रविवार, 8 अक्टूबर 2023

श्राद्ध की श्रद्धा- कन्हैयालाल शिक्षक जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जंगीपुर गाज़ीपुर

श्राद्ध की श्रद्धा

दाढ़ी पर झंखाड़ है झाड़ी,
गाल को घेरे उजले बाल,
सतिल जल स्वधा पितृ गण,
ब्राह्मण का है यही कमाल ,
दाढ़ी पर झंखाड़ है झाड़ी,
गाल को घेरे उजले बाल।।

सुबह है उठना स्नान है करना,
नवीन व्यंजन पड़ा बनाना ,
अक्षत जल से अर्पण तर्पण ,
देव  ऋषि को जरूर बुलाना ,
पितृगण से अनुनय विनय  ,
सतिल जल स्वधा जंजाल,
दाढ़ी पर झंखाड़ है झाड़ी ,
गाल को घेरे उजले बाल ।।

 व्यंजन की अब बात सुनो ,
मंडप में बस लाना है ,
अर्पित आचमन पितृगण को ,
काग को छत पर बुलाना है ,
स्वान गऊ हो तृप्ति व्यंजन से,
पितृ पक्ष करना हर हाल ,
दाढ़ी पर झंखाड़ है झाड़ी ,
गाल  को घेरे उजले बाल ।।

अर्पण तर्पण किया समर्पण ,
देख न पाया कौन है पाए ,
कौन-कौन ले लिए हैं हिस्सा,
 हम अंधों को ना दिखलाये,
रही  तन्यता श्राद्ध मान्यता,
सनातन चलता अपनी चाल ,
तृप्ति आत्मा से कष्ट दूर हो ,
खुश दिल तृप्ति संतृप्ति कमाल ,
दाढ़ी पर झंखाड़ है झाड़ी ,
गाल को घेरे उजले बाल,
 सतिल जल स्वधा पितृ गण ,
ब्राह्मण का है यही कमाल ।।

कन्हैयालाल
 शिक्षक 
जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जंगीपुर गाज़ीपुर 
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 बहुत-बहुत धन्यवाद


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