निबंध, नाटक, उपन्यास, कहानी, आलोचना, संस्मरण, रेखाचित्र, आत्मकथा, जीवनी, डायरी, यात्राव्रत, कविता, गज़ल, भजन, भोजपुरी, नवगीत, हिन्दीफिल्मी गीत, शायरी, भोजपुरी गीत, पत्र लेखन, जीवन परिचय, भारत की संस्कृति के लिए , लघुकथा, विज्ञानकथा, व्यंग, पुस्तक समीक्षा,भाषा की उन्नति के लिए, साहित्य के प्रसार के लिए, लव तिवारी
बुधवार, 28 दिसंबर 2016
दिल की बेकरारी सी है - लव तिवारी
जिंदगी तुमसे है बस तुमसे वरना बेकारी सी है
वरना इस दुनिया में पेट की महामारी सी है
तुम्हे लेकर दिल में एक अजब ख़ुमारी सी है
वरना जिंदगी कैसे गुज़रे ये महामारी सी है
न होते हो जहन में तो लगता है बीमारी सी है
मंगलवार, 27 दिसंबर 2016
जिंदगी हसीन सी है ये तुम्हारा असर सा है - लव तिवारी
जिंदगी हसीन सी है ये तुम्हारा असर सा है
आज तुम मेरी हो तो जमाने में खबर सा है
वरना जिंदगी का उजाला बस तुम सा है
कि इश्क़ का कतरा भी अब दरिया सा है
गुरुवार, 22 दिसंबर 2016
तेरे रुख के तबियत से अब ये यकीन हो गया है- लव तिवारी
जो मैं तुम्हें अपना समझू ये भर्म सा रह गया है
सच कहूं तो इसका असर दिल पर इस कदर सा हुआ है
अब ये इस हाल पर दिल कुछ इस कदर बिखर सा गया है।
अब दर्द तो ज़माने को भी नजर सा हुआ है
दूसरा के साथ क्या हुआ और क्यों हो रहा है
जिंदगी आज भी अंधेरी रह गयी उम्मीद मर सा गया है
मंगलवार, 20 दिसंबर 2016
तुम्हारे यादो का एक खुशनुमा सा एहसास- लव तिवारी
रचना -लव तिवारी
दिनांक- 17 दिसंबर 2016
रविवार, 18 दिसंबर 2016
गुरुवार, 15 दिसंबर 2016
एक रात एटीएम पर - लव तिवारी
क्या राहुल गांधी और मोदी जी की मां दोबारा बैंक आएंगे ? या अभी 4 हजार खत्म नहीं हुए ।
राजनीति कूटनीति
आँखों से पी रुत मस्तानी हो गयी
जाम से पीना रश्म पुरानी हो गयी
मंगलवार, 13 दिसंबर 2016
कालेधन के विरोध में देश की एकजुटता - लव तिवारी
श्री संजय गांधी ने #जनसंख्या नियंत्रण के लिए #नसबंदी पर जोर दिया था। पूरी सरकारी मशीनरी जुटी थी। अफवाहों का दौर चला कि स्कूल में बच्चों की नसबंदी की जा रही है,अफसर केस देने के लिए कुंआरों की भी नसबंदी करा रहे हैं ।नतीजा क्या रहा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस 0/85 हो गई ।श्रीमती इंदिरा जी ,संजय सब हार गए। और अब हालत ये है की 41 साल से किसी ने जनसँख्या नियंत्रण की बात ही नहीं की। इतने सालों में हम दुगने हो गए। आज किसी #पार्टी की हैसियत नहीं की वो जनसंख्या नियंत्रण की बात कर सके।
तो हमारी प्रगति कितनी रफ़्तार से होती, हम आज कितने विकसित देश होते। चीन अमरीका हमें सलाम कर रहे होते। इतनी बेरोजगारी ना होती और गरीबी नहीं होती।
हर सामान इफ़रात में होता और सस्ता होता। ज्यादा क्या बोलूं खुद सोच कर देखिये।। संसाधन इतने ही होते पर उपयोग करने वाले आधे।
हमारी गुलामी का प्रतीक कुतुबमीनार तामीर हुआ था। ये वैसा ही मोड़ है जहाँ जहांगीर ने अंग्रेजो को तिज़ारत की इजाज़त दी थी। ये इतिहास के उस मोड़ जैसा है जब #पाकिस्तान का जन्म हुआ था जिसका दंश हम 70 साल से भोग रहे है।* नोटबंदी का असफल होना मोदी की नहीं इस देश की असफलता होगी।
सोमवार, 28 नवंबर 2016
मुझे तुम क्यों याद आते हों - लव तिवारी
अंधेरी रातो में कभी दिन के उजालो में
मुझे तुम क्यों.......
कभी कुछ सोचु तो तुम्हारा ख़्याल आये बस
न सोचूँ तो दिल परेशान होये बहुत
अब इस मसले का उपाय भी बताओ तुम
मुझे तुम क्यों याद आते हो ये सवाल बताओ तुम
मुझे तुम क्यों........
कभी कुछ लिखूं कविता और कहानी भी
उसमे भी मौजूद है केवल तेरी रवानी ही
मैं अक्सर ढूढ़ता हूं कुछ नये अल्फाजो को
फिर अक्सर बन जाती है ग़ज़लें सुहानी भी
मुझे तुम क्यों याद आते........
मैं अक्सर सोचता हूं कि तुम बिन मेरा क्या होगा
न होगी तुम तो फिर सुना मेरा जहाँ होगा
यही सोच कभी घबरा कर परेशान होता हूँ
तुम्हारी यादों के बगैर मैं समशान होता हूँ मुझे
तुम क्यों याद आते हो.........
प्रस्तुति- लव तिवारी
शुक्रवार, 25 नवंबर 2016
राजनितिक मे बेहतर बिकल्प नरेंद्र मोदी
एक खूबसूरत चेहरा जो बसा दिल में- लव तिवारी
एक खूबसूरत चेहरा जो बसा दिल में उसे तुम सवरने देना
गर है भर्म मेरा तो इस भर्म को भी पनफने देना
वरना इस दिल की हसरत को कभी टूटने मत देना
बनके चराग़ ता उम्र जिंदगी को उजाले देना
रविवार, 20 नवंबर 2016
विकास बस एक दिखावा समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश
#विकास_रैली #लखनऊ #उत्तर_प्रदेश_सरकार
#रोजगार
#अपराध
#विकास- सड़को की स्थिती पहले से काफी निराश जनक एवं अव्यवस्थित है
#शिक्षा
हजाम और हज़ामत- लव तिवारी
भाजपा सरकार ने दिए गाजीपुर शहर को कई विकास की सौगात- लव तिवारी
शुक्रवार, 18 नवंबर 2016
कहा हो तुम एक अजनबी की तरह- लव तिवारी
कि जिंदगी भी नहीं जिंदगी की तरह
कि तुम मिले मुझसे हर ख़ुशी की तरह
तुम हो जो मेरी शायरी की तरह
कि मुस्कुराओ तुम एक ग़ज़ल की तरह
समझ ले तो कहे दिल्लगी की तरह
कि जो पुरे हो जाए फिर मुक़म्मल की तरह
गुरुवार, 27 अक्तूबर 2016
घर में दिया जलाओ अब की दीपावली में- लव तिवारी
तुम जश्न फिर मनाओ अब की दीपावली में
कोई राह तो दिखाओ अब की दीपावली में
और खुशियां फिर मनाई अब की दीपावली में
कोई हँसते को रुलाये अबकी दीपावली में
तेरे बगैर तेरे बिना मुमकिन हो कुछ भी सोच लू- लव तिवारी
ये जिंदगी बस तू ही तू है तुझे बाहों में रोक लू
मैं सबको क्या जबाब दू ,जो सोचा तुमको न हो सका
कही खो न दू मैं जिंदगी बस तू ही तेरा ख्याल है
जो तू मिले तो इस जहाँ की हर एक चीज़ पूरी मिले
जो तू नहीं तो कुछ नहीं ये जिंदगी जिना भी मलाल है
बुधवार, 26 अक्तूबर 2016
रविवार, 23 अक्तूबर 2016
वो मिले तो अक्सर याद आये पुराने दिन -लव तिवारी
कि स्कुल और तक़दीर के मसलो के उलझे दिन
वो मिले आज तो कहे कुछ अनकहे क़िस्से
कुछ सुलझे बीते वर्षो की उलझी कहानी
उन दोस्तों से ताउम्र मिलने की फ़रियाद करते है
शनिवार, 22 अक्तूबर 2016
आज फिर जो मौसम खुसनुमा हुआ है- लव तिवारी
सोमवार, 10 अक्तूबर 2016
मैं उत्तर प्रदेश हूँ जी हां मैं उत्तर प्रदेश हूँ
दरिंदों ने जिसे खूब नोचा, अब स्मृति शेष अवशेष हूँ।
जाति विशेष व्यक्तियों के विकास का अखिलेश हूँ।
....मैं उत्तर प्रदेश हूँ।
दरिंदों से जितनी बची बस उतनी ही शेष हूँ।
मैं, बलात्कार पीड़िता, आपके चरणों में पेश हूँ।
....मैं उत्तर प्रदेश हूँ।
शासन नहीं सत्ता हूँ, रोजगार नहीं बेरोजगारी भत्ता हूँ।
गुंडई, दंगा और रेप का संदेश हूँ।
