देश की पृष्टभूमि पर एक छोटा एवं गुमनाम शहर ग़ाज़ीपुर भारत की गौरवमयी गरिमा एवं सैनिको के बलिदानो की करुणामयी गाथाओ से जहा इस शहर का एक देश की पृष्टभूमि पर अलग अस्तित्व है , वही शहर के गद्दार नेताओ ने इसके शोहरत एवं गरिमा को दागनुमा करार दिया है, स्वतन्त्रता से पहले जहा देश की आर्थिक एवं संस्कृति विरासत को अनोखा प्रारूप दिए इस जनपद की अनोखी दास्ताँ थी वही राजनीती के दुर्भाग्य स्थिति से आज ये भारत देश के नक्शे पर अपने को धूमिल रूप में प्रदर्शित किये हुए है
2014 के केंद्र में बीजेपी सरकार से इसके स्थिति में सुधार के साथ विकास की एक उम्मीद को रफ़्तार मिली है , कल 14 नवम्बर 2016 को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र_मोदी द्वारा कई योजनाओ का शिलान्यास के माध्यम के द्वारा कई विशेष सौगात इस शहर को मिलने की उम्मीद है वर्ना अंग्रेजो के दौर का यह आर्थिक शहर जहा तीन हवाई अड्डे, गुलाब जल , ओपियम फैक्टरी ,एवं कृषि संसाधनों से उपयुक्त इस शहर की बहुत दुर्गम स्थिति थी
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