हमेशा हुए देख कर मुझको बेरहम..
किसी दिन जरा मुस्कुरा कर तो देखो...!
सताते हो दिन रात जिस तरह मुझको..
किसी गैर को सता कर तो देखो.....!
निगाहों से खेंची है तस्वीर मैंने..
जरा अपनी तस्वीर आ कर तो देखो....!
तुम्ही को इन आँखों में तुमको दिखाऊ..
इन आँखों से आँखें मिला कर तो देखो....!
किसी दिन जरा मुस्कुरा कर तो देखो...!
सताते हो दिन रात जिस तरह मुझको..
किसी गैर को सता कर तो देखो.....!
निगाहों से खेंची है तस्वीर मैंने..
जरा अपनी तस्वीर आ कर तो देखो....!
तुम्ही को इन आँखों में तुमको दिखाऊ..
इन आँखों से आँखें मिला कर तो देखो....!
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