....मैं उत्तर प्रदेश हूँ।
विकास को तरसता जाति-धर्म की राजनीति में विशेष हूँ।
गरीबों की अमानत लूटते पूंजीपतियों का वेष हूँ।
....मैं उत्तर प्रदेश हूँ।
ना बिजली, ना पानी, ना शिक्षा, ना स्वास्थ्य, ना ही रोजगार हूँ।
मैं तो केवल जालिमों के ज़ुल्म की चीत्कार हूँ। साथ ही अपराध की बेलगाम सत्ता का संदेश हूँ।
....मैं उत्तर प्रदेश हूँ।
चार-चार मुख्यमंत्रियों के हाथों का क्लेश हूँ।
दादरी, मथुरा और मुजफ्फरनगर के दंगों में पेश हूँ।
....जी हाँ, मैं उत्तर प्रदेश हूँ।।
Source- whatsapp
मंगलवार, 4 अक्तूबर 2016
सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगता केजरीवाल - लव तिवारी
तेरे से अच्छा तो अपने गांव का नेता है जो कम से कम देश के बारे में गलती शब्द का प्रयोग तो नहीं करता ,टीवी के सामने केवल तेरे फर्जी बात की उलटी पलटी कहानी, #केजरी तेरी उलटी पलटी समाचार ने आज कुछ लिखने पर विवश किया फिर थोड़े देर में गांव से सोशल मीडिया के माध्यम से नेता की तस्वीर आयी ,लिख दिया कृपया केजरीवाल भक़्त, समर्थक हमें गाली न दे, धन्यबाद
उम्मीद तुमसे है कि तुम भी कुछ नया करो
हिमायत आतंकी की छोड़ कर कुछ और करो
इसी जनता ने दिया तुझे दिल्ली का जो तख़्त
अब यही आदत है चुल्लू भर पानी में डूब मरो
क्यों करते हो गन्दी राजनीती वोट के लिए
कम से कम सैनिको और उनकी सहादत पर गर्व करो
कोई नहीं मांगता अपनी माँ से सबूत अपने बाप का
कुछ तो है बात दुनिया में जिसको तुम समझा करो
प्रस्तुति - #लव_तिवारी
#Delhi, #cmdelhi #politics #india #army #indianarmy #modi #bharat
शुक्रवार, 16 सितंबर 2016
हुनर को आजमाना चाहती है - लव तिवारी
#गज़ल पिछला #जमाना चाहती है
क्या मुझे वो #परखना चाहती है
बहुत दूर से वो #नजर आती है
मेरे बारे में वो क्या #जानना चाहती है
तेरी #बेरुखी अजब #रंग ढाती है
#जिंदगी फिर मुझे तेरे #करीब लाती है
गुरुवार, 15 सितंबर 2016
वो जो जिंदगी तेरे बगैर यूं खूबसूरत न हुईं तेरे न मिलने के ख्याल ने मुझे जिंदगी भर रुला दिया -लव तिवारी
सोमवार, 12 सितंबर 2016
जंग किसी मकसद के लिए लड़े तो जायज है फिर से कोई हिन्दू और मुसलमान रह गया - लव तिवारी
रचना- लव_तिवारी - 13-09-2016
मंगलवार, 6 सितंबर 2016
गुप्ता जी की बात निराली - लव तिवारी
गुप्ता जी की बात निराली और कुछ खिस्से ऐसे है
सब लोग के बीच में सर जी बड़े अनोखे रहते थे
कुछ तथ्यों पर महाशय जी अपनी राय भी रखते थे
और हो न हो क्यों ऐसा चंदौसी में जो रहते थे
हमें पढ़ाते खुद भी पढते और गुथ्थी भी सुलझाते थे
बात बात हम को भी कुछ राज की बात बताते थे
एक बार की बात कहु तो साहब ने हमें डराया था
और दोस्तों के बिच में हमें जोर से हड़काया था
अपनी दिल को चैन न था वैभव जी से मिलने को
और कुछ रंजिश की बातों पर सुलह सपाट करने को
न मानने पर श्री मान को खूब मनाया करते थे
कभी अकेले कभी प्रशांत और जितेंद्र के संग जाया करते थे
अपनी दोस्ती के खिस्से हमेशा याद किये जाते
और दोस्तों से फ़ोन पर आप के हालात पता कर लिए जाते
प्रिय दोस्त बैभव कान्त गुप्ता जी की स्मृति में मेरी द्वारा लिखी कुछ पंक्ति
धन्यबाद - #लव_तिवारी
#फोटो ग्राफी- Praveen Richhariya