बुधवार, 28 दिसंबर 2016

नज़र और तेरा इस अदा से मुझे देखना - लव तिवारी

किसे देखती हो तुम इस अदा से
मुझे देखो तो इनायत समझे
है खूबसूरत तेरी तिरछी नज़र
हम पर गिरे तो कयामत समझे

प्रस्तुति- लव तिवारी

दिल की बेकरारी सी है - लव तिवारी

शरद की रात का वो खुशनसीब मंजर जब तुम अचानक हमें याद आती हो , न कोई आस पास होता है बस आप का साथ होता है और रात की एकांक का वो बेहतरीन पल जो हम आप के साथ जीते है उसकी पल की कुछ अनोखी दस्ता 

तुम्हारे रुख को जो न देखू दिल की बेकरारी सी है
जिंदगी तुमसे है बस तुमसे वरना बेकारी सी है

न भुख है न प्यास है जब तुम होते हो आसपास
वरना इस दुनिया में पेट की महामारी सी है

कुछ लिखू तुम्हे सोच कर तो बन जाती है ग़ज़ल
तुम्हे लेकर दिल में एक अजब ख़ुमारी सी है

वजूद तुमसे है तुम हो तो जिंदगी है रोशन
वरना जिंदगी कैसे गुज़रे ये महामारी सी है

मुझे याद आते हो तुम तो कयामत हो जाती है
न होते हो जहन में तो लगता है बीमारी सी है

प्रस्तुति- लव तिवारी


मंगलवार, 27 दिसंबर 2016

जिंदगी हसीन सी है ये तुम्हारा असर सा है - लव तिवारी

जुल्फ की लट का आगे होंना एक क़हर सा है
जिंदगी हसीन सी है ये तुम्हारा असर सा है

वजूद तुमसे है, नहीं तो मैं कौन हूँ
आज तुम मेरी हो तो जमाने में खबर सा है

जबसे तुम मिलो, तो रोशन चराग है
वरना जिंदगी का उजाला बस तुम सा है

आज बड़े दिनों के बाद आई हो जहन में
कि इश्क़ का कतरा भी अब दरिया सा है


स्वरचित लव तिवारी


गुरुवार, 22 दिसंबर 2016

तेरे रुख के तबियत से अब ये यकीन हो गया है- लव तिवारी

तेरे रुख के तबियत से अब ये यकीन हो गया है
जो मैं तुम्हें अपना समझू ये भर्म सा रह गया है 

कुछ दिनों से बदले है जो तेवर तुम्हारे बेरुखी पन के
सच कहूं तो इसका असर दिल पर इस कदर सा हुआ है

मैं रोज तड़पु  और तुम जश्न मनाओ ख़ुशी ख़ुशी
अब ये इस हाल पर दिल कुछ इस कदर बिखर सा गया है। 

बड़े सलीके से सोचा फिर चाहा था तुम्हें
अब दर्द तो ज़माने को भी नजर सा हुआ है

आज के इंसान को फ़िक्र है केवल अपने से
दूसरा के साथ क्या हुआ और क्यों हो रहा है

बड़ी उम्मीद थी तुमसे की रोशन कोना कोना है
जिंदगी आज भी अंधेरी रह गयी उम्मीद मर सा गया है

रचना -लव तिवारी
दिनांक-  17 दिसंबर 2016




मंगलवार, 20 दिसंबर 2016

तुम्हारे यादो का एक खुशनुमा सा एहसास- लव तिवारी

रात्रि का समय ,तुम्हारे यादो का एक खुशनुमा सा एहसास फिर से मेरे ख्यालों मे आ जाता है, कभी कभी तुम जो पूछ लेते हो कि कब याद आती हु मैं, अब क्या बताए कुछ कहे तो हिंदी भाषा का एक प्रचलित शब्द अतिश्योक्ति की उपमा का चित्रण मेरे शब्दों में दिखेगा, लेकिन वो वास्तविक मे अतिश्योक्ति नहीं हकीकत है , अब हकीकत क्या है सुन लीजिये, मुझे कब और क्यों याद आती है इसका जिक्र मैं आप से करता हूँ ,हमेशा तब जब में एकेले होता हूं , अगर पहर की बात करु तो रात के समय जब पूरा जहा नींद के आगोश में करवटे बदल बदल कर चैन की नीद सोता है , तो मैं जगता हु और तुम्हे सोचता हूँ, अब ये मत पूछना क्यों , क्यों की क्यों मेरे पास जबाब नही है 

रचना -लव तिवारी
दिनांक-  17 दिसंबर 2016




रविवार, 18 दिसंबर 2016

मेरे आँगन में आज रौशनी आयी है - लव तिवारी

एक अरसे बाद छत पे चाँदनी आयी है
मेरे आँगन में आज रोशनी आयी है
मैं डूबा तो लहरों को भी खबर न थी

