रविवार, 20 अक्तूबर 2024

सूर्य वंदना :रचना डॉ एम डी सिंह ग़ाज़ीपुर उत्तरप्रदेश

सूर्य वंदना :

उदित हो मार्तंड
अंधेरा हो खंड-खंड
जागरण का धुन बजे
काली रात की भीत पर
प्रकाश का मंच सजे
टूटे निद्रा का घमंड
उदित हो मार्तंड

कलियों पर फूलों पर
हरित पर्ण शूलों पर
उड़ चले बगूलों पर
उगो-उगो भास्कर
नाव के मस्तूलों पर
नदियों के उसूलों पर
दातून नीम बबूलों पर

जागो हे दिनमान
भोर का फैले वितान
तितलियों की आहट से
मधुबन में फिर हो हलचल
मधुपों की गुनगुनाहट से
पौधों से मिले किसान
जागो हे दिनमान

डाॅ एम डी सिंह



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें