खाना दिया पर इज्जत ना दी।
ऐसी दुनियां रब ने क्यो दी।।
जात पात के भेद भाव में।
मानवता फिर सूली चढ़ गई।।
आदमी में रहा न इंसानियत,
देखते-2 ये जमाना बदल गई।।
ब्राम्हण भी न रहा पवित्र अब,
उसको भाये मुर्गा और मच्छी।।
इस दुनियां का अब क्या होगा।
बेटी बहु में इज्जत मर गई।।
रचना - लव तिवारी
संपर्क सूत्र- +919458668566
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