अब सवाल और जबाब भी तुम्ही से
आओ किसी दिन हिसाब भी तुम्ही से
आओ किसी दिन हिसाब भी तुम्ही से
बड़े उलफ्फत में है ये हसीन जिंदगी
किसी रोज मुस्कुराओ कायनात भी तुम्ही से
किसी रोज मुस्कुराओ कायनात भी तुम्ही से
लोगो का क्या है मोहब्बत के सब दुश्मन है यहाँ
बस एक तुम हो और जज्बात भी तुम्ही से
बस एक तुम हो और जज्बात भी तुम्ही से
हुस्न की बात करे तो निगाहें तुम पर रुकती
हो आसमान में बहुत तारे लेकिन चाँद भी तुम्ही से
हो आसमान में बहुत तारे लेकिन चाँद भी तुम्ही से
कभी आओ सज धज के की अब कयामत हो
अब नही सही जाती जुदाई हालात भी तुम्ही से
अब नही सही जाती जुदाई हालात भी तुम्ही से
रचना लव तिवारी
11 08 2017
11 08 2017
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