आज सबके जुबाँ पे मेरी कहानी आयी हैं

प्रस्तुति- लव तिवारी रानू मिश्रा
09711941017

गुरुवार, 15 दिसंबर 2016

एक रात एटीएम पर - लव तिवारी

एक प्रश्न की वास्तविकता क्या है
क्या राहुल गांधी और मोदी जी की मां दोबारा बैंक आएंगे ? या अभी 4 हजार खत्म नहीं हुए ।
राजनीति कूटनीति
दूसरी तरफ हम तो न मोदी है न राहुल हमें जब भी जरुरत पड़ती है हम पैसे के लिए लाइन में लगते है और पैसे निकलते भी है , आज थोड़ी देर पहले ही एक रोचक घटना को अंजाम मिला ,लंबी लाइन लाइन में कुछ लोग ये कहने लगे की जाइये भाई आप पहले निकल ले हम बात समझ नहीं पाये लेकिन बाद में इस बात की पुष्टि हुई की सभी लोग 12 बजने का इंतेजार कर रहे थे लेकिन सबसे रोचक घटना तो तब घटित हुयी जब एटीएम में लम्बी लाइन लगाकर पैसे निकालते हुए एक भाई साहब ने लगभग 11.30 मिनट पर यह पूछ दिया की भैया यहाँ ठेका कहा है और अभी खुला होगा की नहीं , हमने भी तुरंत जबाब दिया भाई अशोक नगर जाओ वहाँ मिल जाएगा अनुभवहीन व्यक्ति समझ कर उसने मुझे कहा 10 बजे के बाद अशोक नगर का ठेका बन्द हो जाता है आप यूपी के ठेके की जानकारी दीजिये

कुछ तो बात है साहब अपनी #यूपी में जो पूरी होती नजर आ रही है अब यह सब बात करके दोस्त का खुद ही 2 3 मिनट समय नष्ट हो गया था, बाइक स्टार्ट किये निकल लिए , हम आशा करते है कि दोस्त को उनकी मदिरा जरूर मिल गयी होगी, #भारत सरकार और मोदी जी से अनुरोध है ठेके के समय में भी परिवर्तन करे ताकि मदिरापान वाले व्यक्ति को उस तरह के दिक्कत का सामना न करना पड़े, देश में जहाँ लोग अपनी दैनिक जीवन को निर्वहन करने के लिए पैसे की किल्लत से जूझ रहे है वही कुछ लोगो को मदिरापान, अय्याशी एवम फ़िजूल के  कार्य एवं कई अन्य कारकों ने पैसे का दुरुपयोग हो रहा है, धन तो धनी आदमी का ही है वो उसे जैसे प्रयोग करे, जहा 500 रूपये के पुराने नोट के चलन का अंतिम दिवस है वही एटीएम वाली तस्वीर गूगल से ली गयी है रात्रि में तस्वीर लेने का कोई अवचित्य नहीं है

वही मदिरापान वाले दोस्त को जलोटा साहब की ग़ज़ल की चंद लाइन
आँखों से पी रुत मस्तानी हो गयी
जाम से पीना रश्म पुरानी हो गयी

धन्यबाद- #लव_तिवारी


मंगलवार, 13 दिसंबर 2016

कालेधन के विरोध में देश की एकजुटता - लव तिवारी

सन 1975 की बात है -
श्री संजय गांधी ने #जनसंख्या नियंत्रण के लिए #नसबंदी पर जोर दिया था। पूरी सरकारी मशीनरी जुटी थी। अफवाहों का दौर चला कि स्कूल में बच्चों की नसबंदी की जा रही है,अफसर केस देने के लिए कुंआरों की भी नसबंदी करा रहे हैं ।नतीजा क्या रहा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस 0/85 हो गई ।श्रीमती इंदिरा जी ,संजय सब हार गए। और अब हालत ये है की 41 साल से किसी ने जनसँख्या नियंत्रण की बात ही नहीं की। इतने सालों में हम दुगने हो गए। आज किसी #पार्टी की हैसियत नहीं की वो जनसंख्या नियंत्रण की बात कर सके।
लाल तिकोन का निशान आज किसी को याद नहीं जो परिवार नियोजन का निशान था और ज्यादातर सरकारी दीवारों पर पेंटेड हुआ करता था। हम दो हमारे दो का नारा बिलुप्त हो गया।जरा सोचिये ये मुहिम अगर सफल हो गई होती और हमारी जनसंख्या दर नियंत्रित होती,

तो हमारी प्रगति कितनी रफ़्तार से होती, हम आज कितने विकसित देश होते। चीन अमरीका हमें सलाम कर रहे होते। इतनी बेरोजगारी ना होती और गरीबी नहीं होती।
हर सामान इफ़रात में होता और सस्ता होता। ज्यादा क्या बोलूं खुद सोच कर देखिये।। संसाधन इतने ही होते पर उपयोग करने वाले आधे।

     आज भी कुछ ऐसा ही माहौल है। नोटबन्दी के नाम पर एक अच्छी पहल को एक तंत्र बर्बाद करने पर लगा है। यह मोदी सरकार का दुःसाहस ही सही ,पूरी तैयारी ना सही। कुछ गलतियां भी सही पर अगर नोट बंदी और काले धन के खिलाफ ये मुहिम फेल हुई तो अगले सैकड़ो साल तक कोई भी राष्ट्राध्यक्ष दुबारा इस कदम को उठाने का साहस नहीं करेगा।और हमारी भावी पीढ़ियां न जाने कब तक शायद हमेशा के लिए भ्रष्ट्राचार की व्यवस्था में जीने के लिए अभिशप्त हो जाएंगी।

