तुम्हारी याद ही मुझको हर पल हर वक्त क्यों सताती है।
ये दुनिया क्या कोई कम है निगाह तुम पर ही जाती है।
बड़ा दुष्वार है जीना इस दौर में तुम्हारे बिना।
मेरी दुनिया बस तुम हो ये क्यों नही समझ पाती हो।
ये जीवन तुम बिन मुझको बहुत सुना सा लगता है।
जमाने भर की खुशियां मुझे क्यो नही रास आती है।।
मैं मर जाऊँगा तुम बिन जब तुम मेरी हो न पाओगी।
दुनिया की कोई तकलीफ़ मुझे नही दर्द दे पाती है।
कभी आओ मेरी बाहों में लिपट कर अपने गम सारे दे दो।
जब तुम ख़ुश होते हो तभी तो मुझे नींद आती है।।
रचना - लव तिवारी
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