सोमवार, 25 जुलाई 2016

तुम्हारी यादों के हसीन पल- लव तिवारी

तेरी यादों के बेहतरीन झरोखों के वो पल
मेरी जिंदगी जीने के मकसद बन गए है ,


कभी ख्वाबो में आकर एक खुशनुमा अहसासों के उन बेहतरीन पालो को कैसे भूल जाये जिनका अनुभव् जिंदगी में पहली बार आप से मिला है, तेरी बेरुख़ी का मतलब मौत और मेहरबानी का मतलब सुन्दर और ख़ुशनुमा जिंदगी से है ,वर्षो पहले एक किताब के लिखने की पहल मन में जागी थी अब लगता है कि किताब के बढ़ कर ग्रन्थ और बड़े काब्य की रचना भी आसान हो जायेगा , रात में अक्सर तेरी खूबसूरत यादो की बेहतरीन एहसासों कि -
हसरते रो रही मचल कर
रात गुज़री है करवट बदल कर
ख्वाब आँखों ने फिर भी सजाये
कोई दिल न किसी से लगाये
प्यार ने कैसे दिन ये दिखाये
जिंदगी जिये अब तेरे बगैर अब ये मुमकिन नहीं
उम्र का हर एक लम्हा तेरी यादों के सफर से है

शनिवार, 23 जुलाई 2016

चंद्रशेखर आजाद के जन्म दिवस पर नमन

महान क्रांतिकारी शहीद चंद्रशेखर जी के जन्म दिवस पर चार पंक्तियाँ......

वतन के क्रांतिकारी दो मुँही तलवार थे शेखर।
दहकती आग का गोला गज़ब अंगार थे शेखर ।
गुलामी को नहीं माना रहे आजाद बनकर के
फिरंगी राज की खातिर तो' हाहाकार थे शेखर।   

नाम- आजाद,
पिता का नाम- स्वाधीन ,घर- जेल.
यह परिचय उस चिंगारी का था जिसने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की आग
में सबसे ज्यादा घी डाला।आज चन्द्रशेखर आजाद जी का जन्म दिवस है।आज़ाद जी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों की ऐसी फौज खड़ी की थी जिससे अंग्रेजों की नींद उड़ गई। अंग्रेजों में चन्द्रशेखर का ऐसा खौफ था कि उनकी मौत के बाद भी कोई उनके करीब जाने से डरता था। वीरता, साहस और
दृढ़निश्चयता की ऐसी मिसाल दुनिया में बहुत कम देखने को मिलती है। आज़ाद जी बहुत ही निडर, बलशाली और गरम स्वाभाव के व्यक्ति थे ।अंग्रेज इनके नाम से थर थर कांपते थे ।ये मात्र 15 वर्ष की आयु में ही स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भाग लेने लगे थे ।लाला जी की मृत्यु का बदला लेने के लिए सांडर्स की हत्या और काकोरी ट्रेन में अंग्रेजों का खजाना लूटने में इनकी मुख्य भूमिका थी ।ये हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी के सुप्रीम कमांडर थे ।इन्होंने भगत सिंह व् अन्य साथियों को जेल से छुड़ाने के भरसक प्रयास किये लेकिन असफल रहे और इन्ही प्रयासों में 27 फरवरी 1931 को किसी मुखबिर की सूचना पर अल्फ्रेड पार्क इलाहबाद में पुलिस के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए ।उन्होंने जीते जी गिरफ्तार न होने का प्रण अपने प्राण देकर निभाया ।हम सदैव उनके ऋणी रहेंगे।मैं उन्हें कोटि कोटि नमन करता हूँ ।चंद्रशेखर आज़ाद अमर रहें !
( 23 जुलाई 1906 - 27 फरवरी 1931 )



शुक्रवार, 22 जुलाई 2016

माटी के खुसबू अउरी पूर्वी बयार - युवराजपुर

एक प्यारा सा गांव जिसमे पीपल की छाव
छाव वो आशिया था एक छोटा मका था I
छोड़ कर गांव को उसी घनी छाव को
शहर के हो गए हैं भीड़ मैं खो गए हैं II
ग़ज़ल- चंदन दास

एक छोटी सी लाइन के साथ हम फिर चलते है अपने गाव् की कुछ पूरानी यादो के सफ़र मैं शहर से 6 से 7 किलो मीटर पर बसा मेरे प्यारा सा गाँव जिसमे साहित्य कला खेल पुराणी परम्परा का पूर्ण रूप से समावेश है गंगा मैया की लहरो मैं वो संगीत की घुन और लहलहाते खेतो के बीच वो चिड़ियों और कुछ छोटे पशुओ की आवाजें जो कभी न कभी इस गीत की याद दिलाये है जो हमारे चाचा जी के द्वारा लिखी गयी है

रही रही खूब हिलोरे गंगा जी के पनिया...
-Yogesh Vikrant

http://kushtiwari.blogspot.in/…/rahi-rahi-khoob-hilore-gang…

आज हम आप को अपनी दिनचर्या का बाय करेगे जो हम गाओं मैं रह कर किया करते थे I सुबह सूर्य की लालिमा के साथ विस्तर को छोड़ कर जब हम खेतो की शेर कराते थे तो एक अजब सी खूश्बू जो दिल को सकूँन पहुचती थी स्कुल से लौटने के बाद खेल खेलने मैं हम सब के द्वारा बहुत से नुकशान किये जाते थे चाहे वो कोई मौसमी फसल हो या फिर कोई छोटी वस्तु नुकसान के नुकसान के बाद दादा जी के सामने पेश होने का भी सजा मज़ा कुछ और ही था I
एक गीत जो हमारे सरे कर्मो को बया करता है I

केतना बखान करी गउवा जवार के
माटी के खुसबू और पूर्वी बयार के
माई के अचरा के केतना बखानी
बाबू जी के साथै घुमी खेत खरिहानि
होखे खूब ओल्हा पाती हर अतवार के
माटी के खुसबू और पुर्बी बयार के

गाँव के कुछ तस्वीरो के साथ और पुरानी यादो के साथ ये पोस्ट किया है पसंद आए तो ज़रूर लाइक और कॉमेंट कीजिएगा
धन्याबाद प्रस्तुति - Lav Tiwari

स्वमं समाज साहित्य सत्ता की विकास में मुख्य भूमिका

शतरंज की चालों का खौफ
उन्हें होता है, जो सियासत करते हैं।
हम तोमोहब्बत के #खिलाड़ी हैं,
न हार की फिक्र, न जीत का जिक्र..

स्वॅम साहित्य समाज और सत्ता ये चार #मुख्य कारक है जो किसी भी गाँव, नगर या देश के विकास की दर मे मुख्य भूमिका अदा करते है

स्वॅम- स्वॅम का मतलब है खुद से हम दूसरो को #शिक्षा देते है और अपने आप मैं  सारे अवगुण समाते हुए है ,किसी महान व्यक्ति के वो दो शब्द- कि जब हम सुधरेगे तो जग सुधरेगा काफ़ी नही है हम भीतर की अमानवता को सही करने के लिए, और अगर वयक्ति मैं #संतोष व एक बात का ज्ञान हो कि हमे एक दिन सब कुछ छोड़ कर चले जाना है तो वो व्यक्ति को भी #बुरा काम नही करेगा , कुछ व्यक्ति विशेष तो परिवार के दबाव मैं बुरे करमो को अंजाम देते है

साहित्य- अगर हम साहित्य की बात करते है तो साहित्य के मध्यम से हमने कई महान कार्यो को होते देखा है चाहे वो विहार राज्य की राजनीति का दौर या फिर मुगलो के जमाने मैं #हिन्दुओ पर आतंक का दौर, अब मुगलो के जमाने मैं तुलसीदास सूरदास ने साहित्य के मध्यम से देश का विकास किया ,साहित्य के मध्यम से इस ग्रूप मे भी कई बाते की गयी है और हमे भी कई विशेष प्रकार की जानकारिया मिली है, कहने का जो मुख्य उद्देश्य है कि साहित्य ने इस गाँव और गाँव के लोगो मे जागरूकता का कम किया है उससे हमे खुशी है
समाज - हम सही समाज की रचना तभी कर जब हम #जातिवाद और #परिवारवाद से हट कर बात करे, तभी जाकर एक हम एक परिपक्व और बेहतर समाज की रचना कर पाएगे
सत्ता- समाज को बेहतर ना होने के पीछे #सत्ताधारियो का अहम् रोल होता है जब सत्ता की लालच होती है तो सत्ता के लालची प्रत्यसी हम एक दूसरे को लड़ने झगड़ने पर मजबूर कर देते है ,सत्ता और #सियासत के चक्कर मैं हमे पड़ना भी नही है क्यो कि हमने कुछ रोज पहले ही दो लाइन की कविता लिखी थी-

सियासत मैं तेरी क्या तारीफ करू
तू तो
बाप और बेटे मैं भी खलल पैदा कर देता है,

मैं ये सब जो लिखा हू वो एक मन और विचारो की अभिव्यक्ती है , ये किसी राजनीतिक या किसी विशेष प्रत्याशी के प्रचार के पछ मे नही लिखा गया है I
धन्याबाद-
लव तिवारी
संपर्क सूत्र-

+91-9458668566

हर एक सख्स मुझे लग रहा था अपना ही किस किस से कहु की उसे आप वोट मत देना- लव तिवारी

01 दिसम्बर 2015 चुनाव का दिन जहा ग्राम प्रधानो की दावेदारी मे सारे प्रत्याशी अपने भाग्य आजमा रहे थे , वही मे एक अलग आनंद की प्राप्ति कर रहा था अपने गाँव के बड़े बुजुर्ग और मित्रो से मिलने का कुछ और भी रोचक घटनाए सामने से गुज़री जैसे हर एक मतदाता हर एक प्रत्याशी के सामने उसे ही वोट देने की हामी  भर रहा था , तो इस बात से किसी एक प्रत्याशी के जीत का दावा तो नही किया जा सकता ,परन्तु कुछ प्रत्याशी की तरफ मतदाताओ का रुझान अधिक था,

हर एक सख्स मुझे लग रहा था अपना ही ..,
किस किस से कहु की उसे आप वोट मत देना

रही बात भावी प्रधान कि तो इस बात का भी पता 13 दिसम्बर को ही चलेगा, हमारी यही मंशा है ,की जो भी चुना जाएगा वो गाँव के हित और विकास की #प्रगति को एक नयी राह दिखाएगा
धन्यबाद- लव तिवारी

गांव में सक्रिय राजनीति की अहम भूमिका - लव तिवारी

राजनिति में सक्रिय होना कोई बुरी बात नहीं , लेकिन हार कर #निष्क्रिय होना ये गलत बात है, किसी भी गांव का एक ही प्रधान होता है और प्रत्याशी अनेक ,तो क्यों नहीं हारे प्रत्याशी #विपक्ष का काम करके, आने वाले नए प्रधान को उसके कार्यो में #सहयोग और अगर वो कार्यो के प्रति #असंवैधानिक, #धोखा_धड़ी करता है ,तो इन #कार्यो को रोके , यहाँ सब उल्टा होता है प्रत्याशी चुनाव से पहले #उत्तेजित होकर #गांव के विकास की राजनीती करता है और हार जाने पर द्वेष और बदले की भावना की राजनीति, और हर एक प्रत्याशी  को चाहिए की वो सक्रीय होकर राजनिति में सहयोग करके गांव को विकास की एक नयी राह दे , और किसी भी छेत्र के नव निर्मित प्रधान को ये चाहिए को उन प्रत्याशी से मिले जिनकी #सामाजिक #गरिमा ,#कार्य #अनुभव, #योग्यता हो ,और उनके सहयोग की भी जरुरत गांव के विकास में उपयोगी हो , साथ में ये भी पुराने #प्रधानो के द्वारा किये गए  #अनैतिक कार्य और #संसाधनों का #दुरपयोग का हिसाब ले, पुरे #प्रदेश और #देश राजनितिक व्यवस्था चरमरा सी गयी , और  नए #निर्मित प्रधान केवल अपने #कार्यकाल के बारे में सोचते और यह प्रक्रिया निरतंर चलती जाती है, इस प्रकार की राजनिति से केवल गांव के विकास में ही नहीं रुकावट आती है बल्कि आगे आने वाली पढ़ी भी  इस प्रकार के राजनितिक दल दल में फसती जाती है, इसका दुस प्रभाव निरतंर देखने को मिलाता है ,इस पोस्ट को किसी राजनितिक पार्टी या किसी प्रत्याशी के #गरिमा को #आहत करने के लिए नहीं लिखा गया है ,इसका उद्देश्य जागरूकता और सामजिक ब्यवस्था को सही करना है
प्रस्तुति- #लव_तिवारी
युवराजपुर ग़ाज़ीपुर

शनिवार, 16 जुलाई 2016

मिल जाते तो आज कुछ नया करते खुदा के दरबार में आज सज़दा करते- लव तिवारी

मिल जाते तो आज कुछ नया करते
खुदा के दरबार में आज सज़दा करते

बड़े उम्मीद से गुजरे थे तेरे दरवाज़े के पास
चहरे की एक झलक देकर फिर परदा करते

हमें पता है मिलना न गवारा है जहाँ को
दिल इस बात को समझे तो मना करते.

प्यार में दर्द भी है ख़ुशी और तन्हाई भी है
आज के दौर में इस बात को लोग समझा करते

फर्क है मुझे मेरे जीवन में मिशाल है तू
वरना इस दुनिया में हम  क्या क्या करते

रचना - लव तिवारी
4.40 सायंकाल 16- 07-2016

शुक्रवार, 15 जुलाई 2016

आओ मिलकर पेड़ लगाए धरती को हम स्वर्ग बनाये लव तिवारी

#शिक्षा और #संस्कार दोनों अलग अलग विषय वस्तु है, एक तरफ शिक्षा जहा मानव के शरीर में ज्ञान के प्रकाश को प्रदर्शित करता है वही संस्कार शिक्षा का मानवीय एवम नैतिक प्रयोग को दर्शाता है, आज के ज़माने में किसे ज्ञान नहीं कि पेड़ के आभाव से पर्यावरण पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है, और प्रकृति संसन्धान ही उच्च कोटि के मानवीय संसाधन है, शिक्षा और ज्ञान का एक विशाल समूह भारत की राजधानी दिल्ली में रहता है लेकिन संस्कार कही कही देखने को मिलता है ,हाँ यहाँ हर एक व्यक्ति 10 रूपये को 1 लाख करने के फ़िराक में है,

      एक छोटी सी घटना अपने जीवन में घटित हुई है एक बार हम सब अपने दादा जी के साथ बैठे हुए थे ,दादा जी का मतलब बाबा से है बाबा ने बुआ के लडके से फिरकी लेते हुए कहा मेरे जैसा कोई काम करने वाला है तुम्हारे गांव में, मैं दिन भर घर द्वार साफ सुथरा करता हूँ ,जिस तरह बाबा फिरकी ले रहे थे बुआ का लड़का भी फिरकी के अंदाज में बाबा को वास्तविकता से रूबरू कराया बोला की नाना जी आप के दरवाजे पर कितने पेड़ है और घर द्वार को झाड़ू से चमकाना कौन सी बड़ी बात होती है आप हमारे यहाँ चलिये मेरे बाबा के कार्यो का मूल्यांकन कीजिये आप 10% भी नहीं है, आप सभी मित्रों को बता दे जो सुख हमें अपने बुआ के यहाँ पेड़ो को देख के मिलता है वो अपने गांव में नहीं 50 से 100 मीटर की दुरी में सारे पेड़ो का समूह कटहल, सिरफल, बड़हल जामुन, आम के पेड़ो की कई विशेषताये , कार्य वास्तविक में वो होता है जो सामाजिक और नैतिक सोच से किया गया हो, हम अपने गुरु जी Praveen Tree जी में समाज के प्रति नैतिक ज़िमेदारी का अदभुत कार्य देखा है वाकई सराहनीय है, सराहनीय शब्द का मतलब इस पोस्ट में कई तस्वीरों के माध्यम से देखी गयी है कि  कैसे गुरु जी ने धन के आभाव में पौधों के सुरक्षा संबंधी कार्यो को बख़ूबी निभाया हुआ है और समाज के लोगों को एक सन्देश भी भेजा है जन समुदाय के कार्यो को करने के लिए धन से ज्यादा निष्ठा और लगन की जरुरत होती है
लिंक- https://m.facebook.com/SabkaaSahyog/
धन्यबाद  लव तिवारी

गुरुवार, 14 जुलाई 2016

कैसे बताये उनसे अपने सच्चे प्यार की दास्तां आज भी झूठे लोग को देख कर शर्मिंदा हूँ- लव तिवारी

रंजिशों गम में बड़े शहर का वाशिंदा हूँ
लोग पूछते है आज कल किस हाल में मैं जिन्दा हूँ
कैसे बताये उनसे अपने सच्चे प्यार की दास्तां
आज भी झूठे लोग को देख कर शर्मिंदा हूँ

वजूद कुछ भी तेरे बिना कौन है हमारा कभी #शरद #हवाओं के उस #खूबसूरत समय का अहसास बनकर तो कभी बारिश के मौसम में रूहानी याद बन कर, आज के दौर में हमने भी ज़माने में मोहब्बत देखी है, रूह की चादर ओढ़े उन शख्शियत को जिस्म का सौदा करते हुए, कई बार सोचा एक हम और तुम जो अक्सर खूबसूरत यादो के सहारे ये जिंदगी के कितने दिनों को साथ साथ जिए ,और एक वो है जो देखने पर लगता है कि जिंदगी भर का प्यार बस एक पल , सारी सीमाओं को लाँघ कर एक दूसरे के करीब होने की कोशिश कर वो खुबसूरत दृश्य ,फिर कुछ दिन बाद देखे तो नजर का वो खूबसूरत मेल न जाने किन वादियों के बीच गुमनाम सी रहो को पकडे जिंदगी की एक नए साथी के तलाश के फ़िराक में है, हमें हँसी आती है और कभी कभी दुःख, हँसी का कारण दोनों की समानता होना, और दुःख का कारण एक की सच्ची मोहब्बत दूसरे के लिए एक और नहीं कहानी, लोग कहते है हमने मोहब्बत की है , हम नहीं कहते चुप चाप उनके यादो को एक्सर याद करके जी लेते है, भला मोहब्बत भी बताने की बात है किसी शायर की खूबसूरत लाइन। 

कभी कहा न किसी से तेरे फ़साने को
न जाने कैसे खबर हो गयी ज़माने को
सुना है गैर की महफ़िल में आप न जाओगे
कहो तो आज सजा दू गरीब खाने को

प्रस्तुति- लव तिवारी
15-07-2016





तुमसे मिलने आया हूँ खबर कर दो

चंद लम्हात ही सही,मुझे नज़र कर दो,
तुमसे मिलने ही आया हूँ,खबर कर दो।

कई फरियादें उठती है,बिछड़ जाने की,
चले आओ किे दुआएँ, बेअसर कर दो।

कहता नहीं के नाम करदो ज़िन्दगी अपनी,
एक दिन न सही, बस एक पहर कर दो।

जलवों की बिजली से नुक्सान,सिर्फ मेरा हो,
बाकी सब से कह दो,खाली ये शहर कर दो।

आ जाओगे तो,इस दिल को तस्कीन होगा,
चाहो तो खाली,बोतलों का ज़हर कर दो।

गर आ नहीं पाओ तो,बस वादा ही देदो,
आज, खत्म ये इम्तेहाने सबर कर दो ।

अज्ञात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विकास के कार्य और सम्भावनाएं- लव तिवारी

जिन्हे आज भी ये लगता है की मोदी जी टूर पे निकले ये उन लोगो के लिये है मोदी जी की 2 साल की जर्नी थोड़ी बड़ी है 

1. जम्मू कटरा प्रोजेक्ट पिछले 10 सालो से बंद था उसे 1 साल में पूरा किया और आप जम्मू से मात वैष्णव देवी 20 रु में जा सकते हो। वर्ना टैक्सी वाले 2500 रु लेते है।
.
2. आज तक भारत अरुणाचल में हाईवे नहीं बना सका, पर मोदी सरकार ने 1 साल में रोड बनाके पूर्ण किया (China के काफी विरोध के बाद भी).. और अरुणाचल प्रदेश को पूर्ण रूपसे भारत को जोड़ दिया।
.
3. आज भारत की अपनी navigation सिस्टम (IRNSS) है। ये मोदी की अबतक की सबसे बड़ी उपलब्धि है.. क्योंकी करगिल वॉर में अमेरिका ने भारत को GPS डाटा नहीं दिया था। आज भारत का अपना GPS लॉन्च हुआ है जिसका नाम है IRNSS
.
4. अब तक 10,00,00,000 LED बल्ब वितरित किये गए, 21% बिजली बचत हो गयी है।

5. अब तक 7500+ गांव में बिजली पहुंचाई गयी।

6. इलेक्ट्रिसिटी निर्माण में 38% की बढ़ोतरी हुई
.
7. रेलवे ट्रैक बनाने का काम कांग्रेस में 0.6 km/day होता था। मोदी सरकार का 3.4 km/day है।

8. रोड कंस्ट्रक्शन कांग्रेस में 3.7 km/day थी। मोदी सरकार 10.3 km/day है। सिर्फ 2 साल में 7063 km रोड बन चुकी है।
.
9. संजय गांधी निराधार योजना में केंद्र सरकार निराधार लोगो को 100 रु महीना देती थी ओ आज 600 रु महीना हो गया। 2014 तक वो पैसा केंद्र से राज्य सरकार को आता था और राज्य सरकार 3 महीने का गैप रखके वो पोस्ट के द्वारा निराधार व्यक्ति तक पहुँचाता था। (3 महीने वो पैसा हजारो करोड़ कौन और कंहा यूज़ होता था नहीं पता)

10. मोदीजी ने 24 करोड़ बैंक अकाउंट खोले (गिनिस बुक वर्ल्ड रिकार्ड) और गरीब का पैसा सीधा बैंक अकाउंट में।... 0 भ्रस्टाचार ..!
.
11. मुस्लिम बुनकर बनारस, कोल्कता, लखनऊ से एक यूनियन बनाई गई उनके माल का एक ब्रांड बनाया गया और वह ब्रांड अभी अमेरिका या यूरोपियन देशो में काफी महंगे भाव में बिकता है। फायदा बुनकरों को हुआ और देश को भी
.
12. कैलास मानसरोवर का रास्ता 1962 से बंद था। मोदीजी के डिप्लोमेटिक वे से China ने वह रास्ता खोल दिया, अब यात्रा 24 घंटे में होती है पहले 93 घंटे लगते थे।
.
13. कोयला घोटाला कांग्रेस ने 230 कोयला खदाने 1,80,000 करोड़ में बेचीं थी। सारे कॉन्ट्रैक्ट सुप्रीम कोर्ट ने cancel किये... मोदी सरकार ने सिर्फ 24 खदाने 2,20,000 करोड़ में बेचीं...!
.
14. ये ऐसा पहला PM है जिसने पुरे देश के अंदर एक भावना जागृत की, की महिलाएं हमारी इज़्ज़त है और हम उन्हें खुले में शौच के लिए भेजते है. जिसे बीमारिया भी फैलती है. सिर्फ 2 साल में 7,00,00,000 टॉयलेट्स बन चुके है पुरे देश में ।

