मंगलवार, 5 जुलाई 2016

आज के दौर में परेशान है आदमी- लव तिवारी

आज के दौर में गुमनाम है #आदमी
हर जगह देखो शमशान है आदमी

कोई हो रहा है #राख और कोई #हस रहा है
इस दुनिया में कितना #समझदार है आदमी

हर कोई #जानता है मारना है सबको एक दिन
फिर भी #बईमान होकर #परेशान है आदमी

एक शख़्स को #जिंदगी दिया था हमसफ़र समझ कर
उसने #तजुर्बा दिया कि #शैतान है आदमी,

आज के #दौर #मुंकिन हो कि बदल जाये वो
उसे देखकर #हैरान है हर आदमी

रचना- #लव_तिवारी
05-07-2016
Visit- www.lavtiwari.blogspot.in

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