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लॉक डाउन और कोरोना में गांव की गंदी राजनीति का शिकार हुआ मैं खुद लव तिवारी ~ Lav Tiwari ( लव तिवारी )

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शुक्रवार, 15 मई 2020

लॉक डाउन और कोरोना में गांव की गंदी राजनीति का शिकार हुआ मैं खुद लव तिवारी

मैं लव तिवारी घटना 10 मई की है। उस वक्त गांव एक बच्चे बिशाल यादव द्वारा मुझे खबर दी गई कि गांव में धोबी बस्ती के बेचू और उसके परिवार के कुछ लोग जो मुम्बई में रह रहे थे वो कोरोना की वजह से अपने गांव युवराजपुर में 11 मई को सुबह अपने निजी वाहन से घर आ रहे है। जब मैंने उस लड़के को बोला  कि आप खुद ही इस विषय को युवराजपुर ग्राम के ग्रुप में शेयर कर दो क्यों कि ये संदिग्ध मसला है जिससे युवराजपुर ग्राम वासी सचेत हो जाये तो उस बच्चे ने मुझसे ये कह कर पल्ला झाड़ लिया कि भैया हम उस व्हाटसअप ग्रुप के सदस्य नही है। फिर मैंने उसे ग्रुप में तुरन्त जोड़कर उसे तुरंत एडमिन भी बना दिया और बाद में मैंने उसे उसके नंबर पर मैसेज किया कि अब उस मुद्दे को ग्रुप में पोस्ट कर दो । फिर उस चतुर राजनीतिज्ञ दोस्त ने अपने व्हाटसअप नंबर से अपनी छोटी बहन की जगह लेकर मुझे पोस्ट किया कि भैया घर पर नही है। बहुत देर तक उस व्यक्ति द्वारा इस मामले को ग्रुप में न देखकर मैंने खुद गांव के जिम्मेवार नागरिक की भूमिका अदा करते हुए इस मैसेज को पोस्ट कर दिया और इस नन्हे से बालक के राजनीति को मैं समझ नही पाया।

पोस्ट करने की वजह- पोस्ट करने की वास्तविक वजह यह था उस दिन ही ग़ाज़ीपुर क्षेत्र के फत्तूलहपुर ग्राम के समीप खिदिरपुर गांव में फैजान नामक शख्स जो अपने निजी दो पहिये वाहन से कुछ रोज पहले मुुंबई से गांव आया था उसकी कोरोना पोसिटिव होने की पुष्टि उस दिन जिले के तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्री मौर्य ने की थी। और जनपद में 24 दिनों तक कोई कोरोना मरीज़ न होने से अपना जनपद ग़ाज़ीपुर ऑरेंज ज़ोन से ग्रीन जोन में ही पहुँचने ही वाला था जो फैजान की वजह से नही हो पाया। जिन लोगो की आने की सूचना मिली थी वो भारत के सबसे बड़े कोरोना ग्रसित राज्य मुम्बई से ही आने वाले थे। यह सोचकर कि वो मेरे जनपद में कोरोना मरीज की सख्या में इजाफा न कर दे। इस सोच से जब बच्चे ने पोस्ट नही किया तो मैंने गांव के नागरिक की भाती इस पोस्ट को अंजाम दिया। बहुत दुःख के साथ कहना पड़ता है कि इस ग्रुप में गांव के प्रधान प्रितिनिधि भी है। लेकिन गांव में उनके राजनीति छवि और वोट राजनीति पर कोई असर न पड़े इससे ये व्यक्ति या आने वाले प्रधान चुनाव में भाग लेने वाले कई प्रधान प्रत्यासी जो इस ग्रुप के सदस्य है वो इस पोस्ट को करने से बचते है जिसके कारण उनके राजनीतिक और वोट पर कोई बुरा प्रभाव न पड़े।

  
ब्लॉग पर लिखने की वजह- मुझे इस पोस्ट को ब्लॉग पर लिखने की जरूरत इस लिए पड़ी के मेरे इस पोस्ट को तुरंत राजनैतिक मोड़ एक ग्राम के निवासी अच्छे मित्र छोटे भाई ने दे दिया और बाद में मुझसे माफी भी मांगी लेकिन उनके द्वारा मांगी गई माफ़ी उस ग्रुप में न होकर मुझे पर्सनल मैसेज द्वारा की गई नीचे उन दोनों महानुभाव के स्क्रीन शॉट मैंने नीचे पोस्ट की हुई है।