15. मोदीजी ने स्कूल में बच्चियों के लिए टॉयलेट कम्पलसरी किये।
.
16. ये ऐसा पहला प्रधान मंत्री है जो जी तोड़ कोशिश कर रहा है की भारत को UN में स्थाई सदस्यता मिले।
.
17. अब तक ये सरकार पे कोई भ्रस्टाचार का दाग नहीं लगा।
.
18. congress के 65 सालो तक हमें भगतसिंह अशपक उल्लाह खान राजगुरु सुखदेव "आतंकवादी" करके पढ़ाया गया। पहली बार इतिहास सच्चा लिखकर इन्हे "शहीद" बताया
.
19. महात्मा गांधी के बाद कोई पहला व्यक्ति आया जिसने बोला की स्वच्छ भारत होना चहिये। स्वछता अभियान की शुरूआत की।
.
20. आज तक ट्रांसपोर्ट देश के अंतर्गत मामले में रोड से या ट्रैन से या एयर से होता था पहली बार पब्लिक ट्रांसपोर्ट और गुड्स ट्रांसपोर्ट पानी के द्वारा हो रहा है।
जिसमे टाइम पैसा और अंतर कम हो गया है।
.
21. आज तक सिलेंडर की सब्सिडी अम्बानी को और हमको सामान थी, पहला PM जिसने बोला की आपको सब्सिडी की जरूरत नहीं है तो उसे वापस करिये।
लोगो में एक चेतना जगी और देखते देखते 1,32,00,000 लोगो ने सब्सिडी छोड़ दी।
.
22. इंडिया पाक बॉर्डर पर Laser Wall बैठाए गए।
.
23. स्वच्छ गंगा :- केमिकल इंडस्ट्रीज का पोलुटेड पानी अब गंगा में नहीं समाता है। जिससे 9 करोड़ लोगो को पिने का और खेती के लिए पानी उपलभ्ध हो गया
.
24. दलितों के ऊपर होनेवाले अत्याचारों का फैसला 60 दिनोके अंदर हो ऐसा पहली बार कानून बना।
.
25. भारत बांग्लादेश सीमा समजौता
.
26. इंडिया पहले पेट्रोल इंटरनेशनल मार्किट से खरीदता था जिसमे दलाली देनी पड़ती थी.., अब इंडिया 35 % से ज्यादा सऊदी से डायरेक्ट खरीदता है।
और 19 देशो के साथ क्रूड आयल इम्पोर्ट का इंडिया का कॉन्ट्रैक्ट सुषमा स्वराज ने किया है।
.
27. 6 IIT और 3 IIM 2 साल में शुरू हो जायेंगे बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन काम शुरू है.
.
28. मेक इन इंडिया के माध्यम से अब तक भारत में 9,00,000 करोड़ का इन्वेस्टमेंट आ चूका है। जिसमे UAE का 4,00,000 करोड़ का है।
.
29. कांग्रेस सरकार में BSNL 10 साल में 8000 करोड़ Loss में था। मोदी सरकार में BSNL 2 साल में 672 करोड़ "प्रॉफिट" में है.
.
30. Congress एविएशन मंत्रालय 600 करोड़ प्रतिु माह Loss में था.., अभी नो लोस्स नो प्रॉफिट में है
.
31. देश की 17 रेलवे स्टेशन्स Wi Fi फ्री हुए है।

32. पहली बुलेट ट्रैन ट्रैक बनने का काम शुरू

33. वाराणसी 80 घाट एकदम स्वछ हो गया है।
.
34. जम्मू से कश्मीर अब सिर्फ 2 घंटे में सफर तय होगा हिमालय को सुरंग बनके ट्रैन हिमालय के निचे से जाएगी। सुरंग बनने का काम IRB कर रही है।
.
35. गरिब का और किसानो का बीमा २ लाख तक सिर्फ 20 रु में !

36. 3.5 करोड़ LPG बोगस कस्टमर को ढूंढ के निकल गया और उनके कनेक्शन्स कैंसल किये गए।

36. 6 करोड़ लीटर पानी पहुंचाया गया सुरेश प्रभु द्वारा महाराष्ट्र में !
.
38. स्किल इंडिया में 50000 तक लोन बिना किसी गारंटी के। 37,00,000 लोगो को अब तक लाभ मिल चूका है।
.
39. प्रोविडेण्ट फण्ड का अकाउंट परमानेंट कर दिया। अब आप कितनी भी कंपनी बदलो आपका PF अकाउंट एक ही रहेगा, बदलेगा नहीं।
.
40. डिजिटल इंडिया के तहत स्कूल में डिजिटल क्लास रूम का निर्माण.. अब तक 81,00,000 क्लास रूम डिजिटल हो चुकी है
.
41. सरकार किसानो को यूरिया सब्सिडी देती थी, लेकिन वह यूरिया किसानो तक पहुंचने के बजाय केमिकल फैक्ट्रीज में जाता था.. मोदीजी ने उस का नीम कोटिंग करके उसे किसी काम का नहीं रखा वह सिर्फ खात ही उपयोग हो सकता है। भ्रस्टाचार की सम्भावनाएं ख़त्म कर दी. भ्रष्टाचार का सालाना 10,000 करोड रु बच गया..!

सोमवार, 11 जुलाई 2016

तू मिल जाये इस हाल में मैं जिन्दा हूँ

एक तरफ धुंध भरे शहर का बाशिन्दा हूँ
तू मिल जाये इस हाल में मैं जिन्दा हूँ

लोग कहते है कि तू पहले कभी ऐसा न था
मैं सोचता हूं क्या हुआ जो शर्मिंदा हूँ

एक बस्ती में रहते थे कुछ अज़नबी
आज उनके दिलों में हरपल जिन्दा हूँ

जिंदगी के वो पल जो गांव में रह कर ज़िया ,
बड़े अफ़सोस है कि शहर का परिंदा हूँ

ग़रीबी भूख दहसत और लाचारी भी
आज के दौर ने इस हाल में मैं जिन्दा हूँ

एक तरफ खौफ़नाक सा मंजर है मेरे सामने
कैसे बताऊ उन्हें किस हाल में मैं जिन्दा हूँ

दर्द देने का रिवाज है इस बेरहम दुनिया में

रचना लव तिवारी

वो हँसी और बोली मैं ज़िंदगी हूँ पगले तुझे जीना सिखा रही थी- अज्ञात

कल एक झलक ज़िंदगी को देखा,
वो राहों पे मेरी गुनगुना रही थी,

      फिर ढूँढा उसे इधर उधर     
वो आँख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी,

