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कवि वियोगी होता है, फिर भी वह योगी होता है।- श्री पंकज उपाध्याय पूर्व अध्यक्ष पी जी कालेज ग़ाज़ीपुर ~ Lav Tiwari ( लव तिवारी )

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बुधवार, 16 अगस्त 2023

कवि वियोगी होता है, फिर भी वह योगी होता है।- श्री पंकज उपाध्याय पूर्व अध्यक्ष पी जी कालेज ग़ाज़ीपुर

प्रारूप
नाम : श्री पंकज उपाध्याय
जन्मतिथि : २६-जून-१९८१
माता का नाम : श्रीकांति देवी
पिता का नाम : श्री वीरेंद्र नाथ उपाध्याय
जन्म स्थान : ग्राम हरिहरपुर पोस्ट तिवारीपुर थाना मोहम्दाबाद जिला ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश
शैक्षिक योग्यता : एम ए मनोविज्ञान
संप्रति (पेशा) : छात्र नेता
विधाएं : कविता, गीत,
साहित्यिक गतिविधियां :
प्रकाशित कृतियां : कोई नही
पुरस्कार सम्मान : कोई नही
संपर्क सूत्र : 9919753474
विशेष परिचय : स्नाकोत्तर महाविद्यालय गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश के छात्र संघ की अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए छात्र राजनीति में एक सक्रिय भागीदारी करते हुए इस समय भारतीय कांग्रेस पार्टी से जुड़कर देश के बेहतर भविष्य की कामना।।


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कवि वियोगी होता है, फिर भी वह योगी होता है।
कुछ शब्द है जिनको गाता है, शायद ही जग को भाता है।

                                       कुछ अनुभव है जीवन के जो, शब्दों में उतर कर आते है।
इस भाग दौड़ की दुनिया में, कुछ गीत कविता गाते है।।

कवि हृदय है मोम हृदय, ना समझों तो चट्टान भी है।
मर जाता है कहने वाला, कविताओं में जान भी है।।

कवि जमीं पर रहता है, और सोच आसमान की रहती।
हम मन मानस पर्वत जैसा हृदय में नदियां है बहती।।

कवि वियोगी होता है, फिर भी वह योगी होता है।
कुछ शब्द है जिनको गाता है, शायद ही जग को भाता है।

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