हमहु नदान रहली तूहऊ नदान (कजरी गीत )
हमहु नदान रहली तूहऊ नदान
गोरिया मिलते नज़रिया तूफान हो गईल - 2
** ओही रे असॅढ्वा मे घेरले बदरवा
घूमडी घूमडी के बरसे पजरवा
घसिया झुरान रहली मॅटीया झुरान
गोरिया छ्न भर मे गम गम सिवान हो गईल - 2
गोरिया मिलते नज़रिया तूफान हो गईल........................
** ओही रे बॅरिखवा मे तूहउ ढ़ेकउलू
बरिया गझिनकी मे जाई ठाढ़ भईलू
झूठही गुमान रहली गुम हो गुमान
गोरिया चंदन बदनिया के नाम हो गईल-2
गोरिया मिलते नज़रिया तूफान हो गईल.......................
** ओही रे बागियवा मे नेहिया उगवले
हथवा मे हाथ धरि गरवा लगवले
पूरवा सुहान आईली दिनवा सुहान
गोरी अगना मे कजरी जवान हो गईल -2
गोरिया मिलते नज़रिया तूफान हो गईल.......................
हमहु नादन रहली तूहऊ नादन
गीतकार : योगेश विक्रांत
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