गुरुवार, 30 अप्रैल 2015

Gum Ki Nazar Se Dekhiye- गम की नजर से देखिए

गम की नजर से देखिए, दिल के असर से देखिए
है अश्क भी लाल रंग, खूने-जिगर से देखिए..

तैराक भी कितने यहां प्यासे ही मर गए
संसार की नदी में भी जरा फिसल के देखिए..

खुशबू से भीग जाएगी नाजुक सी उंगलियां
मेरे दिए गुलाब को आप मसल के देखिए..

ये हुस्न देखकर ही तो वो चांद परेशान है
वो जल रहा है हमसे, घर से निकल के देखिए..

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