गुरुवार, 7 सितंबर 2023

बहुत कठिन बा जीनिगिया के जियल सुख दुख के सुई धागा ले के एके सियल- अजय त्रिपाठी

 बहुत कठिन बा जीनिगिया के जियल

सुख दुख के सुई धागा ले के एके सियल

बहुत कठिन बा.........


केहू के भरोस नईखे, मन भयभीय बा

परला प केहू नाही हीत केहू मीत बा-२

रोज आँसुवन के-२ घोट एहिजा पीयल

बहुत कठिन बा............


केकरा के आपन कही, केकरा के गैर हो

आगे बढ़त देख खीचे सब पैर हो-२

सहे के बधाव एहिजा-२ अपने के दीहल

बहुत कठिन बा.............


साथ रही तबले तोहरा, जबले बा अरथ

छोड़ देही साथ तुरते, पुरते स्वारथ-२

चुकता करे के पड़ी-२ जउन बा लीहल

बहुत कठिन बा ..................


बहुत कठिन बा जीनिगिया के जियल

सुख दुख के सुई धागा ले के एके सियल

बहुत कठिन बा.........



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें