शनिवार, 5 नवंबर 2022

परम् पूज्य गुरु जी स्वर्गीय श्री मुरलीधर सिंह मास्टर साहब जी 78 वे जन्म जयंती पर भावभीनी श्रद्धासुमन

 कल दिनांक 4 नंवबर को परम् पूज्य गुरु जी स्वर्गीय श्री Murlidhar Singh मास्टर साहब जी 78 वे जन्म जयंती का उत्सव बड़े धूम धाम से उनके पैतृक निवास स्थान ग्राम पोस्ट #युवराजपुर #ग़ाज़ीपुर में मनाया गया। पेशे से शिक्षक रहे गुरु जी नई शिक्षा पद्धति के सारी बाते वर्षो पहले से ही जानते थे, छात्र के व्यक्तिगत का विकास, सामाजिक विकास, शारिरिक विकास और मानसिक विकास से वो भली भाती परिचित थे। जब वो बच्चो से मिलते थे तो उनसे मित्रवत व्यवहार करते है। इस बात से भली भाती परिचित हूँ कि जब गांव के छोटे भाइयो से मैं पूछता था कि आप सभी को गणित और अंग्रेजी कौन पढ़ाता है। सभी बच्चें गुरु जी का ही नाम बहुत ही आदर के साथ लेते थे। खेल, चिकित्सा में अहम सहयोग के साथ साथ गांव के संस्कृतिक विरासत को सजोने मे गुरु महत्वपूर्ण योगदान रहा, गुरु जी आज भले ही शारिरिक रूप से हम लोगो के बीच नही हम लोगो की समृतियों में वो सदैव जीवित है,

गुरु जी के पुत्र श्री शांतिभूषण सिंह, श्री विक्रांत सिंह एवं पुत्रबधू गरिमा विक्रांत सिंह हिंदी फिल्म जगत के जानी-मानी हस्तिया है।
Shanti Bhushan - जहाँ बड़े चाचा जी के सानिध्य में अमीर खान ने पीके हिंदी फिल्म में भोजपुरी सीखा है, प्रतिज्ञा, अगले जन्म मोहि बिटिया ही कीजो, जय संतोषी मा, और डॉ भीम राव अम्बेडकर जैसे सुप्रसिद्ध धरवाहिको में चाचा जी अपने स्क्रिप्ट लेखनी से लोहा मनवाया है।
Yogesh Vikrant - वही छोटे चाचा श्री विक्रान्त सिंह एक महान स्क्रिप्ट राइटर है। इनके कुशल दिशा निर्देशन में हम दोनों भाइयों ने #संगीत की शिक्षा दीक्षा ली है। बचपन चाचा जी हम दोनों भाइयों के साथ तबले संगत करते थे। गीतकार, संगीतकार, और एक अच्छे अभिवावक के रूप चाचा जी आशीर्वाद हम दोनों भाइयों को निरन्तर मिलता रहता है।
Garima Vikrant Singh - चाचीश्री का स्नेह और आशीर्वाद हम दोनों भाइयों को निरंतर मिलता रहता है, आदरणीया चाची गरिमा विक्रांत सिंह जी टीवी धारावाहिक एवं फिल्मी जगत की एक सुप्रशिद्ध अभिनेत्री है अब तक 15 से अधिक टीवी धारावाहिक जिसमे मुख्य रूप से निमिकी मुखिया, इश्क का रंग सफेद, गुस्ताख़ दिल, परिवार, चांद के पर चलो, नमक इश्क का, ये जादू है जिन का, नज़र, और प्रसिद्ध वेब सीरीज निर्मल पाठक की घर वापसी जैसे वेब सीरीज में इनके अभिनय को खूब सराहा गया है।
परम् पूज्य गुरुजी के अमर स्मृतियों को स्मरण करते हुए अपनी भावभीनी श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ। आप के दिखाए हुए पद चिन्ह पर निरन्तर चलने का संकल्प लेता हूँ। आप के द्वारा बताई गई सत्य ईमानदारी एवं भाईचारे की जो बीज गांव तथा अपने चाहने वालों के लिए आप ने बोया है उस बीज को हम दोनों भाई निरन्तर प्रयास करके सींचते रहेंगे। हम दोनों भाइयों के दिल मे आप सदैव जीवित है और रहेंगे। मैं पूरे परिवार की और से आप के स्मृतियों को नमन करता हूं।

गुरुवार, 3 नवंबर 2022

गौतीर्थ गौशाला के संचालक संत आदरणीय श्री प्रवीण तिवारी गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश

  चल अकेला चल अकेला चल अकेला...........

परम पूज्य गुरु जी आदरणीय श्री प्रवीण तिवारी Praveen Tree ग्राम पोस्ट धुरेहरा जिला गाजीपुर उत्तर प्रदेश में एक गौतीर्थ नाम की गौशाला को संचालन करते हैं। इस गौशाला की खास बात यह है कि इस गौशाला में केवल देशी गाय अपने कुछ बछड़ो के साथ रहते हैं। कई बार गुरु जी के साथ गौशाला में जाने का मुझे सुअवसर प्राप्त हुआ, जब मैंने यह प्रश्न आज के अत्याधुनिक आर्थिक युग में जहां लोग जर्सी और अच्छी नस्ल की गायों का पालन करके लाखों रुपये कमाते हैं वहां पर आप कम दूध देने वाली देसी गायों का पालन क्यों करते हैं गुरुजी ने देसी गाय के महत्त्व और सेवा भावना की एक अद्भुत परिभाषा देकर मेरे मन मे उत्पन्न प्रश्न को शान्त कर दिया। जब क्षेत्र में चुनाव आता है तो समाज के कुंठित लोग, भ्रष्ट लोग, निर्बलो पर अत्याचार करने वाले लोग, अपने को समाजसेवी का दर्जा देने लगते है। लेकिन इस जिले में लगभग कई दशकों से वृक्षारोपण करके पेड़ बाबा नाम से विख्यात सन्त श्री प्रवीण तिवारी गुरु जी ने कभी अपने आप को न समाजसेवी कहा न गरीबों का मसीहा। मैंने एक प्रश्न और किया गुरुजी से बहुत कम काम करके और अपने को समाज सेवी कह कर विभिन्न प्रकार के पुरस्कारों से अपने को सम्मानित कर आते हैं तो ऐसा गुरु जी आप क्यों नहीं करते हैं उन्होंने कहा कि मैं पुरस्कार से सम्मानित होने के लिए समाज सेवा नहीं करता हूं और मुझे इस धरती के लोगों को नहीं दिखाना है। मैं जो कर रहे हैं उसे भगवान देखता है भले लोग देखे या न देखे, और असली लेखा-जोखा भगवान यानी ऊपर वाले के पास होता है। हर प्रश्न का जबाव है गुरु जी के पास वृक्षारोपण,गरीब बच्चों को ठंड के मौसम में गर्म कपड़े, गरीबों व निर्बलों को भोजन, पिछले 10 वर्षो से वृक्षारोपण कर ग़ाज़ीपुर को हरा भरा करने के साथ साथ वर्तमान में अभी गुरुजी की पूर्ण रूप से गौ सेवा कर रहे है। हम ईश्वर से यही प्रार्थना करते हैं गुरु जी को और शक्तिशाली और सामर्थवान बनाएं जिससे इस तरह के सामाजिक कार्यों को और भी बेहतर ढंग से अंजाम दे सके।
यूट्यूब लिंक- https://youtu.be/1-chTiJWH1g



बुधवार, 26 अक्तूबर 2022

मुझे रास आ गया है अब तेरे दर पे सर झुकाना तुझे मिल गई पुजारन और मुझे मिल गया ठिकाना

मुझे रास आ गया है अब तेरे दर पे सर झुकाना ३
तुझे मिल गई पुजारन २ और मुझे मिल गया ठिकाना
ओं प्रभु जी मुझे रास....................


मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले २ २
तेरी याद ने बना दी ओ गिरधर तेरे भजन ने बना दी
मेरी जिंदगी बनाना
मुझे रास आ गया.............................

मुझे इसका गम नही है २ कि बदल गया ये ज़माना २
मेरी जिंदगी के मालिक कही तुम बदल ना जाना
मुझे रास आ..............

तेरी सावली सी सूरत, मेरे मन में बस गई है ओ गिरधर
मेरे सावरे कन्हैया २ मुझे और ना सतना २
मुझे रास आ......

मेरी आरजू यही है ,दम निकले तेरे दर पर
क्यों कि अभी सास चल रही ओ गिरधर
कही तुम चले ना जाना
मुझे रास आ..............

मुझे रस ........२
तुझे मिल.......२




जग के पालनहार बने कैसे ललना झूले नंदलाल आज यशोदा के पलना

जग के पालनहार बने कैसे ललना 2
झूले नंदलाल आज यशोदा के पलना 2

जिसके के भरोसे, है जग सारा
माग रहा मैया से दे दे सहारा
टुकुर टुकुर देख।रहा पालने से ललना
झूले नंदलाल आज यशोदा के पलना 2

पर्वत नदिया जिससे बनती
दया दृष्टि से दुनिया चलती
देती है मैया ला के खिलौना
झूले नंदलाल आज यशोदा के पलना 2

झूले नंदलाल आज यशोदा के पलना 2
जग के पालनहार बने कैसे ललना 2
झूले नंदलाल आज यशोदा के पलना 5



मंगलवार, 25 अक्तूबर 2022

चली गगन से तरनी तरंगे नमामि गंगे नमामि गंगे चली गगन से तरनी तरंगे नमामि गंगे नमामि गंगे

चली गगन से तरनी तरंगे 2
नमामि गंगे नमामि गंगे 2
चली गगन से तरनी तरंगे नमामि गंगे नमामि गंगे 2
सगर सूतो की, ये मुक्ति दात्री 2
नमामि ................2

विष्णु प्दामुजा बर्म्हामु कमंडल
और कठवती रैदास की है 2
शिव की जटा से, है धार निकली 2
नमामि ................2

सुता हिमालय की भीष्म जननी
धरा पर आई है पाप हरने 2
जन्हु की जंघा, वितरण करती 2
बहे अभंगे नमामि गंगे  
नमामि ................2

जहा भागीरथ की साधना हो
तपस्या करते महा मना हो 2
निर्मल अविरल तरल तरंगे
नमामि ................2

महा मना की ये कामना है
बहे अभंगे नमामि गंगे 2
धरा को उर्वर बनाने वाली 2
चली भागीरथ के संगे संगे 2

चली गगन से तरनी तरंगे 2
नमामि गंगे नमामि गंगे 2
चली गगन से तरनी तरंगे नमामि गंगे नमामि गंगे 2
सगर सूतो की ये मुक्ति दात्री 2
नमामि ................




रविवार, 23 अक्तूबर 2022

आपके बॉडी पार्ट्स आप से कब डरते हैं- लव तिवारी ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश

आपके बॉडी पार्ट्स कब डरते हैं?

1 पेट (Stomach)
उस वक्त डरा होता है जब आप सुबह का नाश्ता नहीं करते।

2 गुर्दे (Kidneys) उस वक्त खौफ मे होते हैं जब आप 24 घंटे में 10 गिलास पानी नहीं पीते।

3 पित्त की थैली (Gallbladder) उस वक्त परेशान होता है जब आप रात 11:00 बजे तक सोते नहीं और सूरज उगने से पहले जागते नहीं हैं।

4 छोटी आंत (small intestine) उस वक्त तकलीफ महसूस करती है जब आप ठंडी चीजें पीते हैं और बासी खाना खाते हैं।

5 बड़ी आंत (Large intestine) में उस वक्त ज्यादा तकलीफ होती है जब आप तली हुई या मसालेदार चीज खाते हैं।

6 फेफड़े (Lungs) उस वक्त बहुत तकलीफ महसूस करते हैं जब आप धुआं धूल सिगरेट बीड़ी से भरपूर हवा में सांस लेते हैं।

7 यकृत (Liver) उस वक्त बीमार होता है जब आप बहुत तली हुई खुराक और फास्ट फूड खाते हैं।

8 दिल (Heart) उस वक्त बहुत गमगीन होता है जब आप ज्यादा नमकीन और कोलेस्ट्रोल वाली चीजें खाते हैं।

9 अग्न्याशय (pancreas) उस वक्त बहुत डरता है जब आप बहुत ज्यादा मिठाई खाते हैं और खासकर जब वह फ्री में मिल रही हो।

10 आंखें (Eyes) उस वक्त तंग आ जाती है जब आप अंधेरे में मोबाइल और कंप्यूटर पर उनकी तेज रोशनी में काम करते हैं।

11 दिमाग़ (Brain) उस वक्त बहुत दुखी होता है जब आप नेगेटिव सोचते हैं।

अपने जिस्म के हर हिस्से का ख्याल रखें।

स्वस्थ रहे, खुश रहें
🙏🏻



रविवार, 16 अक्तूबर 2022

महामहिम उपराज्यपाल आदरणीय श्री मनोज सिंन्हा जी विशेष स्नेह और आशिर्वाद प्राप्त हुआ

