शनिवार, 21 मई 2016

विकास की गति में राजनितिक दल का विशेष योगदान

सफ़र कुछ 80 किलो मीटर का और हम और सुखविन्दर पा जी, सफ़र को आसान बनाने के लिए गुफ्तगू भी जरूर है हमने सरदार जी से पूछ बैठे किसकी सरकार आप को अच्छी लगी , और आप तो दिल्ली के हो साहब और केजरीवाल सरकार को आप ने ही तो कुर्सी दिए हो , एक #सरदार और दूसरे में टैक्सी और ऑटो ड्राईवर , बोला बस 5 साल ही केजरीवाल इसके बाद नहीं , सरदार जी बोले दिल्ली में टैक्सी नंबर की सारी गाडियो को डीजल मुक्त बनाने की दिल्ली सरकार की मुहीम हमें समझ नहीं आई , क्यों की #CNG तो केवल दिल्ली तक सीमित रहेगी  फिर हम बाहर के क्लाइंट को कैसे हैंडल करेगे और प्राइवेट गाडियो को डीजल युक्त उससे प्रदूषण भी होगा लेकिन उसे बंद कर देगा तो राजनीति कैसे होगी ,और बन्दे वोट कैसे देगे ,और दूसरी बात #देश का पहला #मुख्यमंत्री जो सबसे जादा पीटा गया है और इसके सबसे जादा मिमिक्री भी रेडियो और टीवी पर  की जाती है ,

लंबा सफ़र था #केजरीवाल और दिल्ली को छोड़ कर  देश की राजनीती पर कांग्रेस सरकार के बारे में क्या हाल है  तो साहब ने झट से बोल दिया ये तो चोरो और घूसखोरो की सरकार है अब इसके पीछे 1984 का सिख दंगा हो या फिर और कोई नाराजगी

#बीजेपी और #प्रधानमंत्री के विकास के बारे में पूछा तो सरदार जी बोले की सही नेतृत्व कर रहे अपने मोदी साहब साथ में गरीबो और निम्न वर्गो को लेकर चलने वाली सरकार है

थोड़े देर बाद सरदार जी के मन में हमारा ही प्रश्न आप तो #उत्तरप्रदेश से है और आगामी #विधान_सभा_चुनाव_2017 में किसकी सरकार का गठन  होगा आप के प्रदेश में , मैंने सरदार जी को जो उत्तर प्रस्तुत किये उसका कुछ रूप आप सभी के सामने प्रस्तुत किया और बोला की पा जी उत्तर प्रदेश कोई छोटा प्रदेश नहीं जिसकी #राजनितिक #विश्लेषण कर सके लेकिन फिर भी आप ने मेरे प्रशनो का जबाब दिया तो हमें भी बताना जरुरी है , उत्तर प्रदेश में सरकार बसपा और सपा की क्रमशः बनती है एक बार #सपा और दूसरी बार #बसपा , और जिस प्रकार आरछण के वजह से सही व्यक्ति विशेष का चुनाव संभव नहीं उसी प्रकार सरकार की राजनीती आरछण की तरह नेताओ के #फर्जी  साजिश और झूठे वादों के कुपोषित होकर रह गयी है चुनाव के द्वारान वोट की राजनीती मूलतः #शराब , #पैसा  #जातिवाद और #परिवारवाद तक सिमित होकर रह गयी है ,इस सारे बातो का एक ही मतलब है हम कब तक दुसरो के कहने पर वोट देते रहेगे #वोट देने से पहले एक बार सोचे समझे और फिर इस विशेष #अधिकार का सही प्रयोग करे

प्रस्तुति - लव तिवारी

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