मुझमें डूब कर सवर जाने की बात कर।
तुमसे क्या रिश्ता है मेरा, इसे सुलझाने की बात कर।
आदमी मैं बुरा नही मगर जमाने से शिकायत भी नही।
तुमको कैसा लगता हूँ ये बताने की बात कर।।
कौन कहता हूं कि मोहब्बत बुरी चीज़ है दुनिया में
मेरा मुझको मिल जाये, बस ये दुआओं की बात कर।।
तेरा साथ मिल जाये तो ज़माने की हर हसरत पा लू।
में भी तो तेरा ही हूँ, तो हक जताने की बात कर।।
कितनी तड़प है दिल में, अगर पास होते तो सुनते ।
दूर रहकर मेरे पास है तू, बस पास आने की बात कर।
तुम्हारी याद में रचना - लव तिवारी ग़ाज़ीपुर उत्तरप्रदेश
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