निबंध, नाटक, उपन्यास, कहानी, आलोचना, संस्मरण, रेखाचित्र, आत्मकथा, जीवनी, डायरी, यात्राव्रत, कविता, गज़ल, भजन, भोजपुरी, नवगीत, हिन्दीफिल्मी गीत, शायरी, भोजपुरी गीत, पत्र लेखन, जीवन परिचय, भारत की संस्कृति के लिए , लघुकथा, विज्ञानकथा, व्यंग, पुस्तक समीक्षा,भाषा की उन्नति के लिए, साहित्य के प्रसार के लिए, लव तिवारी
शुक्रवार, 27 दिसंबर 2024
जीवन के रंग अनेक रचना साधना शाही वाराणसी उत्तर प्रदेश
भाई तेरे जन्म दिवस पर क्या दूंँ मैं उपहार- साधना शाही वाराणसी उत्तर प्रदेश
सोमवार, 23 दिसंबर 2024
चिट्ठियां रखकर क़िताब देना बहुत याद आता है- नीरज कुमार मिश्र बलिया
शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024
गांव-देहात की तक़दीर बदलने वाले वो अब नहीं दिखते रचना नीरज कुमार मिश्र बलिया
गुरुवार, 19 दिसंबर 2024
बांड़ त बांड़ तीन हाथ क पगहो जाई - लेखक डॉ एम डी सिंह
होम्योपैथिक चिकित्सक लेखक एवं समाजसेवी परम आदरणीय डॉ एम डी सिंह- लेखक लव तिवारी
बुधवार, 18 दिसंबर 2024
सर्दी के मौसम में उच्च रक्तचाप कारण निवारण तथा होम्योपैथिक चिकित्सा- डॉ एम डी सिंह ग़ाज़ीपुर
शुक्रवार, 29 नवंबर 2024
मैं आत्मा हूँ लेखक श्री माधव कृष्ण ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश
बुधवार, 27 नवंबर 2024
धर्मान्तरण एक बलात्कार है जहाँ हम किसी की निर्बलता और विवशता का लाभ उठाकर छल से या बल से या धन से उसका शोषण करते हैं- माधव कृष्णा
सोमवार, 18 नवंबर 2024
नही गम बस खुशी देते हो मेरी जिंदगी को एक हँसी देते हो रचना लव तिवारी ग़ाज़ीपुर
शुक्रवार, 1 नवंबर 2024
दीप जले- डाॅ एम डी सिंह
दीप जले
रजनी के गांव में प्रकाश पर प्रतिबंध टले
दीप जले दीप जले दीप जले दीप जले
कजरारी छांवों में
अंधियारी नावों में
आंखों से ओझल उन
सुरमई दिशाओं में
दिवस के पड़ावों में सूरज के पांव ढले
दीप जले दीप जले दीप जले दीप जले
प्रकाश बिन बत्तियां
डूबने को किश्तियां
जुगनू भी कस रहे
मनुष्यों पर फब्तियां
किचराई आंखों को अमावस न और छले
दीप जले दीप जले दीप जले दीप जले
मन के अंधियारे में
दुख के गलियारे में
विध्वंस गीत गा रहे
जंग के चौबारे में
बिछी हुई चौपड़, न शकुनी चाल और चले
दीप जले दीप जले दीप जले दीप जले
डाॅ एम डी सिंह
(दीपावली की बहुत-बहुत बधाइयां )