भूल ये है की तुझे मैने अपना माना
दर्द ये है कि तू अब मुझे जीने नही देगा
लव तिवारी
कभी कभी इस देश की फ़िक्र होती है 26 जनवरी 2016 को देश अपने 67 गणतंत्र दिवस मना रहा है इधर देश का सिपाही लड़ते लड़ते अपनी जान गवा देता है, देश का प्रधानमंत्री रविवार अन्य अवकाश को भी काम करके देश को आगे की राह दिखा रहे है, और इधर देश में बैठे कुछ गदार देश में ही बैठ कर आरजकता फैला रहे है कोई भी राजनीती दल विकास की राजनीती करते कम दिखती है जाति और तुम हिन्दू हम मुसलमान की राजनीती कर रहा है, बिकाऊ मीडिया का भी रोल कहने लायक है फर्जी के न्यूज की बमबारी ऐसे करते है जैसे सीमा पर दुश्मन सामने खड़ा हो , हमें आज भी वो 10 वर्षो पहले की बात याद आती है जब डी डी नेशनल और डी डी न्यूज़ पर समाचार पर वो कुछ घंटे और सही और सामाजिक सही समाचार जिसका देश और उसके हित से सम्बन्ध हो आज के ज़माने में समाचार एजेंसी की अधिकता हुयी और साथ में फर्जी न्यूज़ की बमबारी , हमारी असहनशीलता की हद तो तब पार् हो जाती जब न्यूज़ चैनल के वेबसाइट पर फर्जी के न्यूज़ की अधिकता देखी जाती है कुछ उदाहरण हम पेश करते है
1- बिना शादी किये पूनम पाण्डेय हुयी प्रेगनेंट
2- सलमान की हुयी शादी पोस्ट खोलो तो शादी हकीकत नहीं कही फ़िल्म में शादी की बात
3- करण जोहर ने फिर भारत में intolerance की बात कही
इसी तरह आप देखे तो फर्जी समाचार की अधिकता जिसका देश और उससे कोई ताल्लुकात नहीं है इसका प्रचार प्रसार जादा मात्रा में हो रहा है इसका प्रभाव देश की जनता और आने वाले युवाओ पर बुरा असर पड़ रहा है,पिछले वर्ष पंचायत चुनाव में सक्रीय होने का मौका मिला और गांव के सारे फर्जी कार्यो के बारे पता चला ,यहाँ देश के प्रधानमंत्री जी मन की बात कह कर देश को एक नयी राह दिखा रहे है और वहा देश के उस पैसे दुरपयोग कमशः राजनेता-सरकारी अधिकारी- सरकारी कर्मचारी -ग्राम प्रधान के अपने स्वार्थ में खर्च हो रहे है
प्रस्तुति - लव तिवारी
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