शनिवार, 11 जून 2016

बिकाऊ मीडिया सलीम खान

सलीमखान(सलमान के पिता) द्वारा  पत्रकारोको/मिडियाको करारा थप्पड़..

आज कलम का कागज से ""
मै दंगा करने वाला  हूँ,""
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मीडिया की सच्चाई को मै ""
नंगा करने वाला हूँ ""
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मीडिया जिसको लोकतंत्र का ""
चौंथा खंभा होना था,""
खबरों की पावनता में ""
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जिसको गंगा होना था ""
आज वही दिखता है हमको ""
वैश्या के किरदारों में,""
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बिकने को तैयार खड़ा है ""
गली चौक बाजारों में""
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दाल में काला होता है ""
तुम काली दाल दिखाते हो,""
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सुरा सुंदरी उपहारों की ""
खूब मलाई खाते हो""
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गले मिले सलमान से आमिर,""
ये खबरों का स्तर है,""
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और दिखाते इंद्राणी का ""
कितने फिट का बिस्तर है ""
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म्यॉमार में सेना के ""
साहस का खंडन करते हो,""
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और हमेशा दाउद का""
तुम महिमा मंडन करते हो""
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हिन्दू कोई मर जाए तो ""
घर का मसला कहते हो,""
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मुसलमान की मौत को ""
मानवता पे हमला कहते हो""
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लोकतंत्र की संप्रभुता पर ""
तुमने कैसा मारा चाटा है,""
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सबसे ज्यादा तुमने हिन्दू ""
मुसलमान को बाँटा है""
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साठ साल की लूट पे भारी ""
एक सूट दिखलाते हो,""
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ओवैसी को भारत का तुम ""
रॉबिनहुड बतलाते हो""
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दिल्ली में जब पापी वहशी ""
चीरहरण मे लगे रहे,""
.
तुम एश्श्वर्या की बेटी के ""
नामकरण मे लगे रहे""
.
'दिल से' दुनिया समझ रही है "'"
खेल ये बेहद गंदा है,""
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मीडिया हाउस और नही कुछ""
ब्लैकमेलिंग का धंधा है""
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गूंगे की आवाज बनो ""
अंधे की लाठी हो जाओ,""x
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सत्य लिखो निष्पक्ष लिखो ""
और फिर से जिंदा हो जाओ

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