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जून 2023 ~ Lav Tiwari ( लव तिवारी )

Lav Tiwari On Mahuaa Chanel

we are performing in bhail bihan program in mahuaa chanel

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शुक्रवार, 30 जून 2023

हमसफ़र जैसी घटिया ट्रेन को लॉंच कर के गरीब रथ को पहले ही कई रूटों में बंद कर दिया गया है।

पटना से राँची के लिए वन्दे भारत ट्रेन शुरू की गई है।AC Chair Car का किराया ₹1025 जबकि Executive Chair Car का किराया ₹1930 है। यात्रा पूरी होने में 6 घंटे का समय लगता है।पटना से राँची के लिए जनशताब्दी भी चलती है।Chair Car का किराया ₹195 जबकिAC Chair Car का किराया ₹650 है। यात्रा पूरी होने में 7.45 घंटे का समय लगता है।वन्दे भारत में केवल 1.45 घंटे का समय कम लग रहा है लेकिन किराया लगभग 300% अधिक है। भारत के रेल यात्रियों ने समय के साथ देर चलने वाली...

ग़ाज़ीपुर के वीर रस के कवि श्री हेमन्त निर्भीक जी का सक्षिप्त परिचय एवं रचनायें

प्रारूप नाम : हेमन्त निर्भीक जन्मतिथि : 23 अगस्त 1988माता का नाम : श्रीमति सविता देवी पिता का नाम : श्री बंश नारायण उपाध्याय जन्म स्थान : पचौरी गाजीपुर शैक्षिक योग्यता : परास्नातक संप्रति (पेशा) : नौकरी ( गैर सरकारी)विधाएं : ओज साहित्यिक गतिविधियां : मंचीय काव्य पाठप्रकाशित कृतियां :पुरस्कार सम्मान :संपर्क सूत्र : 6389042206विशेष परिचय : कवि हेमन्त निर्भीक : एक परिचय...हेमन्त निर्भीक वीर रस के प्रतिष्ठित कवि है l उनका जन्म ग्राम पचौरी , जिला गाजीपुर...

गुरुवार, 29 जून 2023

दौड़-धूप कर आए बादल सूरज को ढक छाए बादल- डॉ एम डी सिंह ग़ाज़ीपुर

छाए बादलदौड़-धूप कर आए बादल सूरज को ढक छाए बादलमोर मुदित हैं दादुर हर्षित झींगुर हर्ष कर रहे प्रदर्शित वायु बना रथ दौड़ रहा हैमेघदूत हो रहे आकर्षितखूब सभी को भाए बादलसूरज को ढक छाए बादलताल तलैया कूप भर रहेलोग नदी को देख डर रहेपानी -पानी हुई धरा हैमेघराज हर्षनाद कर रहे साथ दामिनी लाए बादलसूरज को ढक छाए बादलदेखो हुई प्रकृति बावली हरियाली भी है उतावलीबादल सखे को देख काला लो धरती भी हुई सांवलीसागर के हैं जाए बादलसूरज को ढक छाए बादलरचना-डॉ एम डी स...

स्वर्ग से सुंदर बाटे युवराजपुर गंउवा हमार रचना नृपजीत सिंह ग़ाज़ीपुर

पावनी गंगा माई के होखेला पहरा जहाँ,नृपजीतमाई के गर्भवे में गूंजे रामनामी लहरा जहाँ,साधु संतन से होला जहवाँ माटी के सिंगारस्वर्ग से सुंदर बाटे युवराजपुर गंउवा हमार,संस्कृति संस्कार जहवाँ जनमे से बाअतिथि सत्कार जहवाँ कण कण में बाजहवाँ उपजेलन बिरना देसवा के कर्णधारस्वर्ग से सुंदर बाटे युवराजपुर गंउवा हमार,नृपजीत सिंह (निप्पी सि...

दीपक राग से दीप जलाकर राग मिलन से दिल मिलाओ- रचना नृपजीत सिंह ( पप्पू सिंह)

दीपक राग से दीप जलाकरराग मिलन से दिल मिलाओमिश्र राग में घोल के सबको राग देश से देश जगाओप्रेम के सुर से सजा के बंदिशएक दूजे को गले लगाओताल मिलाओ चाल मिलाओमिलकर दीपावली मनाओआप सभी भारतवासियों को दीपावली की मंगलमयी शुभकामनाएंनृपजीत सिंह ( पप्पू सिंह)9711906...

लौटते समय कोई भी रामनाम सत्य है नहीं बोलता क्या रामनाम सत्य है बोलना मृत शरीर के अंतिम यात्रा का संकेत मात्र है ?

जीवन के क्रम में मृत्यु निश्चित है । अपने जीवन यात्रा में इंसान अनेक रिश्तों से गुजरता हुआ अंतिम पड़ाव पर पहुँचता है । ऐसे में मृत्यु की खबर तरंग की भाँति सभी रिश्तों को झकझोर देती है और उस व्यक्ति को जानने वाले सभी लोग मृत व्यक्ति के अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुँच जाते हैं जो बिल्कुल करीबी होते हैं वो अनेक तरह की यादों को यादकरकरके दहाड़े मारमार कर रोते हैं कुछलोग रोते हुए लोगों को देखदेखकर रोते हैं । इसी क्रम में मृत व्यक्ति को चारलोग अपने कंधों...

सोच रहा हूं किससे पूछूं डॉ एम डी सिंह ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश

सोच रहा हूं किससे पूछूं अमूर्त की अभिलाषा है भाषामूर्त की परिभाषा है भाषाहम कह सकें समझा सकेंअंतःकरण को गा सकेंअभिव्यक्ति की प्रत्याशा है भाषापरभाषा पहचान नहीं हैबातचीत की जान नहीं हैकौन राष्ट्र क्या बोल रहा हैकिन शब्दों से मुख खोल रहा हैवर्तिका किन अक्षरों से तोल रहा हैपूछ रहे संपूर्ण जगत कीजिज्ञासा है भाषामैं मिला एक दिन पूछा उससेतुम किस देश की भाषा हो हिंदी चुप क्लान्तबोल रहे भिन्न-भिन्न तुम सभी जनतुम्हारी गढ़ भाषा क्या है चुप नितांतपूछा मैंने...

रिश्तों की दीवार खड़ी तो दर का होना बनता है- डॉ एम डी सिंह ग़ाज़ीपुर

रिश्तों की दीवार खड़ी तो दर का होना बनता हैमाता-पिता हैं पास फिर तो डर का होना बनता हैचला आ रहा जो मुद्दत से दुनिया का दस्तूर है यहपत्नी का हो गया जुगाड़ तो घर का होना बनता हैबिना उड़े न मिले आकाश बड़े बुजुर्ग हैं बता गए सपने जुटा लिए हैं कुछ तो पर का होना बनता है घिसट -घिसट ना चले जिन्दगी दौड़ लगाना तो होगा बोझ जग का ढोना है तो सर का होना बनता हैदिखना है तो जलना होगा धू-धू करकेकर्म पथ परबहते हुए पसीने से तो तर का होना बनता हैडॉ एम डी स...

शीर्षासन हठ योग का प्रमुख आसन है- डॉ एम डी सिंह ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश

शीर्षासनहठ योग का प्रमुख आसन है शीर्षासन। देखने में बहुत आसान है, किंतु है नहीं। सच पूछिए तो हठयोग शरीर को कठोर बनाने वाला योग है। हठयोग के योगासन दर्शक को तो चमत्कृत करते ही हैं सहज योगियों को भी प्रलोभित करते हैं। यही कारण है की अनेक हठयोगीय आसन सहजयोगीय आसनों के साथ स्वीकार कर लिए गए हैं। उनमें से प्रमुख है शीर्षासन।कभी आपने उदरासन, वक्षासन, पृष्ठासनअथवा हस्तासन का नाम सुना क्या? नहीं न? फिर शीर्षासन ही क्यों? जी हां आपने सही सुना, सिर के बल उल्टा...

प्रेम किया पूर्णिमा से,अमावस वाली रात थी- रचना नृपजीत सिंह

प्रेम किया पूर्णिमा से,अमावस वाली रात थीचाँद मेरे साथ था, घनघोर बरसात थी,तड़प रहा था आसमां, चाँदनी बदहवास थी कड़कड़ाती बिजली को भी चूमने की आस थी बादलों की गड़गड़ाहट में बारिस की अट्टहास थी प्रेम किया पूर्णिमा से,अमावस वाली रात थीतन्हाई नग्न थी, ख़ामोशी मग्न थीयादों का तांडव था, दिल में द्वन्द थीसन्नाटे का बसेरा था, उम्मीदों का सबेरा थासपनों के गाँव में, दोनों का डेरा थासाँसों की सरसराहट में संबंधों की सौगात थी प्रेम किया पूर्णिमा से,अमावस वाली रात थीजुगनुओं...

बहुत कठिन बा जिनिगिया के जिईल सुख दुख के सुई धागा लेके एके सियल- अजय त्रिपाठी

बहुत कठिन बा जिनिगिया के जिईल-२सुख दुख के सुई धागा-२ लेके एके सियल।बहुत कठिन बा जिनिगिया के जिईल-२केहू के भरोस नईखे मन भयभीत बापरला पर केहू नाही हित के मीत बा-२रोज रोज आँसुओ के-२ घोट इहा पीयलबहुत कठिन बा जिनिगिया के जिईल-२केकरा का आपन कही केकरा गैर होआगे बढ़त देख खींचे सब पैर हो-२सहे के बधाव एहिजा-२ अपने के दीहलबहुत कठिन बा जिनिगिया के जिईल-२साथ रही तबले तोहरा जबले बा अरथछोड़ी दही साथ तुरते पुरते सवारथ-२चुकता करके के पड़ी-२ जवन बाटे लिहलबहुत कठिन बा...

ईत बेटी नाही हई गंगा जल हई हो, ईत परम् पवित्र तुलसी दल हई हो

ईत बेटी नाही हई गंगा जल हई हो-२ई त परम् पवित्र तुलसी दल हई होईत बेटी नाही हई गंगा जल हई हो-२ई त परम् पवित्र तुलसी दल हई होनइहर आ ससुरा में उमर बट जाला-२सुखवा अ दुखवा में दिन कट जालादिन कट जालाबारहो मास फले वाली ऋतु फल हई होई त परम् पवित्र तुलसी दल हई होईत बेटी नाही हई गंगा जल हई होसीमा वाले सैया के कटान हई बेटीभाई के कलाई के दुलार हई बेटीदुलार हई बेटीपति पुत्र और धरती के बल हई होई त परम् पवित्र तुलसी दल हई होईत बेटी नाही हई गंगा जल हई होअन्नपूरर्णा...

बुधवार, 28 जून 2023

है शम्भू तिहारी इच्छा से हम द्वार तिहारे आये है संताप भरा मन ले करके संताप छुड़ाने आये है।। गीत अभय नाथ तिवारी

है शम्भू तिहारी इच्छा से हम द्वार तिहारे आये है।-२संताप भरा मन ले करके संताप छुड़ाने आये है।।है देवेश्वर, है त्रिपुरारी है नीलकंठ कल्याण करोइस जनम मरण के बंधन को आसान करोहम श्रद्धा सुमन चढ़ाने को ही अब द्वार तिहारे आये हैहै शम्भू तिहारे…है महादेव, है आदिदेव, है कामदई, है कालदेई, है काशी वासी, है भोले, है गंगाधर, है प्रेममयीॐ नमः शिवाय, हरि ॐ नमः शिवाय, हरि ॐ नमः शिवायमहादेव, है आदि देव है है कामदई है कालदेई है काशी वासी, है गंगाधरहम भंग धतूरा और बेल...

अपने कर्मो के प्रति ईमानदारी की भावना रख कर भविष्य की चिंता परमात्मा पर छोड़ दीजिए

किसी जंगल मे एक गर्भवती हिरणी थी जिसका प्रसव होने को ही था . उसने एक तेज धार वाली नदी के किनारे घनी झाड़ियों और घास के पास एक जगह देखी जो उसे प्रसव हेतु सुरक्षित स्थान लगा.अचानक उसे प्रसव पीड़ा शुरू होने लगी, लगभग उसी समय आसमान मे काले काले बादल छा गए और घनघोर बिजली कड़कने लगी जिससे जंगल मे आग भड़क उठी .वो घबरा गयी उसने अपनी दायीं और देखा लेकिन ये क्या वहां एक बहेलिया उसकी और तीर का निशाना लगाये हुए था, उसकी बाईं और भी एक शेर उस पर घात लगाये हुए उसकी...

शनिवार, 24 जून 2023

जग के पालन हार बने कैसे ललना झूले नन्दलाल आज यशोदा के पलना- अजय त्रिपाठी

जग के पालन हार बने कैसे ललनाझूले नन्दलाल आज यशोदा के पलनाजिसके भरोसे ये जग सारा,1 मांग रहा मईया से दे दे सहारा-२टुकुर टुकुर देख रहा पलने से ललनाझूले नन्दलाल आज यशोदा के पलनाजग के पालन हार बने कैसे ललनापर्वत नदिया जिससे बनती,दया दृष्टि से दुनिया चलती-२गिर गिर उठ उठ सिख रहा ललनाझूले नन्दलाल आज यशोदा के पलनाजग के पालन हार बने कैसे ललनाअजब रूप प्रभु अपना बनाये, रुदन करत कभी कभी मुस्काये-२देती है मईया ला के खिलौनाझूले नन्दलाल आज यशोदा के पलनाजग के पालन...

गौरी के पुत्र गणेश जी मेरे घर मे पधारों- गीत संगीत - श्री अजय त्रिपाठी

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥गौरी के पुत्र गणेश जी मेरे घर मे पधारों-४घर मे पधारों मेरे घर मे पधारों-२काटो सकल क्लेश जी मेरे घर मे पधारोंगौरी के पुत्र गणेश जी मेरे घर मे पधारों-२एक दन्त दया वंत चार भुजा धारीमाथे सिंदुर शोभे मुस की सवारीसर्व सिद्ध सर्वेश जी मेरे घर मे पधारोंगौरी के पुत्र गणेश जी मेरे घर मे पधारों-२मोदक प्रिय मुद मंगल दाताविद्या वारि धी बुद्धि विधातागणपति पुत्र उमेश जी मेरे घर मे पधारोंगौरी...

गुरुवार, 22 जून 2023

गाँव बेचकर शहर खरीदा, कीमत बड़ी चुकाई है। जीवन के उल्लास बेच के, खरीदी हमने तन्हाई है।

गाँव बेचकर शहर खरीदा, कीमत बड़ी चुकाई है।जीवन के उल्लास बेच के, खरीदी हमने तन्हाई है।बेचा है ईमान धरम तब, घर में शानो शौकत आई है।संतोष बेच, तृष्णा खरीदी, देखो कितनी मंहगाई है।। बीघा बेच स्कवायर फीट खरीदा, ये कैसी सौदाई है।  संयुक्त परिवार के वट वृक्ष से टूटी, ये पीढ़ी मुरझाई है।।  रिश्तों में है भरी चालाकी, हर बात में दिखती चतुराई है।कहीं गुम हो गई मिठास, जीवन से, हर जगह कड़वाहट भर आई है।।    रस्सी की बुनी खाट...

