सोमवार, 2 अक्टूबर 2023

गाजीपुर के हास्य कवि बृजेश राय बउचट जी का संक्षिप्त परिचय एवं रचनाएँ -

प्रारूप
नाम : बृजेश राय बउचट
जन्मतिथि :-05-11-1983
माता का नाम : स्वर्गीय श्याम कुमारी देवी
पिता का नाम : स्वर्गीय राधेश्याम राय
जन्म स्थान : ग्राम पोस्ट बसूका थाना कामाख्या धाम तहसील सेवराई जिला ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश २३२३३९
शैक्षिक योग्यता : इंटरमीडिएट
संप्रति (पेशा) : किसान, प्राइवेट जॉब
विधाएं :- हास्य रचना, भोजपुरी गीत, भजन, भोजपुरी ग़ज़ल
साहित्यिक गतिविधियां : मंच संचालन के मुख्य भूमिका में रहकर साहित्यिक मंचों पर कविता पाठ करना।
प्रकाशित कृतियां : कोई नही
पुरस्कार सम्मान : कोई नही
संपर्क सूत्र : 8929811098,
विशेष परिचय : कई भोजपुरी गीतों के एल्बम में एक्टिंग की अहम भूमिका निभाने के साथ-साथ मंच संचालन तथा हास्य कवि होने का विशेष सम्मान गाजीपुर जनता ने हमें दिया हैं
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भोजपुरी कविता

रोटियाँ छोड़ावत तिया देशवा बलम जी भेजल करिह सनेसवा
भेजल करिह सनेसवा भेजल करिह सनेसवा
धारिह न जोगिया के भेषवा बलम जी भेजल करिह सनेसवा

रखीह रखियाल हुए दिल्ली सहरिया सुनीला फसा ई ले शहरी छोकरिया
बच के तू रही ह प्रदेशवा बलम जी भेजल करिह सनेसवा।

जल्दी कमा के घर पक्का बनवइह अम्मा जी के लउके नाही चश्मा दिलवइह
अम्मा जी की हउ ई आदेशवा बलम जी भेजल करिह सनेसवा।

एगो अउरी कहत तानी बात मोरे राजा, करिया हमार जन पीय दारू गांजा
बउचट के भुलईह जन उपदेसवा बलम जी भेजल करिह सनेसवा

२ हिंदी गीत....

जीवन के इस बगिया में प्रभू,प्यार का फुल खिला देना।
मिट जाये अंधियारा मन का, ऐसा दीप जला देना।

हम कपटी अभिमानी बाबा, कुछ तो दया अब कर दे रे,
हो जाये मन मीरा कबीरा, ऐसी घुट पिला देना।१

कण कण में प्रभु वास है तेरा,हर एक जीव में रहते हो,
भव सागर के बीच फसा मैं,साहिल से तू मिला देना ।२

छोड़ के तुझको कौन यहा पे, दर्द किसी का हरता है,
रंग जाये सब प्यार के रंग में, ऐसा दिन वो ला देना ।३

तुही बता अब किस पे भरोसा,कर के चलें हम ऐ मालिक,
पर्वत सा जो दर्द मिला है,उसको तो पिघला देना।४।

रचना  श्री बृजेश राय बउचट




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