हर साल आयी मईया तोहरी दुअरिया
कबो अईतु हमरो बखरिया माई जग तरनी-२
नाही बाटे विद्या बुद्धि नाही बा ज्ञानवा
नही जानी हम मईया पुजवा के धनवा
हम त हई मईया पाँव के पूजरिया -२
कबो अईतु हमरो बखरिया.........
निर्धन के धन देलु कोढ़ीयन के तनवा
सेवक बझिनियन के देवेलु लालनवा
जब होला कृपा के जग पे नजरिया हो-२
कबो अईतु हमरो बखरिया............
है महारानी जगत भवानी
हमरा के तार देतू तब तोहखे जानी
हम त हई महारानी निपट अनाड़िया हो
कब लेबू हमरो खबरिया माई जग तरनी
कबो अईतु हमरो बखरिया.........
हर साल आयी मईया तोहरी दुअरिया
कबो अईतु हमरो बखरिया माई जग तरनी-२
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