शुक्रवार, 18 नवंबर 2016

कहा हो तुम एक अजनबी की तरह- लव तिवारी

कहा हो तुम एक अजनबी की तरह
कि जिंदगी भी नहीं जिंदगी की तरह

है उम्मीद मोहब्बत और वफ़ा की तुमसे
कि तुम मिले मुझसे हर ख़ुशी की तरह

एक खुशनुमा अहसास है तुमसे
तुम हो जो मेरी शायरी की तरह

कुछ लिखते है आओ अब हम तुम पर
कि मुस्कुराओ तुम एक ग़ज़ल की तरह

बात तुमसे करू तो लोग क्या समझे
समझ ले तो कहे दिल्लगी की तरह

कई अफ़साने है तुझसे मेरे हसररत की
कि जो पुरे हो जाए फिर मुक़म्मल की तरह

प्रस्तुति- लव तिवारी


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