ग़रीबी एक अभिशाप है
भूख और गरीबी इतना सताती है कभी-कभी जान निकल जाती, आज के दौर में किसी को नहाने के दूधों तो किसी को पीने को पानी तक नसीब नही है। एक बात और मजे की लोग भुखमरी से कम मरते लेकिन खाकर मरने वालों की संख्या इस दुनिया में ज्यादा है आप न्यूज़ पेपर उठा कर देख लीजिए तमाम बड़े हस्तियों को तमाम लोगों के बारे में आप जानते हो जानते होंगे, खबर मिलती है कि उन्हें मौत हो गई मौत के पीछे का रहस्य हार्ट अटैक हार्ट अटैक क्यों होता है और असंयमित भोजन खाने तथा धूम्रपान करने से, नशा का भारी मात्रा में प्रयोग करने एवं तनाव भरे जीवन को जीने से।
यह सब गरीब के पास नहीं है गरीब खाने को और सोने को मिल जा तो उसे किसी बात की चिंता नहीं सताती, पता है झुग्गियों में रहने वाले गरीब तो केवल उसी दिन की चिंता रहती हैं अगले दिन जीवन के संघर्ष में जीवन को जीते हो अपनी पूरी उम्र को निकाल देते हैं। इस आर्टिकल को लिखने के पीछे उद्देश्य क्या है, अगर भगवान ने आपको धन दिया उस धन का सदुपयोग करें न की दुरुपयोग। उतना ही भोजन करें जितना शरीर की आवश्यकता है। उस से बढ़कर करेंगे तो तमाम तरह एवं विभिन्न प्रकार की बीमारियां आपकी तरह प्रभावित करेगी। इस तस्वीर में आप देख रहे होंगे कैसी एक बच्चा अपनी जीवन की कष्ट वाले समय को आनंद पूर्वक जी रहा है। जीवन की यही कहानी बहुत के पास पैसा है बहुत के पास खाने को भी धन नहीं हैं आपको कैसे सुखी रहना है, क्या आप संतोष भरे जीवन को जीना है या फिर वही जीवन जिसमें पैसा है लेकिन सुकून नहीं है घर है बिस्तर है लेकिन नींद नहीं औलाद है लेकिन सामाजिक दायित्व नहीं भोजन है लेकिन किसी बीमारी की वजह से खाना नहीं, तमाम तरह की बातें हैं आप खुद समझदार हैं अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए आप गरीबों के प्रति उदारवादी बने।
जीवन में कमाए हुए अपने धन का कुछ अंश जरूर गरीबों की भोजन एवं कपड़े तथा उनके अन्य जरूरतों के प्रति खर्च करें।
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