सोमवार, 9 अक्टूबर 2023

बदकिस्मत कन्हैया लाल शिक्षक जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जंगीपुर गाज़ीपुर

बदकिस्मत

देर से जगते नींद में रहते,
जिद में करते ज़ख्मी बात,
जनक कहें जग जाओ बेटा,
दुश्मन लगते ऐसे तात,

हवा भोर की पसन्द नहीं है,
दवा पर उनका रहा भरोसा,
आलस को वे दोष ना देते,
माता पिता पर करते रोषा,
विस्तर छोड़े मुंह न धोए,
मोबाईल बस पहुंची हाथ,
देर से जगते नींद में रहते,
जिद में करते ज़ख्मी बात।।

काम धाम से नहीं है मतलब,
मन ना लगता करें पढाई,
फेस बुक तो फेस दिल का,
सेल्फी पर बस करें चढ़ाई,
प्रोफाइल में पोस्ट हैं करते,
दिन बीता अब आई रात,
देर से जगते नींद में रहते,
जिद में करते ज़ख्मी बात।।

कुछ लायक जो समझे अपने,
बालों का करते श्रृंगार,
नहीं नहाएं तन हो ठंडा,
चल देते कोचिंग के द्वार,
दोस्तों में है कमेंट दिखाते,
प्रोफाइल में अपनी गात,
देर से जगते नींद में रहते,
जिद में करते ज़ख्मी बात।।

कोचिंग में वे यही देखते,
कहां है बैठी सुन्दर तितली,
नजर है उनकी यही ढूंढती,
कौन चमकती कितनी बिजली,
कोचिंग से जाकर मनन हैं करते,
बीत जाती है सारी रात,
देर से जगते नींद में रहते,
जिद में करते ज़ख्मी बात।।

कन्हैया लाल
शिक्षक
जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जंगीपुर गाज़ीपुर मोबाइल संख्या ८४१३३९७१०६


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