     हम इतिहास के एक निर्ण़ायक मोड़ पर खड़े है, कुछ वैसा ही मोड़ जहाँ पृथ्वीराज चौहान की हार हुई थी और कुतुबुदीन ऐबक ने हिंदुस्तान को गुलाम बना लिया था।
हमारी गुलामी का प्रतीक कुतुबमीनार तामीर हुआ था। ये वैसा ही मोड़ है जहाँ जहांगीर ने अंग्रेजो को तिज़ारत की इजाज़त दी थी। ये इतिहास के उस मोड़ जैसा है जब #पाकिस्तान का जन्म हुआ था जिसका दंश हम 70 साल से भोग रहे है।* नोटबंदी का असफल होना मोदी की नहीं इस देश की असफलता होगी।
अतः हम ये भूल जाएं की हम #हिन्दू हैं, #मुसलमान हैं, #सिख या #ईसाई है..कांग्रेसी हैं ,समाजवादी हैं, #हरिजन हैं, बहुजन हैं, और सिर्फ ये सोचें की हम इस मुहिम को अपने देश व बच्चों के भविष्य लिए सफल करेंगे।
एक बार थोड़ी तकलीफ सह जाइये।देश के लिए ना सही अपने ही भावी परिवार के सुखद और संमृद्ध जीवन के लिए ।संजय गांधी की तरह मोदी को भी मत फेल होने दीजिए ।

ये मुहिम सफल या असफल होने से हम एक सफल या असफल राष्ट्र बनेंगे दोस्त यदि आप मेरे पोस्ट से असहमत हो तो इसे अनदेखा कर दे अन्यथा इसे अपने दूसरे दोस्तो को पोस्ट करे.. धन्यवाद
#नोटबंदी #कालाधन #सरकार #मोदी #केजरीवाल #ममता_बनर्जी #कांग्रेस #सपा #बसपा


सोमवार, 28 नवंबर 2016

मुझे तुम क्यों याद आते हों - लव तिवारी

मुझे तुम क्यों याद आते हों 
अंधेरी रातो में कभी दिन के उजालो में 
मुझे तुम क्यों....... 

कभी कुछ सोचु तो तुम्हारा ख़्याल आये बस 
न सोचूँ तो दिल परेशान होये बहुत 
अब इस मसले का उपाय भी बताओ तुम 
मुझे तुम क्यों याद आते हो ये सवाल बताओ तुम 
मुझे तुम क्यों........ 

कभी कुछ लिखूं कविता और कहानी भी 
उसमे भी मौजूद है केवल तेरी रवानी ही 
मैं अक्सर ढूढ़ता हूं कुछ नये अल्फाजो को 
फिर अक्सर बन जाती है ग़ज़लें सुहानी भी 
मुझे तुम क्यों याद आते........ 

 मैं अक्सर सोचता हूं कि तुम बिन मेरा क्या होगा 
न होगी तुम तो फिर सुना मेरा जहाँ होगा 
यही सोच कभी घबरा कर परेशान होता हूँ 
तुम्हारी यादों के बगैर मैं समशान होता हूँ मुझे 
तुम क्यों याद आते हो......... 

प्रस्तुति- लव तिवारी





शुक्रवार, 25 नवंबर 2016

राजनितिक मे बेहतर बिकल्प नरेंद्र मोदी

"मोदी जी" हम आप से बहुत "शर्मिंदा" हैं क्योंकि आप की "भतीजी" यानि आपके छोटे भाई "प्रह्लाद मोदी" जी की बेटी का "41 वर्ष" की उम्र में "दिल की बीमारी" से निधन हो गया वो अपनी "जीविका" चलाने के लिए "कपडे सिलने" का काम करती थी

"मोदी जी" आप को "शर्म" आनी चाहिए कि आपने "अपने परिवार" और अपने भाइयों को अपनी "कैबिनेट" में या "राजनीति" में लाने का ज़रा भी "प्रयास नहीं किया" आप को इस बात के लिए भी "शर्म" आनी चाहिए कि आप के "भाई" साधारण नागरिक का जीवन जी रहे हैं और आप की "भतीजी गरीबी" में "मर गई"
"मोदी जी" आप को "शासन चलाने" की कला "मुलायम सिंह" से "सीखनी" चाहिए जहा "सैफई" के उसके परिवार के करीब "36 सदस्य" आज "उत्तर प्रदेश" में "ब्लाक प्रमुख" के पदों पर सुशोभित हैं वही "मुलायम सिंह" जिन्हें "दो वक़्त की रोटी" भी मुश्किल से नसीब होती थी आज "करोडपति" ही नहीं "अरबपति" हैं
"30 वर्ष" पहले "बहन मायावती" (BMW) का "पूरा परिवार" दिल्ली में "एक कमरे" में रहा करता था आज "मायावती के भाई" का "बंगला" सुन्दरता में "ताज महल" को भी "मात" दे रहा है

"देवगोडा" अपने "पोते" को "100 करोड़" की "बहु भाषाई फिल्म" में बतौर "सुपर हीरो" उतार रहे हैं "कर्नाटक" के "हासन जिले" में "आधी से ज्यादा" खेती की ज़मीन "देवगोडा परिवार" की है

"कर्नाटक" के मुख्यमंत्री "सिद्धारमैया" का "बेटा" जो "सरकारी अस्पताल" में "मुख्य चिकित्सक" है और "छोटा पुत्र" जिसका अभी हाल में "निधन" हुआ है, उसका "ब्रुसेल्स" में बड़ा कारोबार है और उसके बच्चे "जर्मनी" में "पढ़" रहे हैं
"सोनिया का दामाद" जो कि "मुरादाबाद" में "पुराने पीतल" के आइटम "बेचा" करता था, आज "पांच सितारा होटल" का "मालिक" है, उसका "शिमला" में एक "महल" है और "लक्ज़री कारों" का "मालिक" है जबकि "आप की माँ" आज भी "ऑटोरिक्शा" में चलती है और आप के "भाई ब्लू कालर जॉब" यानि मेंहनत "मजदूरी" कर रहे हैं और आप की एक "भतीजी" शिक्षामित्र है (आप उसे टीचर की नौकरी भी नहीं दिलवा पाए ) जो कि दूसरो के "कपडे सिलती" है तथा "ट्यूशन पढ़ा" कर अपनी "जीविका" चला रही है

