मेरा ब्लॉग मेरी रचना- लव तिवारी संपर्क सूत्र- +91-9458668566

गाजीपुर की आदिवासी महिला देवधनिया की प्रेरणादायक कहानी- लेखक संजीव गुप्ता ~ Lav Tiwari ( लव तिवारी )

Flag Counter

Flag Counter

बुधवार, 12 जुलाई 2023

गाजीपुर की आदिवासी महिला देवधनिया की प्रेरणादायक कहानी- लेखक संजीव गुप्ता

इस तस्वीर में मेरे मित्र अरुण राय जी के पीछे आदिवासी महिला देवधनिया व उसकी बेटी खुशबू है।देवधनिया कि कहानी इतनी प्रेरक है कि यह पोस्ट लिखनी पड़ी।देवधनिया मूलतः रांची की रहने वाली है और कम उम्र में माता पिता विहीन हो जाने से वह बस्ती के लोगों के साथ 10, साल की उम्र में भट्ठा मजदूर बन कर गाज़ीपुर आयी।यहां मजदूरी करते करते बड़ी हुई और पास के गावँ के भट्ठा ट्रेक्टर ड्राइवर से शादी कर ली व मठिया गावँ में उसके घर रहने लगी।दुर्भाग्य से उसका पति मर गया और परिवार वालों ने देवधनिया को भगाने के लिए सभी जतन किये।लेकिन एक बेटी व एक बेटे की मां देवधनिया ने असीम धैर्य से इस परिस्तिथि का सामना किया और मजदूरी कर अपना व बच्चों का पेट पालती रही।सबसे बड़ी बात की उसने अपने बच्चों को पढ़ाने का सपना देखा और कुछ भी करके उनकी पढ़ाई जारी रखी।वह मेरे कार्यकर्ता प्रेम वनवासी के साथ मेरे पास आई कि बेटे को उत्थान स्थित अवधबिहारीजी छात्रावास में रख लें।चुकी बच्चा बहुत छोटा है इसलिए मैंने एक साल ओर इंतजार के लिए कहा है।इस बीच मैंने बेटी खुशबू का एडमिशन अरुण राय जी के सहयोग से कस्तूरबा बालिका छात्रावास में आज करा दिया।सरकार द्वारा चलाया जा रहा कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय गरीब परिवार की बच्चीयो के लिए वरदान है।यहां भोजन से लेकर शिक्षा आदि की उत्तम व्यवस्था है।टीचर भी बहुत सहयोगी हैं।मैने कई वनवासी बालिकाओं के यहां एडमिशन कराया है।अब देवधनिया बहुत खुश है कि उसके दोनों बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर लेंगे।देवधनिया इतनी उत्साही व सकारात्मक है कि उसे देखकर कोई नही कह सकता कि वह इतना संघर्ष कर रही है।उसके मन मे किसी के प्रति शिकायत नही जबकि पति के परिवार वाले उसे नाना कष्ट देते रहते हैं।सचमुच परिश्रमी, ईमानदार, धैर्यवान, सन्तोषी व सकारात्मक सोच वालों के लिए ईश्वर सदैव रास्ता बना देते हैं।गरीब लोगों में शिक्षा की यह लग्न देखकर पूरा यकीन होता है कि अब भारत को विकसित देश बनने से कोई नही रोक सकता।