 गाजीपुर के विकास पुरुष हम सबके अभिभावक मार्गदर्शक कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत जनप्रिय नेता जम्मू-कश्मीर के महामहिम उपराज्यपाल आदरणीय श्री मनोज सिंन्हा जी Manoj Sinha का अपने गृह जनपद ग़ाज़ीपुर के आगमन के साथ साथ हम दोनों भाईयों Lav Tiwari एवं Kush Tiwari को विशेष स्नेह और आशिर्वाद प्राप्त हुआ। मस्कुलर डिस्ट्रॉफी के जटिल समस्या के समाधान के संदर्भ में परम आदरणीय श्री सिन्हा जी से बात हुई। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान के लिए हम प्रयास करेंगे। साथ ही जनपद के महान राजनीतिक व्यक्ति #समाजसेवी पुर्व धर्मार्थ कार्य एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार परम आदरणीय श्री विजय कुमार मिश्रा जी Vijay Kumar Mishra पूर्व जमानियां विधायक प्रतिनिधि आदरणीय श्री परीक्षित सिंह जी, बड़े भैया श्री सिद्धार्थ शंकर राय जी Siddharth Shankar Rai एवं बड़े भाई श्री आशु भैया जी Ashutosh Singh श्री जेपी चौरसिया जी JP Chaurasiya छोटे भाई विनीत कुमार सिंह जी Vineet Kumar Singh एवं भोजपुरी जगत की महान गायक परम आदरणीय श्री गोपाल राय जी Gopal Rai के साथ साथ अन्य प्रबुद्ध जनों का भी स्नेह और आशीर्वाद हमें प्राप्त हुआ।










बुधवार, 12 अक्तूबर 2022

कौन है चित्रा त्रिपाठी क्या है इनकी संघर्ष की कहानी - लेखक विकास मिश्रा

18 सितंबर 2007 को मैंने न्यूज 24 चैनल ज्वाइन किया था। मुझसे पहले कई लोग आ चुके थे। कुछ पुराने साथी थे, कुछ नए साथियों से परिचय हुआ। न्यूज रूम में मैंने देखा कि एक खूबसूरत लड़की सिर झुकाए कुछ पढ़ रही थी। अगले दिन जब मैं दफ्तर आया तो वो लड़की फिर कुछ पढ़ते नजर आई। सीट से उठी नमस्कार किया, बोली- सर मैं चित्रा त्रिपाठी Chitra Tripathi। मैं भी गोरखपुर से हूं। विमलेश शुक्ला जी ने कहा था आप भी यहां आ रहे हैं। यहां से परिचय शुरू हुआ था। 

चैनल का काम धाम शुरू हुआ। एंकरिंग की रिहर्सल भी शुरू हुई। मैंने चित्रा को किसी से ज्यादा बात करते नहीं देखा। वो कुछ न कुछ पढ़ती रहती थी या फिर एंकरिंग की प्रैक्टिस करती थी। गपबाजी नहीं करती थी। खांटी पूर्वांचल की लड़की। अंग्रेजी लिखनी-पढ़नी, समझनी तो ठीक से आती थी, लेकिन जुबान पर नहीं चढ़ पाई थी। अंग्रेजी सीखने और बोलने की ललक थी तो मेहनत सबसे ज्यादा अंग्रेजी पर ही की। समय बीतता रहा, हमारे घरेलू रिश्ते हो गए। कुछ साल बाद चित्रा जैसे परिवार में ही शामिल हो गई। 
चित्रा गोरखपुर विश्वविद्यालय की उपज है। एनसीसी का सी सर्टिफिकेट उसके पास है। एमए में गोल्ड मेडलिस्ट रही। परिवार में लड़कियों के आगे जाने का कोई इतिहास नहीं था। संपन्नता से कोई करीबी नाता नहीं था। पढ़ाई के साथ उसे मौका मिला गोरखपुर के एक केबल चैनल- 'सत्या' में काम करने का। एक दिन की एंकरिंग के शायद 300 रुपये मिलते थे। फिर ई टीवी यूपी-उत्तराखंड में सेलेक्शन हुआ 5 हजार रुपये की तनख्वाह पर। वहां काम करने के बाद  न्यूज-24 में 16 हजार रुपये की तनख्वाह पर उसने ज्वाइन किया था। आज चित्रा शायद देश की सबसे ज्यादा तनख्वाह पाने वाली महिला एंकर है। चित्रा को एबीपी न्यूज चैनल ने चर्चा के मुताबिक करीब 1 करोड़ 20 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर रखा है। हालांकि चित्रा से मैंने इस चर्चा की पुष्टि नहीं की है।

