निबंध, नाटक, उपन्यास, कहानी, आलोचना, संस्मरण, रेखाचित्र, आत्मकथा, जीवनी, डायरी, यात्राव्रत, कविता, गज़ल, भजन, भोजपुरी, नवगीत, हिन्दीफिल्मी गीत, शायरी, भोजपुरी गीत, पत्र लेखन, जीवन परिचय, भारत की संस्कृति के लिए , लघुकथा, विज्ञानकथा, व्यंग, पुस्तक समीक्षा,भाषा की उन्नति के लिए, साहित्य के प्रसार के लिए, लव तिवारी
बुधवार, 20 दिसंबर 2023
मेरे जीवन के विरानियों में सुंदर बगिया की बहार हो तुम- रचना लव तिवारी
मंगलवार, 19 दिसंबर 2023
तुम्हें पाकर खोने को कुछ नही जिंदगी एक ख़्वाब साजोंने को कुछ नही- रचना लव तिवारी
शादीशुदा स्त्री अक्सर कर बैठती है इश्क- अज्ञात
तकलीफ़ दुनिया मे कम कहा है किसके आगे रोया जाए- रचना लव तिवारी
ताजमहल सी खूबसूरत एक फ़रमान हो तुम। मेरे पवित्र प्यार की उमीद वफ़ा यार हो तुम।।रचना लव तिवारी
शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023
मेरा दर्द क्या है यह मैं दुनिया को दिखला नहीं सकता- रचना लव तिवारी
बुधवार, 13 दिसंबर 2023
मैं जानता हूं कि तुम मेरी नहीं हो फिर भी तुमको पाने को दिल करता है रचना- लव तिवारी ग़ाज़ीपुर
मंगलवार, 12 दिसंबर 2023
देखते देखते सो जाते हैं इन खूबसूरत चेहरे को। रचना लव तिवारी
सोमवार, 11 दिसंबर 2023
आप की याद हमें अक्सर रुलाती है क्या करें आप भी कहा साथ निभाती है रचना लव तिवारी
आप की याद हमें अक्सर रुलाती है।
क्या करें आप भी कहा साथ निभाती है।
दिल मे रखकर दूर है इसका किसे ख़बर
ये दर्द मेरा मुझको दिन रात तड़पाती है।
मारा गया हूं तेरा प्यार का कोई दवा नही
एक चेहरा तेरा देख लू तो सुकून की नींद आती है।
जमाने की तरह तुम भी अब मतलबी न बन जाओ
तुम भी तो मेरा दर्द समझो जिसे दुनिया सताती है।
ख़ुदा का शुक्र देखिए कि आप हमको ही मिल गए रचना - लव तिवारी
नजर में बसते बसते कब दिल में बस गए।
आदमी थे आप गैर कब रूह में उतर गए।।
इतनी मोहब्ब्त किसी से मैंने की नही कभी
आप है जो खुशियों से दामन मेरा भर दिए।
कुछ लोग ने मुझसे आप के बारे में कुछ कहा।
तो फिर क्या है देखिए कि हम ज़माने से भीड़ गए।।
हर शख्स है पागल आप को पाने की चाह में।
ख़ुदा का शुक्र देखिए कि आप हमको ही मिल गए।।
मेरा वजूद बढ़ा है आप शख्शियत को पाने से
कुछ लोग मुझसे कहते है कि आप धन्य हो गए।।