फिर यही से शुरुवात होती है बीमारियों को हम प्रकृतिक से उत्पन्न वस्तुयों को सेवन से परहेज कर रहे है चाहे वो सास हो या कोई फल का जूस फल के जूस के साथ भी वही कहानी है। आप घर पर जूस निकालो उसे 2 दिन रखो वो पीने के अयोग्य हो जाता है लेकिन 3 महीने पुराने जूस को प्राइवेट कंपनियों के माध्यम से बेचा जाता हैं उसे हम और आप पीते भी है मेरे पास कंपनी का नाम और तस्वीर भी है लेकिन मैं किसी भी कंपनी और उसके द्वारा बनाये प्रोडक्ट का नाम उजागर करूँगा तो मुझे थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
यही कारण है कि जितने भी सेलिब्रिटी है उनमे से 50 % लोग को कैंसर जैसी भयानक बीमारी होती है या है भी क्यो उनके पास डॉक्टर नही है या पैसे की कमी है ऐसा नही डॉक्टर तो उनके छिक आने पर उनके सामने उपस्थित होता है और पैसों का तो पूछिये मत लेकिन ये सभी लोग प्रकृति खाद्यपदार्थ के सेवन से परहेज करते है । अगर चटनी खाना है तो किसी कंपनी से निर्मित सास का सेवन करेगे अगर जूस पीना है तो भी किसी कंपनी से निर्मित 4 महीने पुराना जूस जो केमिकल के आधार पर पीने योग्य हो उसे सेवन करते है। और ही से शुरुवात होती है कैंसर जैसे महामारी की आप सभी लोगों से अनुरोध है कि प्रकृति खाद्य पदार्थो का सेवन करे। और अपने जीवन को खुशहाल रखे।
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