मंगलवार, 20 जून 2023

ग़ाज़ीपुर संगीत के महान गुरु पं राम नरेश विश्वकर्मा जी का देहांत की खबर सुनकर मन व्यथीत है- लव तिवारी

मेरे संगीत के प्रथम गुरु पं॰ राम नरेश विश्वकर्मा जी का देहांत की खबर सुनकर मन व्यथीत हो गया है |अपने जीवन काल में गुरु जी ने हजारों शिष्य शिष्याओ को संगीत की शिक्षा प्रदान की |विगत कई दशकों से गुरुजी प्रयाग संगीत समिति की शाखा के द्वारा संगीत की शिक्षा दे रहे थे |आप लोगों को जानकर यह आश्चर्य होगा कि लगभग 100 वर्षों की आयु में भी वह संगीत की शिक्षा अपने शिष्यों को देते हुए मां सरस्वती के चरणों में विलीन हुए |अपने जीवन काल में मैंने ऐसे विलक्षण व्यक्ति...

रविवार, 18 जून 2023

गाजीपुर की महान लेखिका एवं समाजिककार्यकर्ता डॉ विमला मिश्रा जी का संक्षिप्त परिचय एवं रचनाएं

प्रारूप नाम : डॉ विमला मिश्राजन्मतिथि : ०१-१२-१९४९माता का नाम : स्वर्गीय सुन्दरी देवीपिता का नाम : स्वर्गीय राम सूरत मिश्रजन्म स्थान : जिला ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेशशैक्षिक योग्यता : बी. ए., बीएड, एम. ए. संस्कृत पी.एच.डीसंप्रति (पेशा) : शिक्षण संप्रति अवकाश प्राप्तविधाएं : काव्य विधा, कहानी लेख विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशितसाहित्यिक गतिविधियां : सहित्यगोष्टी में प्रतिभाग, काव्यपाठप्रकाशित कृतियां : काव्य संकलन, कहानी संग्रह शीघ्र प्रकाशनपुरस्कार सम्मान...

शनिवार, 17 जून 2023

रुस्तमे हिंद भारत के प्रसिद्ध पहलवान मंगला राय ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश

भारत के प्रख्यात पहलवान -5_________________________मंगला राय भारत के एक प्रसिद्ध पहलवान थे। मंगला राय का जन्म 24 जून 1916 में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद के जोगा मुसाहिब गांव में क्वार महीने में हुआ था। उनके पिता का नाम रामचंद्र राय था। रामचंद्र राय और उनके छोटे भाई राधा राय अपने जमाने के मशहूर पहलवान थे। उन्ही की तरह मंगला राय और उनके छोटे भाई कमला राय ने भी कुश्ती में काफी नाम और यश प्राप्त किया। रामचंद्र राय और राधा राय दोनों अपने जवानी के दिनों...

शुक्रवार, 16 जून 2023

एकलव्य ने अपना अंगूठा काटा था तो द्रोणाचार्य भी मात्र एक चुल्लू दूध के लिये तरसे -रामेश्वर शुक्ला

एकलव्य ने अपना अंगूठा काटा था तो द्रोणाचार्य भी मात्र एक चुल्लू दूध के लिये तरसे थे, अपमानित भी किये गये थे... उस युग में एक ही अपराध के लिये ब्राह्मण को किसी शूद्र की अपेक्षा सोलह गुना अधिक दंड भी मिलता था... क्योंकि समझा जाता था कि ब्राह्मण ज्ञानी है और जानकर किया गया अपराध अज्ञानता में किये गये अपराध से अधिक दंडनीय है...इस लिहाज से तो महाभारत काल ब्राह्मण विरोधी हो गया और "मनुस्मृति" भी ब्राह्मण विरोधी ही हुई फिर...!उसी युग में एक मछुआरन की संतान...

बुधवार, 14 जून 2023

हवस की एक अनोखी कहानी जो आदमी को हैवान बना दी है- लेखक लव तिवारी ग़ाज़ीपुर

वास्तव में जाति मनुष्यों के अंतर्विवाही समूह या समूहों का योग है जिसका एक सामान्य नाम होता है, जिसकी सदस्यता व्यक्ति द्वारा अर्जित न होकर उसकी जन्मना से प्राप्त होती है, जिसके सदस्य समान या मिलते जुलते पैतृक धंधे या धंधा करते हैं और जिसकी विभिन्न शाखाएँ समाज के अन्य समूहों की अपेक्षा एक दूसरे से अधिक निकटता का अनुभव करती हैं।प्राचीन काल में जाति का वास्तविक और उनके कार्यों से होता था कार्य का तात्पर्य है अगर व्यक्ति पानी संबंधी काम करता था तो उसे...