एक अरसे के बाद आया मुझे क़रार,
वो सहला के मुझे सुला रही थी  

हम दोनों क्यूँ ख़फ़ा हैं एक दूसरे से
मैं उसे और वो मुझे समझा रही थी,

मैंने पूछ लिया- क्यों इतना दर्द दिया
              कमबख़्त तूने,              
वो हँसी और बोली- मैं ज़िंदगी हूँ पगले
        तुझे जीना सिखा रही थी।

ज़माने की चाह है कि मैं हिन्दू या मुसलमान हो जाऊ

जमाने की चाह है कि मैं #हिन्दू या #मुसलमान हो जाऊं
पर मेरा #ज़मीर कहता है कि मैं इक भला #इंसान हो जाऊं

#मन्दिर #मस्जिद जाकर कमाऊं आरती-नमाज की दौलतें
या फिर गिरे हुए बंदे को उठाऊं और #धनवान हो जाऊं

मेरी #तकदीर में बस इतना सा लिख दे दुनिया के मालिक
#मुल्क की #मिट्टी को चुमूँ और मुल्क पर कुरबान हो जाऊं

मुझे #पसीना बनाकर बहा दे #ख़ुदा #खेतों में, #खलिहानों में
मुझसे इतना #काम ले कि जीता जागता #राष्ट्रगान हो जाऊ

जय हिंद जय भारत

शनिवार, 9 जुलाई 2016

जल है तो कल है लव तिवारी

भारत देश का एक अनोखा प्रदेश अपना #उत्तरप्रदेश , प्राकृतिक और भू के संसाधनों से युक्त अपना प्यारा प्रदेश उत्तर प्रदेश , #संस्कृति #सभ्यता ,#गंगा #यमुना को पूर्ण रुप को सुशोभित करता अपना प्रदेश #उत्तरप्रदेश, लेकिन अभी एक जटिल समस्या जल ,#जल है तो #कल है, वही उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में फ्लोराइड से जल दूषित हो रहा है, फ्लोराइड से होने वाले गंभीर बीमारिया जैसे हड्डियों से सम्बन्धी रोग, तंत्रिका तंत्र से संभंधित बीमारियो का प्रसार तेजी से बढ़ रहा है वही पूर्वी उत्तर प्रदेश बलिया मऊ ग़ाज़ीपुर में जहरीले आर्सेनिक की मात्रा ने जल को पूर्ण रूप से दूषित कर रखा है , पानी का जीवन में बड़ा अस्तित्व है अगर पानी ही नहीं रहा तो फिर जीवन कैसे निर्वहन होगा, खेती के लिए #पानी, पौधों जे लिए पानी, #मनुष्य के लिए पानी, हर एक जीव और जंतु के जीवन में पानी का विशेष महत्व है , और अगर जल पर  #सियासत हो तो जनाब न जल रहेगा और न हम , वही जहा उत्तर प्रदेश के केबिनेट मंत्री का ये कहना है कि सरकार अंधाधुंध जल दोहन से निबटने के लिए प्रदेश सरकार ने समग्र निति बनायीं है, वही बिपछ दलों द्वारा सरकार की नाकामी और सरकार द्वारा भूगर्भ जल में होने वाली कमी और जल प्रदूषण पर कोई विशेष कार्य को अंजाम नहीं दिया गया है,
प्रस्तुति- लव तिवारी #LavTiwari

धर्म परिवर्तन को विवश हरिजन समाज- लव तिवारी

हम हिन्दू को धार्मिक कटर_पंथी ने जकड़ा हुआ है , ये #अपवाह फ़ैलाने वाले भी हिन्दू नहीं बल्कि दूसरे लोग थे, कुछ लोग इस बात के जिमेवार ब्राम्हण समुदाय के लोगो को देते है लेकिन ऐसा नहीं है, आज के ब्राम्हण की मेरी तरफ से कोई परिकल्पना नहीं या किसी भी जाति के लोगो के, आधी अधूरी जानकारी से भर्म और संदेह की स्थिति को बुलावा दिया जाता है , वैसे आप सब इस लिंक को पढ़े

भारत स्वतन्त्रता के बाद हरिजन समुदाय भी किसी दूसरे धर्म की शरण में जा रहा था, आज का परिवेश वाकई बत्तर सा है, मैं आप सभी से भी यही बात पूछता हूं कि आप कहा रहना पसंद करेंगे जहा आप को सम्मान मिलेगा वहाँ, यहाँ जहा अपमान मिलेगा वहां, महात्मा_गांधी ने हरिजन के इस समुदाय को नमो बुद्धाय की धर्म को पालन करते हुए हिन्दू धर्म को न छोड़ने की नसीहत दी , और सम्मान का अधिकार दिया, लेकिन दुनिया में एक होड़ मची है , जादा से ज्यादा लोग हमारे धर्म के हो जाये इसके लिये लोगों को लुभावन और कुछ पैसे की लालच दी जाती है, इसका जीता जागता प्रमाण है हिन्दू से क्रिस्चियन के तरफ पलायन करते लोग, इस पर जोर से काम किया जा रहा है, नॉएडा स्थित अपने आवास पर हमने कई लोगों को देखा है जो जन्म से हिन्दू और कार्य से भी हिन्दू है लेकिन चन्द रुपयो के लिए वो दूसरे धर्म को पलायन कर रहे है, गरीबी एवं मज़बूरी है, गरीबी और भूख का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन अपने घर में सम्मान न मिलना ये दुःखद और बड़ा मुद्दा है ऐसा है तो वाकई अन्याय है

