तेरी याद मुझको ना ऐसे सताये
चरागे मोहब्बत कही बुझ जाये
तेरी याद मुझको.........
कहा है जुनून ने मोहब्बत की मंजिल
न तुम जान पाये न हम जान पाये
चरागे मोहब्बत कही बुझ जाये
तेरी याद मुझको.........
पलट कर नही आते है जाने वाले-२
मगर हम तेरे दर पर फिर लौट आये
चरागे मोहब्बत कही बुझ जाये
तेरी याद मुझको.........
मैं अब उसके दामन का लूंगा सहारा
जो आंखों में साहिल ये मोती लुटाएं
चरागे मोहब्बत कही बुझ जाये
तेरी याद मुझको.........
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