जिन्हें चित्रा की ये तनख्वाह दिख रही है, ये मुकाम दिख रहा है, शायद उन्होंने उसका संघर्ष नहीं देखा है। यहां तक पहुंचने के लिए उसके पैरों में न जाने कितनी बार कितने छाले पड़े हैं। पीड़ा झेली है, अपमान भी सहा है। करियर में कई उतार चढ़ाव आए। कोई और लड़की होती तो शायद टूट जाती, लेकिन संघर्षों की आग में तपकर निकली इस लड़की ने हार नहीं मानी।  

'सहारा समय' न्यूज चैनल से हटने के बाद चित्रा ने बहुत संघर्ष किया। कई चैनलों में कोशिश की, लेकिन नौकरी नहीं मिली। अच्छे रिश्तों का दावा करने वालों ने भी मुंह फेर लिया। एक चैनल में मैंने ही उसे भेजा था अपने एक मित्र के पास। तब शायद चित्रा वहां 50 हजार रुपये की तनख्वाह पर भी ज्वाइन कर लेती, लेकिन उसके विरोधियों ने वहां उसका चयन होने नहीं दिया। 

जब इंडिया न्यूज में उसने कामयाबी की पटकथा लिखनी शुरू की तो उसी चैनल से उसे एक लाख रुपये की सैलरी का ऑफर मिला। मजे की बात सुनिए। अभी करीब साल भर पहले मेरे उसी मित्र का मेरे पास फोन आया, जो तब उस चैनल के हेड बन गए थे। उन्होंने मुझसे कहा कि चित्रा से बात कीजिए। अगर वो यहां आती है तो 10 लाख रुपये महीने का ऑफर तो चैनल की तरफ से है, अगर वो ज्यादा मांगेगी तो चैनल पीछे नहीं हटेगा। यानी जहां 50 हजार रुपये की नौकरी नहीं मिली थी, वहां से 10 लाख रुपये महीने का ऑफर मिला था। अगर वो चाहती तो उस वक्त वो डेढ़ करोड़ रुपये के पैकेज पर भी जा सकती थी, लेकिन  उसने विनम्रता से मना कर दिया। 

लंबे संघर्ष के बाद चित्रा को इंडिया न्यूज में काम मिला और वहां 'बेटियां' नाम से उसका शो शुरू हुआ। चैनल से ज्यादा चित्रा के उस शो को पहचान मिली। पत्रकारिता जगत का सबसे प्रतिष्ठित 'रामनाथ गोयनका' अवार्ड भी मिला।  उसके बाद एबीपी न्यूज में चित्रा ने स्टूडियो में एंकरिंग और न्यूजरूम से बाहर रिपोर्टिंग में अपनी धाक जमाई। 

जब आजतक में उसे मौका मिला तो फिर वो शोहरत की बुलंदी पर पहुंची। उसकी मेहनत, लगन की बदौलत उसे आजतक का प्रतिष्ठित 'चेयरमैन अवार्ड' भी मिला। आजतक के चैनल हेड सुप्रिय प्रसाद ने 'बुलेट रिपोर्टर' शो शुरू किया तो ये मौका उन्होंने चित्रा को दिया। चित्रा की बुलेट चली तो वो लड़कियों के लिए बुलेट की ब्रांड एंबेसडर बन गई। लड़कियों में बुलेट चलाने का पैशन हो गया। उसी तर्ज पर दूसरे चैनल्स ने बाइक और स्कूटी पर लड़कियों को चुनावी कवरेज  में उतारा।  

चित्रा दूसरी पीढ़ी की एंकर्स में फिलहाल टॉप-3 में है। कामयाबी की सीढ़ियां काफी तेज चढ़ी है, इसी वजह से उसे कई बार समकक्षों की ईर्ष्या का पात्र भी बनना पड़ा है। कई एंकर्स उसके साथ एंकरिंग नहीं करना चाहती थीं, लेकिन उसकी मेहनत और लगन का हर कोई कायल रहा। अभी कुछ ही दिन पहले एक महिला एंकर से बात हो रही थी। चित्रा को बहुत पसंद नहीं करती थी, मैं ये बात जानता हूं, लेकिन उसने कहा- सर चित्रा बहुत मेहनती है। करियर को लेकर बहुत ही गंभीर है। किसी भी मोर्चे पर कभी भी जाने के लिए तैयार रहती है, ऐसे में उसे ऊंचाई पर तो जाना ही है। 
मैं जातिवाद, क्षेत्रवाद, संप्रदायवाद से दूर रहता हूं, लेकिन आज एक क्षेत्रवादी बात भी कहना चाहता हूं। चित्रा आज जिस मुकाम पर है वो गोरखपुर और पूर्वांचल के लिए गौरव की बात है। पूर्वांचल की जिन लड़कियों को बारहवीं पास करने के  बाद शादी-ब्याह और चूल्हे-चौके में झोंकने के लिए तैयार कर दिया जाता है। चित्रा उन सबके लिए रोल मॉडल है। पूर्वांचल की लड़कियां कह सकती हैं- मैं पढ़ना चाहती हूं क्योंकि मैं चित्रा त्रिपाठी बनना चाहती हूं। मीडिया में जितनी भी नई लड़कियां आ रही हैं, उनमें ज्यादातर का सपना चित्रा त्रिपाठी जैसी एंकर बनने का है। 

