दिल का लगाना खेल न जानों
दिल का लगाना मुश्किल है।
जिस पर दिल आ जाये उसको
दिल से भुलाना मुश्किल है।
दिल का लगाना..........
दिल दीवाना जाने किसका रस्ता तकता रहता है।
वो तो शायद ख़्वाब था उसका-२ लौट के आना मुश्किल है
दिल का लगाना खेल न जानों दिल का लगाना मुश्किल है।
पास था जब वो तन्हाई भी अक्सर अच्छी लगती थी-२
बिछड़ गये तो यू लगता है उसको भुलाना मुश्किल है
दिल का लगाना खेल न जानों दिल का लगाना मुश्किल है।
ग़ज़लों से गीतों से सबको बहलाना आसा है
हंस हस कर लेकिन महफ़िल में दर्द को गाना मुश्किल है।
दिल का लगाना खेल न जानों दिल का लगाना मुश्किल है।
दिल का लगाना खेल न जानों दिल का लगाना मुश्किल है।
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