"मोदी जी" देश बहुत "शर्मिंदा" है कि आप "प्रधानमंत्री" होते हुए भी अपने "भाइयों" को "MLA या MP" का "टिकट नहीं दिलवा पाए" आप "चाहते" तो अपनी "बहनों" को "राज्य सभा" में "MP" बनवा सकते थे और आप के "जीजा", "जिला स्तर" के "चुनाव लड़" कर "ब्लाक प्रमुख" तो बन ही सकते थे आप "सीखने" में बहुत "सुस्त" हैं "15 वर्ष" तक "गुजरात" में और "प्रधानमंत्री" का "आधा कार्यकाल", "दिल्ली" में बिताने के बाद भी आप "लालू, मुलायम, सोनिया गाँधी, बहन मायावती" से कुछ भी "नहीं सीखे" और अपनी "रसोई का खर्च" भी "खुद वहन" कर रहे हैं

उपरोक्त बातो से हमे "शर्मिंदा" तो होना पड़ा लेकिन उतना ही "गर्व" भी है कि हमने अपने जीवन का "पहला वोट" , "2014" में एक बहुत ही "ईमानदार और देशभक्त इंसान" को वोट दिया "हम सभी गर्व" करते है की हमे अपने जीवन में आप जैसे देशभक्त का मार्गदर्शन मिला सच में "ईमानदारी और कर्तब्यनिष्ठा" की "पराकाष्ठा" है




Source- whatsapp

एक खूबसूरत चेहरा जो बसा दिल में- लव तिवारी

चेहरे पर जो जुल्फ का लट है उसे न बिखरने देना
एक खूबसूरत चेहरा जो बसा दिल में उसे तुम सवरने देना

है हक़ीक़त कि तुमसे खूबसूरत नही कोई जहाँ में
गर है भर्म मेरा तो इस भर्म को भी पनफने देना

है उम्मीद तुमसे वफ़ा की अगर मुमकिन हो तो
वरना इस दिल की हसरत को कभी टूटने मत देना

अगर हो चराग तुम और तुझसे रोशन मेरी दुनिया है
बनके चराग़ ता उम्र जिंदगी को उजाले देना

प्रस्तुति- लव तिवारी




रविवार, 20 नवंबर 2016

विकास बस एक दिखावा समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश

#समाजवादी_पार्टी #अखिलेश_यादव #उत्तर_प्रदेश
#विकास_रैली #लखनऊ #उत्तर_प्रदेश_सरकार
समाजवादी पार्टी के उदघोष से ट्रेन आगे बढ़ी सुहेल देव एक्सप्रेस , कल सुबह अखिलेश यादव की बड़ी रैली जो लखनऊ में आयोजित होनी है पूरी ट्रेन यादव समुदाय से खचाखच भरी पड़ी हमने एक बगल के भैया से विचार बिमर्श के माध्यम से पूछ लिया कौन सी ऐसी बात है जो सरकार की आप को प्रभावित करती है अखिलेश भैया आप को क्यों अच्छे लगते है बोले विकास और शिक्षा का स्तर बहुत उच्चकोटि का एवं व्यवस्थित किया है समाजवादी पार्टी एवं अखिलेश सरकार ने , हमने कहा की 80 से 90 % अंक नक़ल के माध्यम से पाना शिक्षा के अस्तर में कौन सा सुधार है और विकास का कौन सा नया प्रारूप आप ने देखा है आप हमें अवगत कराये
मऊ से ग़ाज़ीपुर ( 40 km )आने में 2 से 3 घंटे का समय लगना, वही नॉएडा से आगरा 2 घंटे में 168 km
इसी तरह की स्थिति ताड़ीघाट बारा रोड को भी जो दो राज्य विहार एवं उत्तर प्रदेश को जोड़ती है
शिक्षा को और उत्कृष्ट एवं उपयोगी बनाने के लिए अखिलेश सरकार द्वारा लैपटॉप का वितरण , सही बात लैपटॉप की जरुरत MTech और BTech के बच्चों से ज़्यादा हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट के बच्चों को है क्यों कि फ़िल्म देखना गेम खेलना यही वास्तविक उपयोग है लैपटॉप का, ऐसे कई मुद्दे है जिस पर और भी गहराई से विचार किया जा सकता है
#रोजगार
#अपराध
#विकास- सड़को की स्थिती पहले से काफी निराश जनक एवं अव्यवस्थित है
#शिक्षा
देश से जातिवाद को नहीं कम किया जा सकता , अखिलेश यादव के बुद्धि और प्रतिभा को नकारा नहीं जा सकता देश का विकास किसी एक व्यक्ति  का कार्य नहीं है समाजवादी पार्टी में सूंदर छवि एवं व्यक्तितित्व का परिचय उनके इस निर्णय से कौमी एकता दल के विलय के विरोधाभास से प्रकट होती है और विकास के मुद्दे को भी उन्होंने बख़ूबी अंजाम दिया है , लेकिन फिर वही बात आ जाती है कि केवल अखिलेश ही नहीं है जो समाजवादी पार्टी के स्तम्भ है इस पार्टी की नीव कई स्तंभों पर टिकी है,



