ताजमहल सी खूबसूरत एक फ़रमान हो तुम।
मेरे पवित्र प्यार की उमीद वफ़ा यार हो तुम।।
रहो सलामत हरदम जले तुम्हारे दुश्मन सब।
आती जाती ठंडी हवा की एक बयार हो तुम।।
मुझपर बस एहसान कर मेरी हो जाओ तुम।
और कुछ नही चाहिये खुदा से मेरी प्राण हो तुम।।
ख़ुद से ज्यादा भरोसा करते है दिन रात तुम्ही पर।
और किसी मत हो जाना मेरी जान हो तुम।।
2- शेर
दिन रात तुझे में देखु बस यही तम्मना सौ बार मेरी।
तुम भी मुझकों देखा करना दिल का है अरमान यही।।
आ जाओ पास मेरे दुनिया के सारे रिश्ते को तोड़कर।
बन जाओ बस मेरी सजाना लेकर हर अरमान यही।
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