गम की नजर से देखिए, दिल के असर से देखिए
है अश्क भी लाल रंग, खूने-जिगर से देखिए..
तैराक भी कितने यहां प्यासे ही मर गए
संसार की नदी में भी जरा फिसल के देखिए..
खुशबू से भीग जाएगी नाजुक सी उंगलियां
मेरे दिए गुलाब को आप मसल के देखिए..
ये हुस्न देखकर ही तो वो चांद परेशान है
वो जल रहा है हमसे, घर से निकल के देखिए..
है अश्क भी लाल रंग, खूने-जिगर से देखिए..
तैराक भी कितने यहां प्यासे ही मर गए
संसार की नदी में भी जरा फिसल के देखिए..
खुशबू से भीग जाएगी नाजुक सी उंगलियां
मेरे दिए गुलाब को आप मसल के देखिए..
ये हुस्न देखकर ही तो वो चांद परेशान है
वो जल रहा है हमसे, घर से निकल के देखिए..
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