से परे हम सब की जेम्मेदारी है।
वोट की राजनीति करके देखो राजनेता हम सब भारी है।।

हम फौजी है प्यारा देश हमारा फिर क्यों ये गद्दारी है।
हम नेताओं के हाथों की कठपुतली जानती दुनिया सारी है।








बुधवार, 15 जून 2022

नफ़रत क्या है जो तुम लोगों से करते हो। मोहब्बत के नाम पर क्यो जमाने से डरते हो- लव तिवारी ग़ाज़ीपुर

नफ़रत क्या है जो तुम लोगों से करते हो।
मोहब्बत के नाम पर क्यो जमाने से डरते हो।

जब तक हो दुनिया में अमन चैन से रहो।
जरूरत क्या है जो लोगो के जज़्बात से खेलते हो।।

धरा तुम्हारी नही न तुम खुदा हो इस जहाँ के।
ग़रीबी क्या है, इसको क्यो नही समझते हो।।

सारी हसरत मुक्कमल हो ऐसा तो मुमक़िन नही।
जीना सीखे नही और जिंदगी की बात करते हो।।

थोड़ी खुशियां भी काफी है उम्र भर जीने के लिए।
मुझको भी देख लो क्यों गैरो की बात करते हो।।

रचना- लव तिवारी
युवराजपुर ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश




शुक्रवार, 10 जून 2022

गर्मी हम सबको सताये फिर भी नही कोई पेड़ लगाए- लव तिवारी

गर्मी हम सबको सताये
फिर भी नही कोई पेड़ लगाए।।

आते जाते पथिक भी सोचे।
कैसे रास्ते को छावदार बनाये।।

कल कारखाने और वाहनों से।
कैसे हवा को शुद्ध बनाये।।

एसी, कूलर फ्रीज की दुनियां।
इनके बिना कहाँ रह हम पाये।।

एक व्यक्ति की नही धरा यह।
आओ हम सब साथ निभायें।।

पर्यावरण की बस करें सुरक्षा।
हम तन मन धन से लग जाये।।

नही सुधरेंगे फिर मर जायेंगे।
इस गर्मी से फिर हमें कौन बचाये।।

स्वर्ग नरक सब इसी धरा पर।
आओ मिलकर हम स्वर्ग बनाये।।

रचना- लव तिवारी
ग्राम पोस्ट- युवराजपुर जिला ग़ाज़ीपुर
उत्तर प्रदेश २३२३३२






मतलबी जमाना और बेगानों का बसर है। शहद की मिठास लिए उगलता जो जहर है- लव तिवारी

मतलबी जमाना और बेगानों का बसर है।
शहद की मिठास लिए उगलता जो जहर है।।

एक तमन्नाओं की ख्वाईश लिए बेचैन थे बचपन में।
उन विपरीत परिस्थियों को सँजोता यही वो शहर है।

सबकों अपनी चिंता है और अपने है बेगानें यहाँ।
इंसानियत है हैवान यहाँ बस लोगों का कहर है।।

सब गलत कामों से ढक देते है अच्छाइयों को भी।
इस बात से परेशान हम ये कैसा लोगों का ठहर है।।

गांव ही है सबसे न्यारा हो जाती अगर जरूरत पूरी।
शहर में कभी नही जाता जो आधुनिकता का बसर है।।




प्रचंड गर्मी जियते फूक देब का मालिक- लव तिवारी

आप को लगेगा अजीब बकवास है किन्तु यह सत्य है

पिछले 68 सालों में पीपल, बरगद और नीम के पेडों को सरकारी स्तर पर लगाना बन्द किया गया है

पीपल कार्बन डाई ऑक्साइड का 100% एबजार्बर है, बरगद 80% और नीम 75 %। अब सरकार ने इन पेड़ों से दूरी बना ली तथा इसके बदले विदेशी यूकेलिप्टस को लगाना शुरू कर दिया जो जमीन को जल विहीन कर देता है।इस पेड़ को लगाना राजीव गांधी ने चालू किया आज हर जगह यूकेलिप्टस, गुलमोहर और अन्य सजावटी पेड़ो ने ले ली है।
अब जब वायुमण्डल में रिफ्रेशर ही नही रहेगा तो गर्मी तो बढ़ेगी ही और जब गर्मी बढ़ेगी तो जल भाप बनकर उड़ेगा ही।