धन्यबाद- लव_तिवारी

शुक्रवार, 8 जुलाई 2016

जर्जर हालत को दर्शाता ताड़ीघाट बारा मार्ग गाज़ीपुर- लव तिवारी

,ग़ाज़ीपुर शहर का यह दुर्गम मार्ग, जिसे ताड़ीघाट_बारा मार्ग के नाम से जाना जाता है , लोग शार्ट में इसे टीबी रोड भी कहते है, इस मार्ग की खास बात यह है कि यह दो प्रदेश को जोड़ने का मुख्य मार्ग भी है जो #उत्तर_प्रदेश और बिहार को जोड़ने के साथ कई विशेष स्थान कामख्या माता के प्रसिद्ध मंदिर और एशिया का सबसे बड़ा गांव गहमर  रेवतीपुर भी इसी मार्ग पर स्थित है

बरसात के मौसम में इस मार्ग की तस्वीर को हम देख सकते है, हमारा भी गांव युवराजपुर इस मार्ग पर स्थित है ,उत्तर प्रदेश 2012 के विधान सभा के चुनाव में समाजवादी_पार्टी को जीत के बाद इस जिले के 4 मंत्री को पद गोपनीयता की शपथ दिलायी गयी, लोग पूछते है कि आप के जिले के विकास न होने के मुख्य कारण क्या है, कारण तो आप सभी लोग के सामने है जो सरकार सड़क नहीं बना सकती वो विकास के अन्य पहलुयों पर क्या खरी उतरेगी, इस क्षेत्र के विधयाक ओम प्रकाश सिंह जी  है, मुझे इस बात की भी जानकारी है कि इस मार्ग का निर्माण आगामी विधानसभा के चुनाव से पहले शुरू कर दिया जायेगा लेकिन निर्माण भी पहले जैसा आधा ठेकेदार लुटते है आधा सरकार द्वारा मनोनीत मंत्री और विधायक और परेशान आम जनता और सीधे साधे नागरिक अगर कोई व्यक्ति वीमार अवस्था में हो उसे स्वास्थ सेवाओं की जरुरत हो तो वो तो रास्ते में ही दम तोड़ देगा, आप सभी जनता से अनुरोध है सही सरकार को चुने और विकास की भागीदारी में अपना साथ दे,
धन्यबाद
प्रस्तुति-लव तिवारी
युवराजपुर ग़ाज़ीपुर

मंगलवार, 5 जुलाई 2016

आज के दौर में परेशान है आदमी- लव तिवारी

आज के दौर में गुमनाम है #आदमी
हर जगह देखो शमशान है आदमी

कोई हो रहा है #राख और कोई #हस रहा है
इस दुनिया में कितना #समझदार है आदमी

हर कोई #जानता है मारना है सबको एक दिन
फिर भी #बईमान होकर #परेशान है आदमी

एक शख़्स को #जिंदगी दिया था हमसफ़र समझ कर
उसने #तजुर्बा दिया कि #शैतान है आदमी,

आज के #दौर #मुंकिन हो कि बदल जाये वो
उसे देखकर #हैरान है हर आदमी

रचना- #लव_तिवारी
05-07-2016
Visit- www.lavtiwari.blogspot.in

शुक्रवार, 1 जुलाई 2016

अब तेरी कौन सुनेगा -लव तिवारी

रात की शरद हवाओ में ऐसे अनगिनत घरो पहलूओं पर गुफ़्तगू , वही बड़े बुजुर्ग जहा आग की लपटो के साथ एक और अपने को शर्दी और शरद हवाओ से आराम  की फ़िराक में होते वही  कुछ बाते जो अकसर दिल को ठेस पहुचती हुयी कुछ बाते, गांव के घरोँ में  कुछ बृद्ध महिला  एवं पुरुष का जो हाल होता था वो अक्सर ठण्ड में धुप को तरसती और गर्मी में छाँव को ढ़ुढ़ते हुए एक शख्स की कहानी , वही तकलीफ भरे वक्त के इस दौर में बुजुर्गो के पास ख़ुशी का एक दौर होता है और वो है छोटे बच्चों का स्नेह और छोटे बच्चों का लगाव, इस बातों को मैं दावे से कह सकता हु जो प्रेम उस समय बुजुर्गो को उनके बच्चे नहीं  दे पाते वो सुख उनके पोते और पोतियों द्वारा मिल जाता है और जिंदगी में जीने की उम्मीद के साथ एक सुखद अहसास भी
बेजुबाँ मैं नहीं एक दिन तुम भी होंगे-
ऐसा नहीं कि,
कहने को कुछ नही बाकी
मैं बस देख रही हूं..
क्या ख़ामोशी भी समझते हैं
सुनने और देखने वाले ....?
प्रस्तुति- #लव_तिवारी