हजाम और हज़ामत- लव तिवारी

#हजाम और #हज़ामत शब्दों के अर्थ, हजाम का मतलब नाई और हज़ामत का अर्थ है बाल की कटिंग से है, हमारे यहाँ हज़ामत की शुरुवात भी #दैविक एवं #धर्मो के परम्परा अनुसार होती है, यह तस्वीर नब्वे के दशक की है जब हमारे मुंडन #संस्कार का प्रयोजन #हिन्दू #रीति#रिवाज़ के अनुसार हमारे पैतृक गांव #युवराजपुर #ग़ाज़ीपुर में वर्षो पहले प्रयोजित किया गया था, शुरुवात पहले गंगा मैया के दर्शन के बाद गांव के देवी देवता के #पूजन के बाद हमारे यहाँ के प्रसिद्ध देवी स्थल #कमाख्या धाम के तरफ बाल के मुंडन प्रकिया के आखिरी चरण को अंजाम दिया जाता है, सर के बाल रूपी मुख का रूपांतरण टकले गंजे स्कल के रूप में हो जाती है


मेरे हरकतों का पता भी इस तस्वीर से भली भाति पता चलता है कि सामने बैठे #मुक्तेश्वरबाबा नाई को #चिड़ाने से लेकर और भी कई शरारती कार्यो को भी मैंने उस दौर में बख़ूबी अंजाम दिया था

मन की पीड़ा जो समझे वही सच्चा मीत है- लव तिवारी

#मन की पीड़ा जो समझे वही #सच्चा #मीत है
#दिल को जो अच्छा लगे वही #अच्छा #प्रीत है
#दुनिया की भूल #भुलैया में धोखा हैे और #जालीपन
एक तरफ #बाशिंदे है और दूसरी तरफ है #सूनापन
कोई #मुझसे ये पूछे #तुमको क्या और #क्यों चाहिए
या ख़ुदा #महबूब से मिला दे और उसके साथ का खालीपन
स्वरचित- #लव_तिवारी

कोई तुमसा नहीं अब ये यकीन हो गया मुझे- लव तिवारी

कोई #तुमसा नहीं अब ये #यकीन हो गया मुझे
जब से तुम मिले #मौसम #हसींन हो गया तबसे
कभी रातों में #तसब्बुर बन के #सुकून देते हो
कभी #हँस कर #ज़माने की #रंजिश को तोड़ देते हो
#मुझे तुम भी #याद आते हो ख्यालो में #जबबो में
कभी #अंधेरी #रातो में कभी #दिन के #उजालो में
स्वरचित- #लव_तिवारी


भाजपा सरकार ने दिए गाजीपुर शहर को कई विकास की सौगात- लव तिवारी

देश की पृष्टभूमि पर एक छोटा एवं गुमनाम शहर ग़ाज़ीपुर भारत की गौरवमयी गरिमा एवं सैनिको के बलिदानो की करुणामयी गाथाओ से जहा इस शहर का एक देश की पृष्टभूमि पर अलग अस्तित्व है , वही शहर के गद्दार नेताओ ने इसके शोहरत एवं गरिमा को दागनुमा करार दिया है, स्वतन्त्रता से पहले जहा देश की आर्थिक एवं संस्कृति विरासत को अनोखा प्रारूप दिए इस जनपद की अनोखी दास्ताँ थी वही राजनीती के दुर्भाग्य स्थिति से आज ये भारत देश के नक्शे पर अपने को धूमिल रूप में प्रदर्शित किये हुए है


2014 के केंद्र में बीजेपी सरकार से इसके स्थिति में सुधार के साथ विकास की एक उम्मीद को रफ़्तार मिली है , कल 14 नवम्बर 2016 को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र_मोदी द्वारा कई योजनाओ का शिलान्यास के माध्यम के द्वारा कई विशेष सौगात इस शहर को मिलने की उम्मीद है वर्ना अंग्रेजो के दौर का यह आर्थिक शहर जहा तीन हवाई अड्डे, गुलाब जल , ओपियम फैक्टरी ,एवं कृषि संसाधनों से उपयुक्त इस शहर की बहुत दुर्गम स्थिति थी



शुक्रवार, 18 नवंबर 2016

कहा हो तुम एक अजनबी की तरह- लव तिवारी

कहा हो तुम एक अजनबी की तरह
कि जिंदगी भी नहीं जिंदगी की तरह

है उम्मीद मोहब्बत और वफ़ा की तुमसे
कि तुम मिले मुझसे हर ख़ुशी की तरह

एक खुशनुमा अहसास है तुमसे
तुम हो जो मेरी शायरी की तरह

कुछ लिखते है आओ अब हम तुम पर
कि मुस्कुराओ तुम एक ग़ज़ल की तरह

बात तुमसे करू तो लोग क्या समझे
समझ ले तो कहे दिल्लगी की तरह

कई अफ़साने है तुझसे मेरे हसररत की
कि जो पुरे हो जाए फिर मुक़म्मल की तरह

प्रस्तुति- लव तिवारी


गुरुवार, 27 अक्तूबर 2016

घर में दिया जलाओ अब की दीपावली में- लव तिवारी

घर में दिया जलाओ अब की दीपावली में
तुम जश्न फिर मनाओ अब की दीपावली में

है चारो तरफ अंधेरा और पथ भी धूमिल है
कोई राह तो दिखाओ अब की दीपावली में

मेरे घर को फूंका कुछ शहर के दरिंदो ने
और खुशियां फिर मनाई अब की दीपावली में

कोई रोता है तो रोये इस बात कि ख़बर हैं
कोई हँसते को रुलाये अबकी दीपावली में

कोई मुझको मिला था  एक रोज मोहब्बत में
फिर दे गया वो तोहमत अबकी दीपावली में




स्वरचित - लव तिवारी

तेरे बगैर तेरे बिना मुमकिन हो कुछ भी सोच लू- लव तिवारी

तेरे बगैर तेरे बिना मुमकिन हो कुछ भी सोच लू
ये जिंदगी बस तू ही तू है तुझे बाहों में रोक लू