महिला एंकर्स के साथ एटीट्यूड का एक ऐसा रिश्ता है, जिसे अमूमन उनसे अलग नहीं किया जा सकता है। चित्रा में कोई एटीट्यूड नहीं है। कुछ भी गलत होता है तो वो माफी मांगने में देर नहीं लगाती। कामयाबी ने उसका दिमाग खराब नहीं किया। आज भी वो जमीन से जुड़ी है। पॉजिटिव है तो निगेटिव चीजों को नजरअंदाज कर देती है। कोई जिद नहीं, किसी से कोई बड़ी अपेक्षा नहीं, कोई शर्त नहीं, किसी से कोई शिकायत भी नहीं। वो चुनौतियां लेती है और उसे कामयाबी से अंजाम तक पहुंचाती है। आज भी अपने शो से पहले विषय का पूरा अध्ययन करती है, रिसर्च तैयार करती है। नई पीढ़ी की लड़कियां उससे  सीख सकती हैं कि अगर मेहनत और लगन है तो कामयाबी दूर नहीं है। मैं जानता हूं कि चित्रा अभी रास्ते में है। मंजिल अभी दूर है। अभी तमाम मुकाम आएंगे, तमाम मंजिले आनी बाकी हैं। चित्रा को  एबीपी न्यूज की इस पारी के लिए मेरी तरफ से ढेर सारी बधाइयां। ऐसे ही जीतती रहो। 

(चित्रा श्वेता सिंह की जबर्दस्त फैन है, इस नाते एक तस्वीर श्वेता के साथ। दूसरी तस्वीर में मेरे और चित्रा के साथ उसकी प्रिय सहेली ममता है।)

रविवार, 9 अक्तूबर 2022

केतना बताई सुख ससुरे के गोरी रे सईया हमारो चाँद हम हई चकोरी रे-

केतना बताई सुख ससुरे के गोरी रे
सईया हमारो चाँद हम हई चकोरी रे

ससुरे के दिल जइसे बदरे क पानी-३
हीरा और मोती जाने जेठ और जेठानी
सासु जी ससिया के हम हैं तिजोरी रे
सईया हमारो चाँद हम हई चकोरी रे

लागले ला पियास जब उझिले ली पानी-३
छोड़ ले ली बर्तन हमार देवरानी
धोउना देली हमके दूध के कटोरी रे
सईया हमारो चाँद हम हई चकोरी रे

सासु जी रामायण गावें ससुर गाँवे गीता
भसुरु भजन जाने सईया जाने सीता
देवरु ननद जाने फगुवा के होरी रे
सईया हमारो चाँद हम हई चकोरी रे

केतना बताई सुख ससुरे के गोरी रे
सईया हमारो चाँद हम हई चकोरी रे

शनिवार, 8 अक्तूबर 2022

जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन और गाजीपुर सहित पूर्वांचल के फायर ब्रांड नेताओं में शुमार श्री अरुण कुमार सिंह जी

 जिला सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन और गाजीपुर सहित पूर्वांचल के फायर ब्रांड नेताओं में शुमार परम् आदरणीय श्री Arun Kumar Singh अरुण कुमार सिंह जी का आज स्नेह और आशीर्वाद हम दोनों भाईयों को मिला। परम पिता परमेश्वर से यही कामना करते हैं, आदरणीय Arun Singh नेता जी की हर मनोकामना पूर्ण हो,एवं भगवान भोलेनाथ आपको यश, कीर्ति, वैभव में अपार वृद्धि प्रदान करे, आपका समस्त जीवन ओजस्विता से पूर्ण रहे आपके ऊपर सदैव भगवान काशीविश्वनाथ की अनुकम्पा बनी रहे।