श्वेत कफ़न में लिपटी वह निर्जीव काया कुछ क्षणों पहले कुछ रिश्तों से बंधी एक पहचान लिये सजीव थी, हम सब के मध्य में।

मृत्यु- श्वेत कफ़न में लिपटीवह निर्जीव कायाकुछ क्षणों पहलेकुछ रिश्तों से बंधीएक पहचान लियेसजीव थी, हम सब के मध्य में।एक प्यारा नाम थाकुछ प्यारे सम्बोधन थेसिर्फ कुछ समय पहले हीसब के मन में बसी थीजब साँसों की तार जुडी थीउसकी अपने ह्रदय से।काल की पदचाप कीन कोई पहचान थीबस हाथ बढ़ा उसने तोड़ीसाँसों की एक डोर थीहम सब के समक्ष हीबुझ गई जीवन ज्योति थी।सम्बोधन सब मिट गएनाम पता सब खो गयाअंत में नाम बसपार्थिव शरीर ही रह गयाभूल गए सब क्या कभीइसकी कोई पहचान...

आदिपुरुष: फिल्म देखनी है या नहीं ? अगर देखनी है तो क्यों देखनी है- श्री माधव कृष्ण

आदिपुरुष: फिल्म देखनी है या नहीं?प्रभास अभिनीत आदिपुरुष रिलीज़ होने वाली है. इस पर कुछ विवाद भी हो रहे हैं, कुछ प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं, कुछ लोग बहिष्कार करने की घोषणा कर चुके हैं और कुछ लोग इस फिल्म को न देखने के कारणों पर चर्चा कर रहे हैं.पहले निष्कर्ष: यह फिल्म देखनी चाहिए क्योंकिं इस फिल्म में आदिपुरुष भगवान् श्रीराम अपने उदात्त चरित्र और मानवीय मूल्यों के साथ वैश्विक स्तर पर बड़े पर्दे पर उपस्थित होंगे. अब कारण: अनेक लोग कुछ समय पहले इस बात...

रविवार, 11 जून 2023

कोई दूध से नहा रहा है, किसी को पीने को पानी नसीब नही है- लव तिवारी

 ग़रीबी एक अभिशाप हैभूख और गरीबी इतना सताती है कभी-कभी जान निकल जाती, आज के दौर में किसी को नहाने के दूधों तो किसी को पीने को पानी तक नसीब नही है। एक बात और मजे की लोग भुखमरी से कम मरते लेकिन खाकर मरने वालों की संख्या इस दुनिया में ज्यादा है आप न्यूज़ पेपर उठा कर देख लीजिए तमाम बड़े हस्तियों को तमाम लोगों के बारे में आप जानते हो जानते होंगे, खबर मिलती है कि उन्हें मौत हो गई मौत के पीछे का रहस्य हार्ट अटैक हार्ट अटैक क्यों होता है और असंयमित...

उम्र क़े अंतिम पड़ाव पर, बैठा रहता ताकता है अकेला

जीवन भर चलता रहा मै, लेकर पुरे परिवार का रेला !उम्र क़े अंतिम पड़ाव पर, बैठा रहता ताकता है अकेला !!बजाई थी बड़ी शान से जिनके पैदा होने पर थाली !वही आज हमें बजाते दे -देकर जोर जोर से गाली !!गुजर जाती है उम्र सारी, नहीं गुजरती अब अंतिम बेला !आँखे भी थक चुकी अब, देख जीवन का ये खेल अलबेला !!बचपन से सुनते आए, वही काटोगे जैसा था तुमने बोया ! पिता क़े थे हम श्रवण-कुमार, देख अपनी दिल है रोया...