कोई मुझसे पूछता तू इस कदर ,तन्हा उदास क्यों हुए
मैं सबको क्या जबाब दू ,जो सोचा तुमको न हो सका

ये चार दिन की जिंदगी में मुझे अब भी तेरी तलाश है
कही खो न दू मैं जिंदगी बस तू ही तेरा ख्याल है

तेरे मुस्कराहट भरे चहेरे के दीदार को मैं बैचन हूँ
जो तू मिले तो इस जहाँ की हर एक चीज़ पूरी मिले

मेरे उम्र भर के सवाल का तू एकलौता जबाब है
जो तू नहीं तो कुछ नहीं ये जिंदगी जिना भी मलाल है


बुधवार, 26 अक्तूबर 2016

तू इबादत है और मज़हब भी - लव तिवारी

तू इबादत है और मजहब भी
जिंदगी तेरे बगैर अब कुछ और नहीं

बड़े सलीक़े से तुम्हे पाया हूँ
तुझसे मोहब्बत है और जहाँ से नफरत भी

बड़ी दिलरुबा और बेख़ौफ़ है जिंदगी
तू दुआ है और करम भी

तेरे बारे में न सोचु तो मर जाऊ मैं
कि जिंदगी कैसे जियूं ये मौरौत भी

स्वरचित-लव तिवारी


रविवार, 23 अक्तूबर 2016

वो मिले तो अक्सर याद आये पुराने दिन -लव तिवारी

वो मिले तो अक्सर याद आये पुराने दिन
कि स्कुल और तक़दीर के मसलो के उलझे दिन

बड़ी बेफ़िक्र थी जिंदगी और अजीब थे रिश्ते
वो मिले आज तो  कहे कुछ अनकहे क़िस्से

कभी मिले वो फ़िर से हो शाम सुहानी
कुछ सुलझे बीते वर्षो की उलझी कहानी

पुराने वक़त की नज़ाकत को हम याद करते है
उन दोस्तों से ताउम्र मिलने की फ़रियाद करते है

प्रस्तुति- #लव_तिवारी

शनिवार, 22 अक्तूबर 2016

आज फिर जो मौसम खुसनुमा हुआ है- लव तिवारी

आज फिर जो मौसम खुशनुमा हुआ है
जरा पता करो इस शहर मे क्या हुआ है

वो मेहरबान थे उस दौर की यही थी दास्ताँ
फिर वही रंगत है फ़िजा में असर दूसरा हुआ है

सुना है वक़त  बदलते है कुछ समय के बाद
आज उनके आने के अहसास का असर जो हुआ है

कभी उनकी बदौलत भी कट जाती थी जिंदगी
वो जो फिर मिले मौसम खुशनुमा हुआ

स्वरचित - लव तिवारी





सोमवार, 10 अक्तूबर 2016

मैं उत्तर प्रदेश हूँ जी हां मैं उत्तर प्रदेश हूँ

दरिंदों ने जिसे खूब नोचा, अब स्मृति शेष अवशेष हूँ।
जाति विशेष व्यक्तियों के विकास का अखिलेश हूँ।
              ....मैं उत्तर प्रदेश हूँ।

दरिंदों से जितनी बची बस उतनी ही शेष हूँ।
मैं, बलात्कार पीड़िता, आपके चरणों में पेश हूँ।
              ....मैं उत्तर प्रदेश हूँ।

शासन नहीं सत्ता हूँ, रोजगार नहीं बेरोजगारी भत्ता हूँ।
गुंडई, दंगा और रेप का संदेश हूँ।
              ....मैं उत्तर प्रदेश हूँ।

विकास को तरसता जाति-धर्म की राजनीति में विशेष हूँ।
गरीबों की अमानत लूटते पूंजीपतियों का वेष हूँ।
              ....मैं उत्तर प्रदेश हूँ।

ना बिजली, ना पानी, ना शिक्षा, ना स्वास्थ्य, ना ही रोजगार हूँ।
मैं तो केवल जालिमों के ज़ुल्म की चीत्कार हूँ। साथ ही अपराध की बेलगाम सत्ता का संदेश हूँ।
             ....मैं उत्तर प्रदेश हूँ।

चार-चार मुख्यमंत्रियों के हाथों का क्लेश हूँ।
दादरी, मथुरा और मुजफ्फरनगर के दंगों में पेश हूँ।

    ....जी हाँ, मैं उत्तर प्रदेश हूँ।।

Source- whatsapp

मंगलवार, 4 अक्तूबर 2016

सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगता केजरीवाल - लव तिवारी

तेरे से अच्छा तो अपने गांव का नेता है जो कम से कम देश के बारे में गलती शब्द का प्रयोग तो नहीं करता ,टीवी के सामने केवल तेरे फर्जी बात की उलटी पलटी कहानी, #केजरी तेरी उलटी पलटी समाचार ने आज कुछ लिखने पर विवश किया फिर थोड़े देर में गांव से सोशल मीडिया के माध्यम से नेता की तस्वीर आयी ,लिख दिया कृपया केजरीवाल भक़्त, समर्थक हमें गाली न दे, धन्यबाद

उम्मीद तुमसे है कि तुम भी कुछ नया करो
हिमायत आतंकी की छोड़ कर कुछ और करो

इसी जनता ने दिया तुझे दिल्ली का जो तख़्त
अब यही आदत है चुल्लू भर पानी में डूब मरो

