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कैसे बताये उनसे अपने सच्चे प्यार की दास्तां आज भी झूठे लोग को देख कर शर्मिंदा हूँ- लव तिवारी ~ Lav Tiwari ( लव तिवारी )

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गुरुवार, 14 जुलाई 2016

कैसे बताये उनसे अपने सच्चे प्यार की दास्तां आज भी झूठे लोग को देख कर शर्मिंदा हूँ- लव तिवारी

रंजिशों गम में बड़े शहर का वाशिंदा हूँ
लोग पूछते है आज कल किस हाल में मैं जिन्दा हूँ
कैसे बताये उनसे अपने सच्चे प्यार की दास्तां
आज भी झूठे लोग को देख कर शर्मिंदा हूँ

वजूद कुछ भी तेरे बिना कौन है हमारा कभी #शरद #हवाओं के उस #खूबसूरत समय का अहसास बनकर तो कभी बारिश के मौसम में रूहानी याद बन कर, आज के दौर में हमने भी ज़माने में मोहब्बत देखी है, रूह की चादर ओढ़े उन शख्शियत को जिस्म का सौदा करते हुए, कई बार सोचा एक हम और तुम जो अक्सर खूबसूरत यादो के सहारे ये जिंदगी के कितने दिनों को साथ साथ जिए ,और एक वो है जो देखने पर लगता है कि जिंदगी भर का प्यार बस एक पल , सारी सीमाओं को लाँघ कर एक दूसरे के करीब होने की कोशिश कर वो खुबसूरत दृश्य ,फिर कुछ दिन बाद देखे तो नजर का वो खूबसूरत मेल न जाने किन वादियों के बीच गुमनाम सी रहो को पकडे जिंदगी की एक नए साथी के तलाश के फ़िराक में है, हमें हँसी आती है और कभी कभी दुःख, हँसी का कारण दोनों की समानता होना, और दुःख का कारण एक की सच्ची मोहब्बत दूसरे के लिए एक और नहीं कहानी, लोग कहते है हमने मोहब्बत की है , हम नहीं कहते चुप चाप उनके यादो को एक्सर याद करके जी लेते है, भला मोहब्बत भी बताने की बात है किसी शायर की खूबसूरत लाइन। 

कभी कहा न किसी से तेरे फ़साने को
न जाने कैसे खबर हो गयी ज़माने को
सुना है गैर की महफ़िल में आप न जाओगे
कहो तो आज सजा दू गरीब खाने को

प्रस्तुति- लव तिवारी
15-07-2016