शनिवार, 10 जून 2023

वह प्यारा सा घर जहां बचपन बीता युवराजपुर ग़ाज़ीपुर- लव तिवारी

पतित पावनी गंगा बहती, सुंदर भेष परिधान यहाँ।वह है अपनी प्यारी घरती, जिसको कहते गांव जहां।।शहर के चकाचौंध और जरूरतों के मद्देनजर गांव की जीवन से हम दूर हो गए, लेकिन गांव आज भी हमारी सुंदर यादों को सँजोये जहन में बसता है। काली, दोमट, बलुई दोमट एवं बलुई मिट्टी को सुशोभित करते हुए गंगा मईया के तट पर बसा धरती का एक मात्र ऐसा गांव जहाँ चार तरह उपजाऊ मिट्टी पायी जाती है। कला, संस्कृति, खिलाड़ी और साहसी लोगों से परिपूर्ण अपने गांव की महिमा न्यारी है। एक प्यारा...

शुक्रवार, 9 जून 2023

अष्ट शहीदों की वीर गाथा पर अष्ट बलिदानी लिख रहे भोजपुरी जगत के महान कवि श्री संजीव त्यागी जी - लव तिवारी

१८ अगस्त १९४२ स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान मोहम्दाबाद में अंग्रेजों के द्वारा सीने पर गोली खाकर शेरपुर गांव के आठ अमर शहीदों के साहसी कारनामों पर आधारित खण्ड काव्य "अष्ट बलिदानी" लिख रहे भोजपुरी जगत के महान लेखक रचनाकार बड़े भैया श्री संजीव कुमार त्यागी जी का स्नेह और आशीर्वाद हमें प्राप्त हुआ। ग़ाज़ीपुर लट्ठूडीह के निवासी भईया को उनकी सुप्रसिद्ध भोजपुरी काव्य संग्रह "ए सरकार किसान हई हम" को साल २०२१ के हिंदुस्तान एकादमी प्रयागराज के द्वारा भिखारी ठाकुर...

नफ़रत नही हक़ीक़त साझा किया हैं कब सुधरेगी ये दरिन्दगी भरा समाज- लव तिवारी

तबाह और बर्बाद हो गयी ये तमाम सेक्युलर लड़कियां, मिला सिर्फ आंसू, प्रताड़ना, शोषण, मुस्लिम बच्चे और तलाक, इनके शौहर लाइफ में मस्त, ये हो गयी गुमनामअगर आप से पुछा जाये की आज सैफ अली खान से निकाह करने वाली अमृता सिंह कहाँ पर है, आमिर खान से निकाह करने वाली रीना दत्ता कहाँ पर है ? ओमर अब्दुल्ला से निकाह करने वाली पायल नाथ कहाँ पर है ? मोहम्मद अजहरुद्दीन से निकाह करने वाली संगीता बिजलानी कहाँ पर है, फरहान अख्तर से निकाह करने वाली अनुराधा कहाँ पर है ? और...

गुरुवार, 8 जून 2023

भोजपुरी के बेहतर विकास के लिए समर्पित है आदरणीय गुरु जी श्री राम बहादुर राय- लव तिवारी

साहित्यकार समाज और अपने युग को साथ लिए बिना रचना कर ही नहीं सकता है, क्योंकि सच्चे साहित्यकार की दृष्टि में साहित्य ही अपने समाज की अस्मिता की पहचान होता है। इस संदर्भ में हिंदी, भोजपुरी भाषा के महान कवि लेखक परम् आदरणीय श्री राम बहादुर राय गुरु जी का स्नेह और आशीर्वाद हमें अपने निवास स्थान ग़ाज़ीपुर में प्राप्त हुआ। भोजपुरी के बेहतर विकास के लिए आदरणीय गुरु जी ने "भोजपुरी के मान्यता देई ए सरकार" सुंदर काव्य से सुशोभित पुस्तक का प्रकाशन किया है। संविधान...