क्यों करते हो गन्दी राजनीती वोट के लिए
कम से कम सैनिको और उनकी सहादत पर गर्व करो

कोई नहीं मांगता अपनी माँ से सबूत अपने बाप का
कुछ तो है  बात दुनिया में जिसको तुम समझा करो

प्रस्तुति - #लव_तिवारी
#Delhi, #cmdelhi #politics #india #army #indianarmy #modi #bharat

शुक्रवार, 16 सितंबर 2016

हुनर को आजमाना चाहती है - लव तिवारी

#हुनर को #आजमाना चाहती है
#गज़ल पिछला #जमाना चाहती है
मेरे कुछ ऐसे सवाल का #जबाब दे वो
क्या मुझे वो #परखना चाहती है
अभी #मंजिल नहीं है #पास कही
बहुत दूर से वो #नजर आती है
कभी #शिकवा नहीं गिला उससे
मेरे बारे में वो क्या #जानना चाहती है
किसी #फरेब का #सिला मिला मुझे
तेरी #बेरुखी अजब #रंग ढाती है
तेरे बारे में न #सोचु तो #फिर क्या करूँ
#जिंदगी फिर मुझे तेरे #करीब लाती है

Link- http://epapernationalduniya.in/epapermain.aspx?pgno=8&eddate=2016-9-17&edcode=820009


गुरुवार, 15 सितंबर 2016

वो जो जिंदगी तेरे बगैर यूं खूबसूरत न हुईं तेरे न मिलने के ख्याल ने मुझे जिंदगी भर रुला दिया -लव तिवारी

वो जो जिंदगी तेरे बगैर यूं खूबसूरत न हुईं
तेरे न मिलने के ख्याल ने मुझे जिंदगी भर रुला दिया

तेरी बेरुखी के हस्र का मैं एकलौता जबाब हूँ
जो तू न मिली तो रोज मैं एक बिन पढ़ा किताब हूँ

कोई मुझसे पूछता है हर वक़्त तुझे क्या हुआ और क्यों हुआ
मैं किस किसको जबाब दू तेरी बेरुखी का जो सिला मिला

वो जो ख्वाब था कि जिंदगी हसीं और खुसनशीब भी
तेरे वादों के भर्म ने मुझे इस कदर तड़पा दिया

तेरे चार दिन की चाँदनी का में  ही एक गवाह हूँ
मेरे जिंदगी के खौफ का कोई सबूत नहीं तो क्या हुआ

कभी सोचता हूं तुम्हे तो ख्याल जशन है जिंदगी
तेरे बाद के ख्याल का न मुकम्मल हुआ तो क्या हुआ  

Link-  http://epapernationalduniya.in/epapermain.aspx?pgno=8&eddate=2016-9-17&edcode=820009


सोमवार, 12 सितंबर 2016

जंग किसी मकसद के लिए लड़े तो जायज है फिर से कोई हिन्दू और मुसलमान रह गया - लव तिवारी

ख्वामखाह ही एक ख्याल रह गया
जो सुलझा नहीं वो सवाल रह गया

इस दुनिया की रंगत देखकर
दिल में मेरे एक मलाल रह गया

कौन कहता है मोहब्बत नहीं यहाँ पर
कुछ से किये कुछ का इंतेजार रह गया

मेरी दुनिया भी अजीब दुनिया है
मैं अपने में खुद ही सवाल रह गया

जंग किसी मकसद के लिए लड़े तो जायज है
फिर से कोई हिन्दू और मुसलमान रह गया

रचना- लव_तिवारी - 13-09-2016

मंगलवार, 6 सितंबर 2016

गुप्ता जी की बात निराली - लव तिवारी

गुप्ता जी की बात निराली और कुछ खिस्से ऐसे है
सब लोग के बीच में सर जी बड़े अनोखे रहते थे

कुछ तथ्यों पर महाशय जी अपनी राय भी रखते थे
और  हो न हो क्यों ऐसा चंदौसी में जो रहते थे

हमें पढ़ाते खुद भी पढते और गुथ्थी भी सुलझाते थे
बात बात हम को भी कुछ राज की बात बताते थे

एक बार की बात कहु तो साहब ने हमें डराया था
और दोस्तों के बिच में हमें जोर से हड़काया था

अपनी दिल को चैन न था वैभव जी से मिलने को
और कुछ रंजिश की बातों पर सुलह सपाट करने को

न मानने पर श्री मान को खूब मनाया करते थे
कभी अकेले कभी प्रशांत और जितेंद्र के संग जाया करते थे

अपनी दोस्ती के खिस्से हमेशा याद किये जाते
और दोस्तों से फ़ोन पर आप के हालात पता कर लिए जाते

प्रिय दोस्त बैभव कान्त गुप्ता जी की स्मृति में मेरी द्वारा लिखी कुछ पंक्ति
धन्यबाद - #लव_तिवारी
#फोटो ग्राफी- Praveen Richhariya

सोमवार, 5 सितंबर 2016

मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव के साथ यादवो का उत्तम प्रदेश उत्तर प्रदेश

समाजबाद की नयी परिभाषा जिससे जान कर शायद
आपको भी शर्म आ जाये 
1 - मुलायम सिंह यादव - सांसद
2 - अखिलेश यादव (पुत्र) - मुख्य्मंत्री
3 - रामगोपाल यादव (भाई) - सांसद
4 - डिम्पल यादव (पुत्र बधु ) - सांसद
5 - धर्मेंद्र यादव (भतीजे ) - सांसद
6 -अक्षय यादव (भतीजे ) - सांसद
7 -तेजप्रताप यादव (पोते) - सांसद

