अब जरूर होगा कोई और दूसरा निगाह में
तभी तो आयी कयामत इस हँसते खेलते परिवार में।।
रिश्ता बनाना अब देखो मज़ाक बन कर रह गया ।
जज़्बात और जीवन की खुशियां खाक बन बन कर गया ।
क्या है षडयंत्र कौन होगा अब अगला शिकारी है।
किस पर होगी अब ये अगली आफत की बम बारी है।।
भगवान तेरा नही मगर ख़ुदा का तो वफादार है।
इस बात वो नही समझेगा जो तेरा कर्ज़दार है।।
इस बिपदा को जो झेला वो दर्द को समझ जायेगा।
उसको बात नही समझ आएगी जो तेरा ही परछाई है।।
रचना - लव तिवारी
05- जुलाई- 2021
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