बुधवार, 28 अक्टूबर 2020

बनाइब साधन रोजगार के गौवआ में परधानी के भोजपुरी रचना प्रधान चुनाव युवराजपुर ग़ाज़ीपुर।

बनाइब साधन रोजगार के
गौवआ में परधानी के।
घूमत रहब जिला जवार
औरी राजधानी के।
करब कल्याण तोहरो भैया
दुखवा दूर भगाइब्,
बनी पैखाना तोहरो दुआरा
ललका काडॅ दियाऐब्
समझब आपन, तोहरो छोट मोट परेशानी के। 
बनाइब साधन रोजगार के गौवआ में परधानी के।

आवेदा परधानी निअरा
यसन् चौपाल लगाइब
दारू, मुर्गा चली जो यसन्
सब कुछ रउआ भुलाइब
गिरत, ढहत् देखब सपना, अपना रंगीन जवानी के।
बनाइब साधन रोजगार के गौवआ में परधानी के।

ग्राम सभा के बाचल रकबा,
अपने नाम कराइब
तोहरा खातिर तोड़ब तारा,
अस सपना देखाइब्,
कि जीते मगरुआ जलदी , लगाबा पूजे भवानी के।
बनाइब साधन रोजगार के गौवआ में परधानी के।

झारब कुर्ता खादी के,
चूड़ीदार पैंजामा सिलवाइब,
झारन झुरन गौवआ के,
अपने करोड़ कमाइब,
देब कमीशन अधिकारी के, कि माफ करे शैतानी के।
बनाइब साधन रोजगार के गौवआ में परधानी के।

नाली, खडेनज़ा कागज मे,
खाली दस्कत् करवाइब्,
छोटो मोटो कमवा के,
लाखों के बजट बनाइब,
लड़ब मुकदमा भलही, दिवानी और फौजदारी के।
बनाइब साधन रोजगार के, गौवआ में परधानी के।


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