*हर 500 मीटर की दूरी पर एक पीपल का पेड़ लगाये तो आने वाले कुछ साल भर बाद प्रदूषण मुक्त हिन्दुस्तान होगा*

*वैसे आपको एक और जानकारी दे दी जाए*
*पीपल के पत्ते का फलक अधिक और डंठल पतला होता है जिसकी वजह शांत मौसम में भी पत्ते हिलते रहते हैं और स्वच्छ ऑक्सीजन देते रहते हैं।*

जब सोमनाथ चटर्जी लोकसभा अध्यक्ष थे तब मंत्रियों और सांसदों के आवास के अंदर से सभी नीम और पीपल के पेड़ कटवा दिए थे।

मीडिया में बड़ा मुद्दा नहीं बना, क्यूँकि मीडिया को इससे कोई लाभ नही था

वैसे भी पीपल को वृक्षों का राजा कहते है। इसकी वंदना में एक श्लोक देखिए-

मूलम् ब्रह्मा, त्वचा विष्णु
सखा शंकरमेवच
पत्रे-पत्रेका सर्वदेवानाम
वृक्षराज नमस्तुते

अब करने योग्य कार्य यही है कि इन जीवनदायी पेड़ों को ज्यादा से ज्यादा लगायें तथा यूकेलिप्टस पर बैन लगाया जाय।आइये हम सब मिलकर अपने "हिंदुस्तान" को प्राकृतिक आपदाओं से बचाएँ






तेरी अहमियत को जो न समझे उनको कौन बतलाये, तू है तो ही धरती टिकी है तुझसे ही भगवान यहाँ- लव तिवारी

ये किसान तेरी दुनिया कैसी, और कैसे तेरे काम यहाँ।
कहने को तू अन्न दाता भूखा सोता तेरा जहान यहाँ।।

इस धरा पर कठिन परिश्रम तुमसे अच्छा कौन करे।
मौसम के बेरहमी के कारण बर्बादी का मंजर सहे।।

भूखे शरीर से हल चलाकर करता तू महान काम यहाँ
फिर भी कुदरत और साहूकारों ने तुमको किया परेशान यहाँ

देश की धरती सोना उगले उसमें अद्भुत एहसान तेरा।
हर भूखें को भोजन मिलता इससे बड़ा उपकार कहा।।

तेरी अहमियत को जो न समझे उनको कौन बतलाये।
तू है तो धरती टिकी है तुझसे ही भगवान यहाँ।।

रचना- लव तिवारी
युवराजपुर ग़ाज़ीपुर उत्तरप्रदेश







कोई तो है जो दिल को बहुत बार धड़कता है। उसके आने की खबर से दिल भी सहम सा जाता हैं।- लव तिवारी

कोई तो है जो दिल को बहुत बार धड़कता है।
उसके आने की खबर से दिल भी सहम सा जाता हैं।।

मैं उसको यह कैसे बताऊ क्या अहमियत है उसकी।
सामने न होते हुए भी क्यो वो मेरे पास ही नजर आता है।।

बड़े सलीके से उसका नाम छुपाया दुनिया की नजरों से।
न चाहते हुए भी यह ख़बर जमाने को पता लग जाता हैं।।

मोहब्बत करने वाले से ये दुनिया जलती क्यो है हरदम।
एक प्रेमी के मिलने से भला दुनिया का क्या बिगड़ जाता है।

मोहब्ब्त के इस दौर में आदत मेरी किसीसे मत पूछिए लव।
उसकी ख्वाईश में जमाना मुझे पागल भी बना जाता हैं।









शुक्रवार, 3 जून 2022

कलयुग की सबरी- दान वीरता आपकी जग में है विख्यात दान धर्म जो ना किया जीवन है बेकार।

