जग के पालन हार बने कैसे ललना
झूले नन्दलाल आज यशोदा के पलना
जिसके भरोसे ये जग सारा,1
मांग रहा मईया से दे दे सहारा-२
टुकुर टुकुर देख रहा पलने से ललना
झूले नन्दलाल आज यशोदा के पलना
जग के पालन हार बने कैसे ललना
पर्वत नदिया जिससे बनती,दया दृष्टि से दुनिया चलती-२
गिर गिर उठ उठ सिख रहा ललना
झूले नन्दलाल आज यशोदा के पलना
जग के पालन हार बने कैसे ललना
अजब रूप प्रभु अपना बनाये, रुदन करत कभी कभी मुस्काये-२
देती है मईया ला के खिलौना
झूले नन्दलाल आज यशोदा के पलना
जग के पालन हार बने कैसे ललना
गीत संगीत - अजय त्रिपाठी
युवराजपुर ग़ाज़ीपुर
उत्तर प्रदेश
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