अगिया दहेज के अईसन तेज हो गईल
बेटी जनमावल परहेज हो गईल
बाप भईल कंस से भी बढ़ के कसाई
अपना जमलका देला बध कराई
कइसन माई बाप के करेज हो गईल
बेटी जनमावल परहेज...........
बेटियां के दुख का बा ई त के ना जाने
तबो निदर्दी लोगवा बने अनजाने
बेटहा त जुल्मी अंग्रेज हो गईल
बेटी जनमावल परहेज............
दिन नइखे ढेर अब त उहो युग आई
शादी बदे बबुआ कम्पटीशन देवे जाई
सुनी होखे शुरू अब त सेज हो गईल
बेटी जनमावल परहेज............
रोके अत्याचार जे कुकर्म बढ़ जाईहं
एकरे ई बोझ से धरती फ़ट जाईहं
पपवा के बहुते मोटा पेज हो गईल
बेटी जनमावल परहेज............
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