🙏।। जय श्री राम जय श्री राम जन्मभूमि ।।🙏

।। कलयुग की सबरी ।।

दान वीरता आपकी जग में है विख्यात
दान धर्म जो ना किया जीवन है बेकार।।

इस पोस्ट को पढ़े और पूरा वीडियो भी देखे इसमें जो यह बृद्ध महिला दिख रही है यह निहाय गरीब है जिसके पास न रहने के लिये मकान है न भोजन के लिये अन्न न परिवार में कोई व्यक्ति फिर भी यह महिला अपने संघर्षो से अपना जीवन यापन करती चली आ रही है । और हमारे गाँव मे सेवा भाव से रहती है और इनके सेवा भाव से प्रशन्न होकर लोग इन्हें स्वेच्छा से 10,20,50 ,100,200, रु की सहयोग राशि प्रदान करते रहते है। जिससे यह अपना खर्च चलाती है। उसी पैसे में से एक एक पैसा बचाकर यह महिला जिनका नाम सुमित्रा देवी(बिंद जाति) है इन्होंने श्री राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण में 30000/नगद (तीस हजार रुपया) धनराशि दान करके अपने जीवन को धन्य किया । एक भक्त की भगवान में क्या आस्था होती है उसका भी यह सजीव उदाहरण है । इस महिला की भगवान श्री राम में आस्था को देखकर हम यह विस्वास के साथ कह सकते है कि यह महिला सुमित्रा देवी कलयुग की सबरी है।। त्रेता की सबरी के बारे में सुना और पढ़ा था लेकिन आज कलयुग में एक सेबरी रूपी महिला को देखकर आज हम लोग धन्य हुवे । और उसके भगवान में अनन्त आस्था को शत शत बार प्रणाम।🙏🙏🙏
पोस्ट करने का उद्देश्य यही है कि दान धर्म करने के लिये करोड़पति होना जरूरी नही है। भगवान में एक गरीब का निःस्वार्थ आस्था और विस्वास भी भगवान के नाम पर दान धर्म करने का हौसला प्रदान करता है।
🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹
जय श्रीराम। जय अयोध्या धाम








स्वास्थ्य सम्बन्धी याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें:- जीवन बहुत अनमोल है।

याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें:
1. बीपी: 120/80

2. पल्स: 70 - 100

3. तापमान: 36.8 - 37

4. सांस : 12-16

5. हीमोग्लोबिन:
नर -13.50-18
मादा - 11.50 - 16

6. कोलेस्ट्रॉल: 130 - 200

7. पोटेशियम: 3.50 - 5

8. सोडियम: 135 - 145

9. ट्राइग्लिसराइड्स: 220

10. शरीर में खून की मात्रा :
पीसीवी 30-40%

11. शुगर लेवल:
बच्चों के लिए (70-130)
वयस्क: 70 - 115

12. आयरन: 8-15 मिलीग्राम

13. श्वेत रक्त कोशिकाएं WBC:
4000 - 11000

14. प्लेटलेट्स:
1,50,000 - 4,00,000

15. लाल रक्त कोशिकाएं RBC:
4.50 - 6 मिलियन..

16. कैल्शियम:
8.6 - 10.3 मिलीग्राम/डीएल

17. विटामिन डी3:
20 - 50 एनजी/एमएल

18. विटामिन बी12:
200 - 900 पीजी/एमएल

*वरिष्ठ यानि 40/ 50/ 60 वर्ष वालों के लिए विशेष टिप्स:*

1- *पहला सुझाव:*
प्यास न लगे या जरूरत न हो तो भी हमेशा पानी पिएं... सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं और उनमें से ज्यादातर शरीर में पानी की कमी से होती हैं। 2 लीटर न्यूनतम प्रति दिन

2- *दूसरा सुझाव :*
शरीर से अधिक से अधिक काम ले, शरीर को हिलाना चाहिए, भले ही केवल पैदल चलकर... या तैराकी...या किसी भी प्रकार के खेल से।

3- *तीसरा सुझाव:*
खाना कम करो....
अधिक भोजन की लालसा को छोड़ दें... क्योंकि यह कभी अच्छा नहीं लाता है। अपने आप को वंचित न करें, लेकिन मात्रा कम करें। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट आधारित खाद्य पदार्थों का अधिक प्रयोग करें।

