वो मिले तो अक्सर याद आये पुराने दिन
कि स्कुल और तक़दीर के मसलो के उलझे दिन
कि स्कुल और तक़दीर के मसलो के उलझे दिन
बड़ी बेफ़िक्र थी जिंदगी और अजीब थे रिश्ते
वो मिले आज तो कहे कुछ अनकहे क़िस्से
वो मिले आज तो कहे कुछ अनकहे क़िस्से
कभी मिले वो फ़िर से हो शाम सुहानी
कुछ सुलझे बीते वर्षो की उलझी कहानी
कुछ सुलझे बीते वर्षो की उलझी कहानी
पुराने वक़त की नज़ाकत को हम याद करते है
उन दोस्तों से ताउम्र मिलने की फ़रियाद करते है
उन दोस्तों से ताउम्र मिलने की फ़रियाद करते है
प्रस्तुति- #लव_तिवारी
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