जुल्फ की लट का आगे होंना एक क़हर सा है
जिंदगी हसीन सी है ये तुम्हारा असर सा है
जिंदगी हसीन सी है ये तुम्हारा असर सा है
वजूद तुमसे है, नहीं तो मैं कौन हूँ
आज तुम मेरी हो तो जमाने में खबर सा है
आज तुम मेरी हो तो जमाने में खबर सा है
जबसे तुम मिलो, तो रोशन चराग है
वरना जिंदगी का उजाला बस तुम सा है
वरना जिंदगी का उजाला बस तुम सा है
आज बड़े दिनों के बाद आई हो जहन में
कि इश्क़ का कतरा भी अब दरिया सा है
कि इश्क़ का कतरा भी अब दरिया सा है
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