5- *चौथा सुझाव*
जितना हो सके वाहन का प्रयोग तब तक न करें जब तक कि अत्यंत आवश्यक न हो... आप कहीं जाते हैं किराना लेने, किसी से मिलने... या किसी काम के लिए अपने पैरों पर चलने की कोशिश करें। लिफ्ट, स्लाईडर का उपयोग करने के बजाय सीढ़ियां चढ़ें।

5- *पांचवां सुझाव*
क्रोध छोड़ो...
चिंता छोड़ो... चीजों को नज़रअंदाज़ करने की कोशिश करो...
विक्षोभ की स्थितियों में स्वयं को शामिल न करें .... वे सभी स्वास्थ्य को कम करते हैं और आत्मा के वैभव को छीन लेते हैं। सकारात्मक लोगों से बात करें और उनकी बात सुनें !

6- *छठा सुझाव*
उम्र के ढलते पडाव में पैसे रकम आदि का मोह छोड़ दे
अपने आस-पास के लोगो से खूब मिलें जुलें हंसें बोलें!
पैसा जीने के लिए बनाया गया था, जीवन पैसे के लिए नहीं।

7- *सातवां सुझाव*
अपने आप के लिए किसी तरह का अफ़सोस महसूस न करें, न ही किसी ऐसी चीज़ पर जिसे आप हासिल नहीं कर सके, और न ही ऐसी किसी चीज़ पर जिसे आप अपना नहीं सकते इन सभी के बारे में अफसोस करने के बजाय हमेशा अनदेखा कर भुल जाए!
अपनी जरूरत वाली प्राथमिक सुविधाओं के अलावा अन्य किसी भी तरह की सुविधाओं की अपेक्षा नहीं रखें ! इच्छाओं को सिमित रखें !
इसे अनदेखा करें और इसे भूल जाएं।

8- *आठवां सुझाव*
पैसा, पद, प्रतिष्ठा, शक्ति, सुन्दरता, जाति की ठसक और प्रभाव ....
ये सभी चीजें हैं जो अहंकार से भर देती हैं.... लेकिन आज है और कल नहीं है अत: उसके पिछे जरूरत से ज्यादा समय व्यर्थ नहीं करें !
विनम्रता को प्राथमिकता दे जो लोगों को प्यार से आपके करीब लाती है।

9- *नौवां सुझाव*
अगर आपके बाल सफेद हो गए हैं, तो इसका मतलब जीवन का अंत नहीं है। यह एक बेहतर जीवन की शुरुआत हो चुकी है। आशावादी बनो, याद के साथ जियो, यात्रा करो, आनंद लो। यादें बनाओ!

10- *दसवां सुझाव*
अपने से छोटों से भी प्रेम, सहानुभूति ओर अपनेपन से मिलें! कोई व्यंग्यात्मक बात न कहें! चेहरे पर मुस्कुराहट बनाकर रखें !
अतीत में आप चाहे कितने ही बड़े पद पर रहे हों वर्तमान में उसे भूल जाये और सबसे मिलजुलकर रहें!





भरत चले चित्रकूट हो रामा राम को मनाने राम को मनाने लखन समुझाने सिया जी को वापस लाने हो रामा

भरत चले चित्रकूट हो रामा राम को मनाने
राम को मनाने लखन समुझाने
सिया जी को वापस लाने हो रामा
राम को मनाने.....…..
भरत चले चित्रकूट हो रामा.......

तन पुलकित अति सजल नयन भर 
सिर पर जस जटा जुट हो रामा 
राम को मनाने.....…..
भरत चले चित्रकूट हो रामा.......

छल बिल खट छन प्रेम मगन मन 
मन करे नीरज छुर हो रामा 
राम को मनाने.....…..
भरत चले चित्रकूट हो रामा.......

भरत चले चित्रकूट हो रामा राम को मनाने
राम को मनाने लखन समुझाने
सिया जी को वापस लाने हो रामा
राम को मनाने.....…..