8 -शिवपाल सिंह यादव (भाई) - विधायक(मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार)
9 -अंशुल यादव(भतीजे) - जिलापंचायत अध्यक्ष इटावा
10 -शंध्या यादव (भतीजी) - जिलापंचायत अध्यक्ष मैनपुरी
11 -मृदुला यादव (भतीजे की पत्नी)- ब्लॉक प्रमुख सैफई
12 -अजंट सिंह यादव(बहनोई) - ब्लॉक प्रमुख
13 -प्रेमलता यादव (भाई की पत्नी) - जिलापंचायत सदस्य
14 -सरला यादव (भाई की पत्नी) - निदेशक जिला सहकारी बेंक इटावा
15 -आदित्य यादव (भतीजे) - PCF के चेयरमैन
16 -अनुराग यादव (भतीजे ) - राष्ट्रीय सचिव समाजबादी युवजन सभा
17 -अरबिंद यादव (भांजे ) - एमएलसी
18 -बिल्लू यादव (भांजे ) - ब्लॉक प्रमुख करहल
19 -मिनाक्षी यादव (भांजे की पत्नी - जिलापंचायत सदस्य मैनपुरी
20 -बंदना यादव (रिस्तेदार) - जिलापंचायत अध्यक्ष हमीरपुर
और अब पुत्रबधू अर्पणा यादव - प्रत्यासी विधानसभा क्षेत्र लखनऊ केंट
वाह रे समाजबाद

अब यूपी के यादवों के घर जब बच्चा पैदा होगा तो डाक्टर कहेगा
'बधाई हो SDM हुआ है'
(यूपीपीसीएस से चुने गए 86 एसडीएम में 54 यादव

पिछले सालों में उ.प्र. सरकार की रोजगार के
क्षेत्र में उपलब्धियाँ
1- 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती पर रोक
2- 29333 जूनियर शिक्षकों की भर्ती पर रोक
3- T.G.T की भर्ती पर रोक
4- P.G.T की भर्ती पर रोक
5- एल.टी. ग्रेड शिक्षकों की भर्ती पर रोक
6- दरोगा की भर्ती पर रोक
7- ग्राम पंचायत अधिकारी की भर्ती पर रोक
8- ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती पर रोक
9- P.C.S की भर्ती पर रोक
10- P.C.S जुडीसियल की भर्ती पर रोक
11- पुलिस कांस्टेबल की भर्ती पर रोक
12- समीक्षा अधिकारी की भर्ती पर रोक
13- उ.प्र लोवर सबोर्डिनेट की भर्ती पर रोक
14- स्वास्थ कार्यकर्ता की भर्ती पर रोक
15- पशुधन प्रसार अधिकारी की भर्ती पर रोक
16- मत्स्य विकास अधिकारी की भर्ती पर रोक
17- उर्दू शिक्षकों की भर्ती पर रोक
18- उच्च माध्यमिक विद्यालयों में
प्राचार्यों की भर्ती पर रोक
19- लेखपालों की भर्ती पर रोक
20- पी.ए.सी. कांस्टेबल की भर्ती पर रोक
22- DIET प्राचार्यों की भर्ती पर रोक
23- बैकलॉग की भर्ती पर रोक व अन्य
पिछले दो सालों में विज्ञापन तो बहुत निकले और
नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से करोड़ों रुपये
भी लूटे गए पर आज तक कोई
भी भर्ती पूरी नही हो पायी ……
उ.प्र.सरकार के पूरे होते वादे ….
इस सरकार की #कामयाबी को छिपाओ नहीं सभी लोगो को शेयर
करे !!!
यश भारती सम्मान
उत्तर प्रदेश #सरकार द्वारा दिया जाने वाला पुरस्कार
2015-16
1.Mohd. Safi Khan (Sahitya)
2.Hira Lal Yadav (Lokgayan)
3.Bansh Gopal Yadav
4.Dharmendra Yadav
5.Lal bachan Yadav
6.Yogendra Yadav
7.Vijay Pal Yadav
8.Rajesh Yadav
9.Bhagat Singh Yadav
10.Abhishek Yadav
11.Hamid Ullah
12.Darshan .S.Yadav
13.Hakim Syyad
14.Vishhnu Yadav
15.Dr.C.S.Yadav
16.Nawazuddin Siddiqi
17.Awnish Yadav
18.Poonam Yadav
19.Khushveer Yadav
20.Resham Fatima
यक्ष प्रश्न? क्या उ. प्र.में अब यादव और मुस्लिम
ही बचे हैं जो सम्मान के योग्य हैं!
: उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री (माननीय न कहें)
अखिलेश यादव जी के 3 वर्ष के कार्य -
1- 75 जिलाध्यक्षो में 63 यादव (समाजवादी
पार्टी)
2- 75 BSA में 62 यादव
3- 67% थानाध्यक्ष यादव
4- जो यादव BDO है उनको 3 से 4 ब्लाक
5- भर्ती परीक्षाओं में यादव 69%
6- सड़क पानी बिजली का केवल शिलापट्ट पर नाम
व कमीशन
7- UPSC का अध्यक्ष अनिल यादव
8- उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग का अध्यक्ष
रामवीर यादव
9- अधीनस्थ सेवा आयोग का अध्यक्ष राज किशोर
यादव
10- माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड का अध्यक्ष
रामपाल यादव।
इनको यादव के अलावा कोई नहीं मिल रहा है।
इस massage को जितना हो सके share करे । और बताये
की हम कितने अच्छे voters है
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